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Bridge Theft in Rohtas Case: सिंचाई विभाग के SDO समेत दो अफसरों पर गिरी गाज, हुए निलंबित

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Published : Apr 12, 2022, 8:29 AM IST

रोहतास में 60 फीट लंबे लोहे के पुल की चोरी (Theft of iron bridge in Rohtas) के मामले में जल संसाधन विभाग ने दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई (Action on two officers in Rohtas bridge case) की है. जल संसाधन विभाग ने दो अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. इसके साथ ही मुख्य अभियंता, सिंचाई सृजन, डिहरी और कार्यपालक अभियंता, सोन नहर प्रमंडल बिक्रमगंज से स्पष्टीकरण की मांग की गई है. पढ़ें पूरी खबर.

Bridge Theft in Rohtas Case:
Bridge Theft in Rohtas Case:

पटना: बिहार के रोहतास जिले में 60 फीट लंबे लोहे के पुल की चोरी के मामले (Bridge Theft in Rohtas case) को लेकर नीतीश सरकार की खूब छीछालेदर हो रही है. चोरी के इस मामले का पुलिस द्वारा खुलासा किये जाने के बाद अब जल संसाधन विभाग ने दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की है. जल संसाधन विभाग ने दो अधिकारियों को सस्पेंड (Nasriganj SDO Radheshyam Singh suspended) कर दिया है. इसके साथ ही मुख्य अभियंता, सिंचाई सृजन, डिहरी और कार्यपालक अभियंता, सोन नहर प्रमंडल बिक्रमगंज से स्पष्टीकरण की मांग की गई है.

मंत्री ने दिया सख्त कार्रवाई का निर्देश: जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा (Water Resources Minister Sanjay Kumar Jha) ने लोहे का पुराना पुल चोरी के मामले के सामने आने के बाद त्वरित छानबीन कर विभाग के दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है. जल संसाधन विभाग के वरीय अधिकारियों द्वारा की गई मामले की प्रारंभिक छानबीन में प्रथम दृष्टया दोषी पाये जाने पर नासरीगंज के अवर प्रमंडल पदाधिकारी राधेश्याम सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश जारी कर दिया गया.

कनीय अभियंता भी निलंबित: इसके साथ ही सोन नहर प्रमंडल बिक्रमगंज के कनीय अभियंता अरशद कमाल शमसी को भी लापरवाही के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है. इस पूरे मामले में मुख्य अभियंता, सिंचाई सृजन, डिहरी और कार्यपालक अभियंता, सोन नहर प्रमंडल बिक्रमगंज से स्पष्टीकरण की मांग की गई है. इस मामले की अभी विस्तृत जांच की जा रही है. बता दें कि बिहार के रोहतास जिला स्थित नासरीगंज के अमियावर में सोन नहर पर बने 60 फुट का लोहे का लंबा पुल चोरी हो गया था. पुलिस ने चोरी के इस मामले का खुलासा करते हुए सिंचाई विभाग के एसडीओ राधेश्याम सिंह और राजद नेता शिवकल्याण भारद्वाज सहित 8 लोगों को गिरफ्तार किया था.

जांच के लिए हुआ था एसआईटी का गठन: इस मामले को लेकर रोहतास के एसपी आशीष भारती खुद घटनास्थल पर पहुंचे थे और खुद मांमले की जांच शुरू कर एसआईटी का गठन किया था. एसपी ने अमियावर में सोन नहर से चोरी गए लोहे के पुल के मामले में बड़ा खुलासा करते हुए बताया था कि सिंचाई विभाग के एसडीओ तथा राजद के प्रखंड अध्यक्ष ने मिलकर नहर पर बने लोहे का 60 फीट लम्बा पुल ही चोरी कर बेच दिया था.

सिचाई विभाग के कर्मचारी की देखरेख में काटा गया पुल: अनुसंधान के क्रम में दौरान जानकारी मिली कि चोरी गये पुल के लोहे को नासरीगंज थाना अंतर्गत अमियावर धर्मकांटा पर वजन कराया गया था. सिचाई विभाग के मौसमी कर्मचारी अरविंद कुमार की देखरेख में जर्जर पुल के अवशेष को कटवाया गया था. एसपी ने बताया कि कार्रवाई के दौरान चोरी की घटना में संलिप्त सोन नहर अवर प्रमंडल नासरीगंज के एसडीओ राधेश्याम सिंह, जो कैमूर का रहने वाले हैं. उनके इशारे पर पूरी घटना को अंजाम दिया गया. इसमें राजद नेता शिव कल्याण भारद्वाज की भी संलिप्तता थी. इसके एवज में उन्होंने 10 हजार रुपये लिये थे.

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एसडीओ मास्टर माइंड, राजद नेता ने दिया सरंक्षण: बताया जाता है कि एसडीओ ही पुल चोरी का मास्टर माइंड है. राजद के नासरीगंज प्रखण्ड अध्यक्ष अमियावर निवासी शिव कल्याण भारद्वाज के सरंक्षण में पुल की चोरी को अंजाम दिया गया है. उनके पास से पुलिस ने 31 सौ नगद भी बरामद किया है. एसपी ने आगे बताया कि इस घटना को अंजाम देने में स्थानीय स्तर पर अमियावर गांव के एक व्यक्ति के बारे में जानकारी मिली है. जिसके इशारे पर चंदन कुमार अमियावर के पिकअप गाड़ी से चोरी के सामान को ले जाया गया था.

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