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"वीरभद्र का बेटा हूं, घी सीधी उंगली से न निकले तो टेढ़ी करना आता है, जयराम लंगड़ी लगाकर सरकार गिराने की कोशिश न करें" - Vikramaditya Singh Slams Jairam

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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Apr 29, 2024, 10:00 PM IST

Updated : Apr 29, 2024, 11:03 PM IST

Vikramaditya Singh Slams Jairam Thakur
जयराम ठाकुर पर विक्रमादित्य सिंह का निशाना

Vikramaditya Singh Slams Jairam Thakur: सराज दौरे पर पहुंचे कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने पूर्व सीएम जयराम ठाकुर पर निशाना साधा. उन्होंने कहा जयराम मायाजाल बुनकर और लंगड़ी लगाकर सरकार गिराने की कोशिश न करे. मैं भी वीरभद्र का बेटा हूं, घी अगर सीधी उंगली से न निकले तो मैं उंगली टेढ़ी भी करना चाहता हूं. पढ़िए पूरी खबर...

जयराम ठाकुर पर विक्रमादित्य सिंह का निशाना

मंडी: कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के गृह क्षेत्र सराज के केयोली धार में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान विक्रमादित्य पूर्व सीएम जयराम ठाकुर पर काफी आक्रामक नजर आए. विक्रमादित्य सिंह ने कहा, "वे वीरभद्र सिंह के बेटे हैं. अगर घी सीधी उंगली से न निकले तो उन्हें उंगली टेढ़ी करनी भी आती है".

विक्रमादित्य सिंह ने कहा, "जयराम ठाकुर मायाजाल रचकर और लंगड़ी मारकर सरकार चलाने की नाकाम कोशिशें कर रहे हैं. ऐसा न हो कि उन्हें देवी-देवताओं के प्रकोप को झेलना पड़ जाए. कुछ दिन पहले चैलचौक में लंगड़ी मारने का परिणाम जयराम भुगत चुके हैं. जबकि कंगना के पीछे चलते हुए खुद ही गिर पड़े थे. जयराम में सरकार चलाने की इच्छा इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि अब उनसे रहा नहीं जा रहा. इसलिए षड्यंत्र रचकर सरकार चलाने की सोच रहे हैं".

विक्रमादित्य सिंह ने अपने पिता वीरभद्र सिंह को याद करते हुए कहा कि वो प्रदेश के एक महान नेता थे. उनकी सीख का अनुसरण आज भी लोग करते हैं. उनका दौर कभी समाप्त नहीं होगा, लेकिन जयराम ठाकुर का दौर जल्द ही समाप्त होने वाला है. जयराम ठाकुर का दौर कंगना ही लंगड़ी मारकर समाप्त करेगी. लेकिन वे जयराम के हितैषी हैं और जयराम ठाकुर को बचाने के लिए ही चुनाव लड़ रहे हैं.

विक्रमादित्य सिंह ने जयराम ठाकुर को भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत को चुनावों के बाद सराज के स्कूलों में पढ़ाने की सलाह भी दी. उन्होंने कहा कि कंगना को इतिहास की कोई जानकारी नहीं है. इसलिए उसे सराज के सरकारी स्कूलों में इतिहास को पढ़ाया जाना चाहिए.

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Last Updated :Apr 29, 2024, 11:03 PM IST
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