सुकमा: मंगलवार को छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित इलाके सुकमा से सुरक्षाबलों के लिए अचछी खबर आई है. दो नक्सलियों ने सरकार की नक्सल उन्मूलन नीति से प्रभावित होकर सरेंडर किया है. इन दोनों नक्सलियों में से एक माओवादी के ऊपर एक लाख रुपये का इनाम पुलिस और सरकार ने घोषित कर रखा था.
खून खराबे से तंग आकर किया सरेंडर: दोनों नक्सलियों ने माओवादियो की खोखली विचारधारा से तंग आकर यह फैसला किया. आत्मसर्पण करने वाले दोनों नक्सलियों में एक नक्सली का नाम पोडियाम गंगा और उइका नंदा है. नक्सलियों की खोखली और अमानवीय विचारधारा से तंग आकर उन्होंने सुरक्षाबलों और पुलिस के सामने हथियार डालने का फैसला किया.
पोडियाम गंगा सक्रिय नक्सलियों की लिस्ट में था शामिल: नक्सली पोडियम गंगा एक्टिव नक्सलियों की लिस्ट में शामिल रहा है. उसके ऊपर छत्तीसगढ़ शासन की तरफ से एक लाख रुपये का इनाम घोषित था. वह प्रतिबंधित माओवादी संगठन के बुरकलांका रिवोल्यूशनरी पीपुल्स काउंसिल के तहत कार्य कर रहा था. नक्सलियों की इस कोर के गच्चनपल्ली पंचायत दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संघ (डीएकेएमएस) का वह अध्यक्ष था.
मेडिकल कोर से जुड़ा था नक्सली उइका नंदा: नक्सली उइका नंदा परतापुर एरिया कमेटी के तहत माओवादियों की मेडिकल टीम का सदस्य रहा है. वह इस ग्रुप में लगातार सक्रिय था. पुलिस दोनों नक्सलियों के सरेंडर को अहम कामयाबी मान रही है. इससे पहले रविवार को बीजापुर में 6 नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई थी. उसके बाद सोमवार को बीजापुर में चार नक्सली गिरफ्तार किए गए. इस तरह लगातार बस्तर में माओवादी बैकफुट पर जाने को विवश हैं.
बीजापुर में आईईडी डिफ्यूज: बीजापुर गंगालूर मार्ग में चेरपाल से 1 किलोमीटर आगे जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ की सयुंक्त टीम ने 5 किलो का IED बरामद किया. जिसे बीडीएस और सीआरपीएफ की टीम ने डिफ्यूज किया.