जांजगीर चांपा : नवागढ़ ब्लॉक के बर्रा गांव के कोटवार की मनमानी और अड़ियल रवैये के खिलाफ ग्रामीणों ने मोर्चा खोला है. ग्रामीणों का आरोप है कि कोटवार राजस्व के मामलों का निपटारा करने के लिए पैसे की मांग करता है.साथ ही साथ कोटवार कभी भी गांव में नहीं रहता है.जिसके कारण अब ग्रामीण सरपंच के साथ कलेक्टर पहुंचे और कोटवार को हटाने की मांग की.
कोटवार घूस लेकर करता है साइन : ग्रामीणों की समस्या गांव का कोटवार है. गांव को कोटवारी के करने के नाम पर शासन से 10 एकड़ खेती भूमि मिली है. लेकिन कोटवार गांव में रहने के बजाए 25 किलोमीटर दूर शिवरीनारायण में रहता है.वहीं गांव की कोटवारी जमीन को गिरवी रख दिया है. ग्रामीणों को जन्म, मृत्यु,आय, जाति, और निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए शिवरीनारायण जाकर कोटवार के हस्ताक्षर लेने पड़ते हैं. वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि कोटवार दस्तावेजों में साइन करने के नाम पर एक हजार रुपए घूस लेता है.
एडीएम ने दिए जांच के निर्देश : बर्रा गांव से कलेक्टर कार्यालय पहुंचे ग्रामीणों की शिकायत सुनने के बाद एडिशनल कलेक्टर एसपी वैद्य ने मामले को गंभीरता से लिया. इस मामले में शिवरीनारायण के तहसीलदार को मामले की तत्काल जांच के निर्देश दिए हैं. कोटवार के खिलाफ मिले शिकायतों की पुष्टि होने पर कोटवार को हटाने के निर्देश भी दिए हैं.
राजस्व मामलों के निपटारे में तेजी लाने की सोच : आपको बता दें कि जिला प्रशासन राजस्व प्रकरणों को ग्रामीणों के घर पहुंच कर निपटारा करने के लिए मुहिम शुरू की है. ग्रामीणों के स्थानीय स्तर पर होने वाली समस्याओं से बचाने के लिए राजस्व प्रकारणों के निपटारे करने शुरू किए हैं. वहीं अब कोटवार की वजह से राजस्व मामले पर सवाल उठता देख ग्रामीणों की मांग पर जांच के बाद कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.