
खजाना महल के राम सेतु कुंड में तैरते पत्थरों की हुई पूजा, राम नामी पत्थरों को देख पर्यटक हुए भाव विभोर - श्रीरामजी की लंका पर विजय गाथा
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Published : January 22, 2024 at 6:10 PM IST
|Updated : January 23, 2024 at 3:30 PM IST
जयपुर. रामलला की अयोध्या में हुई प्राण प्रतिष्ठा को दिवाली के त्योहार के रूप में मनाया जा रहा है. इस पावन पर्व को जैम्स एंड ज्वेलरी के म्यूजियम खजाना महल में भी पर्यटकों की मौजूदगी में पंडितों ने राम सेतु के तैरते पत्थरों की पूजा अर्चना की. मंत्रोच्चार और प्रसादी वितरण के साथ इस उत्सव को मनाया गया. इस दौरान पर्यटकों ने रामलला का स्वागत किया. वहीं, राम नामी पत्थरों को देख पर्यटक भाव विभोर हो गए. रामेश्वरम के बाद जयपुर का खजाना महल ही संभवत: एक ऐसा स्थान है, जहां के कुंड में सात राम नामी अद्भुत पत्थर तैरते हुए श्रीरामजी की लंका पर विजय गाथा के साक्षी होने का साक्षात प्रमाण दे रहे हैं. बंगाल से आई दो महिला पर्यटक इन अद्भुत पत्थरों को देखकर इतनी भावुक हो गई कि उनकी आंखों से अविरल अश्रुधारा बहने लगी. पर्यटकों ने 13650 कैरट की बेशकीमती रूबी पत्थर से बनी राम दरबार की मूर्ति की भी पूजा अर्चना की. खजाना महल के फाउंडर डायरेक्टर अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि अब से रोजाना इस राम सेतु कुंड में तैरते पत्थरों की पूजा अर्चना की जाएगी. वैसे तो यह पत्थर लगभग एक वर्ष से इस कुंड में तैर रहे हैं और पर्यटक इसको उत्सुकता के साथ देखते हैं. जब से रामलला की अयोध्या में स्थापना की घोषणा हुई है. प्रभु श्रीराम के संघर्ष और लंका विजय के प्रतीक राम सेतु के पवित्र पत्थरों को देखने का नजरिया लोगों में पवित्र पावन हो गया है.
जयपुर. रामलला की अयोध्या में हुई प्राण प्रतिष्ठा को दिवाली के त्योहार के रूप में मनाया जा रहा है. इस पावन पर्व को जैम्स एंड ज्वेलरी के म्यूजियम खजाना महल में भी पर्यटकों की मौजूदगी में पंडितों ने राम सेतु के तैरते पत्थरों की पूजा अर्चना की. मंत्रोच्चार और प्रसादी वितरण के साथ इस उत्सव को मनाया गया. इस दौरान पर्यटकों ने रामलला का स्वागत किया. वहीं, राम नामी पत्थरों को देख पर्यटक भाव विभोर हो गए. रामेश्वरम के बाद जयपुर का खजाना महल ही संभवत: एक ऐसा स्थान है, जहां के कुंड में सात राम नामी अद्भुत पत्थर तैरते हुए श्रीरामजी की लंका पर विजय गाथा के साक्षी होने का साक्षात प्रमाण दे रहे हैं. बंगाल से आई दो महिला पर्यटक इन अद्भुत पत्थरों को देखकर इतनी भावुक हो गई कि उनकी आंखों से अविरल अश्रुधारा बहने लगी. पर्यटकों ने 13650 कैरट की बेशकीमती रूबी पत्थर से बनी राम दरबार की मूर्ति की भी पूजा अर्चना की. खजाना महल के फाउंडर डायरेक्टर अनूप श्रीवास्तव ने बताया कि अब से रोजाना इस राम सेतु कुंड में तैरते पत्थरों की पूजा अर्चना की जाएगी. वैसे तो यह पत्थर लगभग एक वर्ष से इस कुंड में तैर रहे हैं और पर्यटक इसको उत्सुकता के साथ देखते हैं. जब से रामलला की अयोध्या में स्थापना की घोषणा हुई है. प्रभु श्रीराम के संघर्ष और लंका विजय के प्रतीक राम सेतु के पवित्र पत्थरों को देखने का नजरिया लोगों में पवित्र पावन हो गया है.

