ETV Bharat / state

आदिवासी इलाकों की 'चीलगाड़ी' का गजब रुतबा, जहां जाए हर बार टूट कर देखने उमड़ते हैं ग्रामीण - THRILL OF CHILGADI MEANS HELICOPTER

आदिवासी क्षेत्रों में चुनावी मौसम में लोगों के बीच नेताओं का नहीं बल्कि 'चीलगाड़ी' का क्रेज है. 'चीलगाड़ी' यानि हेलिकॉप्टर. राजनीतिक दल भी भीड़ जुटाने के लिए सभास्थल के पास ही हेलिपैड बनवाते हैं. कारण साफ है. हेलिकॉप्टर देखने लोग आएंगे तो सभा में भीड़ हो जाएगी.

thrill of Chilgadi means helicopter tribal areas
आदिवासी इलाकों में हेलिकॉप्टर देखने उमड़े लोग (ETV BHARAT)
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : May 10, 2024, 12:16 PM IST

Updated : May 10, 2024, 5:36 PM IST

आदिवासी क्षेत्रों में चुनावी मौसम में हेलिकॉप्टर का रोमांच (ETV BHARAT)

रतलाम। लोकसभा चुनाव के चौथे चरण का प्रचार चरम पर है. ऐसे में रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट पर चुनावी सभा में लोगों की भीड़ जुटाने के लिए नेताओं ने तरीका खोज लिया है. कांग्रेस व बीजेपी के नेता हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल कर रहे हैं. हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल आमतौर पर नेता समय बचाने के लिए करते हैं. लेकिन आदिवासी क्षेत्रों में हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल सियासी दल लोगों की भीड़ जुटाने के लिए करते हैं. हेलिकॉप्टर देखने के बहाने जनसभा में भीड़ उमड़ पड़ती है.

ग्रामीण आदिवासी हेलिकॉप्टर को कहते हैं 'चीलगाड़ी'

आदिवासी अंचल का पहाड़ियों और टीलों वाला इलाका जहां सैकड़ों लोग एक खास चीज को देखने के लिए उमड़ते हैं, उस चीज का नाम है स्थानीय बोली में चीलगाड़ी. हेलिपैड के पास में ही चुनावी सभा का पंडाल और मंच सजा है. बड़े नेताओं की भाषणबाजी हो रही है लेकिन यहां बैठे लोगों की रुचि किसी खास चीज़ में है. अचानक से गड़गड़ाहट की आवाज आती है और पंडाल में बैठे लोग दौड़ लगा देते हैं. पूछे जाने पर पता चला कि ये सब लोग चीलगाड़ी को देखने जा रहे हैं.

ALSO READ:

"बुआजी मांग करते-करते चली गईं, भैया को भी कुछ नहीं मिला", मुख्यमंत्री मोहन यादव के निशाने पर कांग्रेस

विजयवर्गीय का कांग्रेस पर निशाना- एससी-एसटी वर्ग को भ्रमित कर रहा है विपक्षी गठबंधन

हेलिकॉप्टर की लैंडिंग और रोमांच के क्षण

आदिवासी अंचलों में हेलीकॉप्टर को देखने और निहारने का एक अलग ही क्रेज है. अब आधुनिक हो चुके आदिवासी युवा अपने मोबाइल के कैमरा में भी हेलीकॉप्टर की लैंडिंग और टेकऑफ को कैद कर लेना चाहते हैं. आदिवासी लोगों की इसी क्रेज को देखते हुए राजनीतिक पार्टियां अपनी सभाओं में भीड़ जुटाने के लिए हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल करते हैं. भीड़ जुटाने के लिए रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र के सैलाना, बाजना, झाबुआ,थांदला, जोबट और पेटलावद में जहां भी किसी बड़े नेता की सभा होती है तो हेलीपैड सभास्थल के आसपास ही बनाया जाता है.

आदिवासी क्षेत्रों में चुनावी मौसम में हेलिकॉप्टर का रोमांच (ETV BHARAT)

रतलाम। लोकसभा चुनाव के चौथे चरण का प्रचार चरम पर है. ऐसे में रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट पर चुनावी सभा में लोगों की भीड़ जुटाने के लिए नेताओं ने तरीका खोज लिया है. कांग्रेस व बीजेपी के नेता हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल कर रहे हैं. हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल आमतौर पर नेता समय बचाने के लिए करते हैं. लेकिन आदिवासी क्षेत्रों में हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल सियासी दल लोगों की भीड़ जुटाने के लिए करते हैं. हेलिकॉप्टर देखने के बहाने जनसभा में भीड़ उमड़ पड़ती है.

ग्रामीण आदिवासी हेलिकॉप्टर को कहते हैं 'चीलगाड़ी'

आदिवासी अंचल का पहाड़ियों और टीलों वाला इलाका जहां सैकड़ों लोग एक खास चीज को देखने के लिए उमड़ते हैं, उस चीज का नाम है स्थानीय बोली में चीलगाड़ी. हेलिपैड के पास में ही चुनावी सभा का पंडाल और मंच सजा है. बड़े नेताओं की भाषणबाजी हो रही है लेकिन यहां बैठे लोगों की रुचि किसी खास चीज़ में है. अचानक से गड़गड़ाहट की आवाज आती है और पंडाल में बैठे लोग दौड़ लगा देते हैं. पूछे जाने पर पता चला कि ये सब लोग चीलगाड़ी को देखने जा रहे हैं.

ALSO READ:

"बुआजी मांग करते-करते चली गईं, भैया को भी कुछ नहीं मिला", मुख्यमंत्री मोहन यादव के निशाने पर कांग्रेस

विजयवर्गीय का कांग्रेस पर निशाना- एससी-एसटी वर्ग को भ्रमित कर रहा है विपक्षी गठबंधन

हेलिकॉप्टर की लैंडिंग और रोमांच के क्षण

आदिवासी अंचलों में हेलीकॉप्टर को देखने और निहारने का एक अलग ही क्रेज है. अब आधुनिक हो चुके आदिवासी युवा अपने मोबाइल के कैमरा में भी हेलीकॉप्टर की लैंडिंग और टेकऑफ को कैद कर लेना चाहते हैं. आदिवासी लोगों की इसी क्रेज को देखते हुए राजनीतिक पार्टियां अपनी सभाओं में भीड़ जुटाने के लिए हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल करते हैं. भीड़ जुटाने के लिए रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र के सैलाना, बाजना, झाबुआ,थांदला, जोबट और पेटलावद में जहां भी किसी बड़े नेता की सभा होती है तो हेलीपैड सभास्थल के आसपास ही बनाया जाता है.

Last Updated : May 10, 2024, 5:36 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.