हमीरपुर: हमीरपुर जिले के जलालपुर थाना क्षेत्र के बरखेड़ा गांव में बुधवार की सुबह एक बच्चा खेल खेल में अपनी मां के इलाज के लिए रखी दवाई खा ली, जिसके बाद वह बेहोश हो गया. जब उसके दादा की नजर पड़ी तो उसे आनन फानन में अस्पताल ले जाया गया. लेकिन उसने अस्पताल पहुंचने से पहले दम तोड़ दिया. इकलौते बेटे की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया है.
बरखेड़ा निवासी बाबादीन ने बताया कि, वह गांव में रहकर मेहनत मजदूरी करता है. पत्नी ऊषा का इलाज चल रहा है. बुधवार को वह काम करने सुबह घर से निकल गया था. पत्नी घर के बाहर बैठी थी. तभी उसका इलकौता पुत्र भरत कुमार (9) सुबह करीब आठ बजे आलमारी पर रखी दवाईयां उठकर खा ली. जिसके बाद वह बेहोश हो गया.
थोड़ी देर बाद बच्चे के दादा प्यारेलाल खाना खाने के लिए खोजने गए तो उसे बेहोशी हालात में पड़ा देखा. उसके पास में टेबलेट का पत्ता पड़ा था. जिसमें दो से तीन गोलियां गायब थी. पोते की हालत बिगड़ी देख वह उसे पास के गांव बंगरा अस्पताल में ले गए. जहां से उसे हमीरपुर लाते लाते उसने दम तोड़ दिया.
बच्चे भरत के परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए ही उसके शव को लेकर घर चले गए. मृतक बच्चा भरत अपने माता पिता में इकलौती संतान था. जो गांव के प्राइमरी स्कूल में कक्षा 4 का छात्र था. ग्रामीणों ने बताया कि देर शाम को उसका अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा.