कौशांबी : लोकसभा चुनाव के मद्देनजर रविवार को FST टीम सैनी चौराहा पर चेकिंग कर रही थी. इसी दौरान बजरंग दल के प्रांत संयोजक की भी कार चेक की जाने लगी. आरोप है कि वाहन चेक करने के बाद टीम उनकी जेबें भी तलाश रही थी. इसी बात को लेकर विवाद हो गया. जमकर नोखझोक हुई. एक-दूसरे को धमकी तक दी गई. जानकारी मिलने पर एसडीएम मौके पर पहुंच गए. उन्होंने समझा-बुझाकर लोगों को शांत कराया.
FST (उड़नदस्ता) टीम सैनी कोतवाली क्षेत्र के स्थानीय चौराहे के पास वाहनों की चेकिंग कर रही थी. इसी दौरान बजरंग दल के प्रांत संयोजक विवेक जयसवाल पहुंचे. कार्यकर्ता अभिषेक पाठक ने बताया कि झारखंड से दुर्गा वाहनी की महिला कार्यकर्ताएं पैदल पदयात्रा कर मथुरा जा रहीं हैं. उनके लिए खाना-पीने की व्यवस्था के लिए हम लोग यहां पर खड़े थे. मजिस्ट्रेट भी यहां खड़े थे, पहले लेकिन उन्होंने कुछ नही बोला.
कुछ देर बाद कहने लगे कि गाड़ी चेक कराओ. हम लोग अपनी गाड़ी चेक कराने लगे, इसके बाद हम लोगों की जेबें भी वह चेक करने लगे. हमने कहा कि जेब चेक करने का अधिकार नहीं है तो मजिस्ट्रेट गाली देने लगे, कहने लगे कि तुम्हारी कार सीज कर देंगे. हम लोगों ने उच्य अधिकारियों से बात करानी चाही तो कहा कि जाकर योगी जी से बात कर लो.
इसी बात को लेकर टीम और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की जमकर नोखझोक हुई. घंटों हंगामा होता रहा. इसकी जानकारी मिलने पर सिराथू एसडीएम महेंद्र श्रीवास्तव मौके पर पहुंच गए. उन्होंने कार्यकर्ताओं को समझा-बुझाकर मामला शान्त कराया. एसडीएम ने बताया कि कार्यकर्ताओं को समझाकर उन्हें शांत करा दिया गया है.
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