गया: बिहार के गया में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है. प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के सेंट्रल कमेटी के शीर्ष लीडर प्रमोद मिश्रा की गिरफ्तारी हुई है. सुरक्षाबलों ने प्रमोद मिश्रा के एक सहयोगी को भी मौके से दबोचा है. जानकारी के अनुसार दिल्ली से पहुंची आईबी की टीम, एसएसबी 29 गया, एसटीएफ और जिला पुलिस की टीम ने गया में चिन्हित स्थान पर घेराबंदी कर दबिश दी. इसके बाद यह सफलता मिली है. गया एसएसपी ने मामले की पुष्टि कर दी है.
ये भी पढ़ें- नक्सलियों के ठिकानों पर छापेमारी में बड़ा खुलासा, बड़े नक्सली नेताओं के नाम पर हो रही है पैसे की उगाही
नक्सली कमांडर प्रमोद मिश्रा गिरफ्तार : सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट मिली थी कि प्रमोद मिश्रा गया जिले के कोच थाना क्षेत्र इलाके में आया हुआ है. इनपुट के आधार पर गया के कोंच थाना अंतर्गत कुडरही गांव में घेराबंदी कर दबिश दी गई. जहां से सुरक्षाबलों ने प्रमोद मिश्रा की गिरफ्तारी की है. वहीं सहयोगी अनिल उर्फ लव कुश भी गिरफ्तार हो गया है.
''सूचना प्राप्त हो रही थी कि कुख्यात नक्सली प्रमोद मिश्रा अपने सहयोगी अनिल यादव के साथ टिकारी अनुमंडल के विभिन्न थाना क्षेत्रों में घूम रहा है. किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है. इस सूचना के सत्यापन और आवश्यक कार्रवाई के लिए एक विशेष टीम (गया पुलिस एवं अन्य सुरक्षा एजेंसी ) का गठन किया गया. जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया. दोनों गिरफ्तार नक्सली कई कांडों के वांछित अभियुक्त है.''- आशीष भारती, एसएसपी, गया
जेल से छूटने के बाद संभाल रहा था झारखंड की कमान : सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रमोद मिश्रा बीते साल जेल से निकलने के बाद से गायब था. इस क्रम में वह भाकपा माओवादी नक्सली संगठन की गतिविधियों का पुनः संचालन कर रहा था. फिलहाल झारखंड की कमान उसके हाथ में थी. नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो सदस्य प्रमोद मिश्रा की गिरफ्तारी को सुरक्ष बल बड़ी सफलता मानी जा रही है.
बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में दर्ज हैं कांड: बताया जाता है कि प्रमोद मिश्रा नक्सली संगठन के पोलित ब्यूरो सदस्य रहा है और संगठन में उसका बड़ा नाम है. बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में नक्सली कांडों में इसके खिलाफ एफआईआर दर्ज हैं. प्रमोद मिश्रा के साथ गिरफ्तार हुआ सहयोगी अनिल उर्फ लव कुश गया जिले के ही लुटुआ थाना के असुराईन गांव का रहने वाला बताया जाता है.
मोनाबार की घटना के बाद सरगर्मी से हो रही थी तलाश: गौरतलब हो कि वर्ष 2021 में गया जिले के डुमरिया थाना अंतर्गत मोनाबार गांव के बाघ बरवा टोला में एक ही परिवार के 4 लोगों की नक्सलियों द्वारा फांसी लगाकर हत्या कर दी गई थी. इसमें दो लोग और इन दोनों की पत्नी शामिल थी. मुखबिरी करने के आरोप में नक्सलियों ने इस प्रकार से मौत की सजा दी थी. यह झकझोर देने वाली घटना थी. सामने आया था कि इस घटना को प्रमोद मिश्रा के कहने पर नक्सली संदीप यादव की देख रेख में अंजाम दिया गया था.
नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई से बौखला उठा था : बताया गया है कि इस घटना के पूर्व कोबरा के जवानों ने चार नक्सलियों को मार गिराया था. इसके प्रतिशोध में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या मारपीट करने के बाद गौशाला में फांसी पर लटकाकर नक्सलियों द्वारा कर दी गई थी. फिलहाल प्रमोद मिश्रा पर झारखंड सरकार द्वारा एक करोड़ रुपये का इनाम प्रस्तावित था.