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किडनैपिंग की वारदात से खुला पेपर लीक का राज, खाकी ने निकाला पाली कनेक्शन - Paper leak case

पाली में एक अपहरण की वारदात का खुलासा करने में जुटी पुलिस की पड़ताल ने पेपर लीक कांड को फिर से हवा दे दी. दरअसल यहां पेपर लीक मामले में रुपयों के बंटवारे को लेकर विवाद के बाद संदिग्धों ने किडनैपिंग की वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस की जांच में अगवा करने के पीछे पेपर लीक के पैसों के बंटवारे का झगड़ा सामने आया. इस मामले में अब दो आरोपी पाली पुलिस की गिरफ्त में है.

Paper leak case
पेपर लीक कांड (ETV Bharat Pali)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 14, 2024, 10:38 PM IST

पाली. प्रदेश में पेपर लीक और नकल माफिया को लेकर पाली पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. जांच में सामने आया है कि गिरोह के सरगना जगदीश सारण के तार पाली से भी जुड़े हुए थे. इस मामले में पाली पुलिस की गिरफ्त में आए हरीश और नेनाराम नाम के दो आरोपियों को सोमवार रात एसओजी ने गिरफ्त में लिया, दोनों से अब जयपुर में पूछताछ की जाएगी. पाली के जैतपुर एसएचओ राजेंद्र सिंह के मुताबिक उनकी पड़ताल में यह बात सामने आई कि जैतपुर थाना इलाके के सेदरिया गांव का नेनाराम पटेल और जोधपुर के मोगड़ा का हरीश पटेल नकल गिरोह सरगना जगदीश से मिले हुए थे.

इन भर्तियों से जुड़े हैं तार: पाली पुलिस के मुताबिक नेनाराम पटेल और हरीश पटेल की जेईएन भर्ती, शिक्षक भर्ती, सीएचओ, टेक्निकल हेल्पर जैसी 10 से ज्यादा परीक्षाओं में पेपर आउट के दौरान भूमिका रही थी. इस दौरान दोनों ने अभ्यर्थियों को नकल करा नौकरी पर लगाया और पैसे वसूले. जगदीश के पकड़े जाने के बाद अभ्यर्थियों से लिए गए रुपयों के बंटवारे को लेकर दोनों में विवाद चल रहा था.

पढ़ें: एसआई भर्ती-2021 में फर्जीवाड़े से लगे अभ्यर्थियों की जगह योग्य की नियुक्ति क्यों नहीं-हाईकोर्ट - SI RECRUITMENT 2021

दाे दिन पहले हरीश ने अपने साथी की मदद से सेदरिया गांव से नेनाराम पटेल का अपहरण किया और विवाद निपटने पर वायद के पास उसे छोड़ दिया. घटना के बाद पुलिस के सामने नेनाराम खुद के अपहरण की घटना से इनकार करता रहा, लेकिन पुलिस ने मामला संदिग्ध मानते हुए छानबीन की. तो घटना के तार हरीश और उसके साथी से जुड़े. इसके बाद पूछताछ में आरोपियों ने नकल गिरोह के साथ ताल्लुकात और पेपर आउट को लेकर अहम जानकारी पुलिस को बताई.

पढ़ें: एसआई पेपर लीक प्रकरण में निचली अदालत का रिकॉर्ड तलब - SI Paper Leak Case

कारोबारी साझेदार बने दुश्मन: पुलिस के मुताबिक इस मामले में आरोपी नेनाराम पटेल और हरीश उर्फ हरीराम पटेल आपस में रिश्तेदार है. दाेनाें आरोपी प्रॉपर्टी कारोबार की आड़ में पेपर लीक और नकल गिरोह के सरगना जगदीश से जुड़े थे. आरोपियों ने पेपर आउट में कमाई राशि जोधपुर, पाली और जैतपुर-वायद इलाके के प्रॉपर्टी कारोबार में लगाई, ताकि किसी को उन पर संदेह नहीं हो सके. बीते दिनों एसओजी ने नकल गिरोह के सरगना जगदीश समेत अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि अभ्यर्थियों से नकल के बदले लिए गए रुपए नेनाराम और हरीश के पास रह गए. इन रुपयों काे हिसाब-किताब में गड़बड़ी को लेकर दाेनाें में फिर दुश्मनी पैदा हो गई.

पढ़ें: पेपर लीक प्रकरण : आरोपी ट्रेनी SI को रिहा करने का आदेश निरस्त, DGP जांच कर रिपोर्ट करें पेश - Rajasthan High Court

किडनैपिंग को छिपाने की कोशिश: पाली पुलिस को जानकारी मिली थी कि 11 मई की शाम को सेदरिया गांव से कुछ लोग नेनाराम पटेल को जबरन गाड़ी में डाल कर ले गए. नेनाराम के परिजनों से अपहरण की सूचना पर सीओ ग्रामीण रतनाराम देवासी और जैतपुर एसएचओ राजेंद्र सिंह की टीम ने नाकाबंदी करते हुए आरोपियों की तलाश तेज की, शाम को सेदरिया गांव का नेनाराम पटेल पुलिस को वायद गांव में मिल गया, जिसने कहा कि प्राेपर्टी काराेबार काे लेकर लेनदेन में वह अपनी मर्जी से गाड़ी में बैठ कर गया था. उसने पुलिस को गुमराह करते हुए खुद की किडनैपिंग को छिपाने की कोशिश की.

वहीं छानबीन में जुटी पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपहरण की घटना में शामिल हरीश समेत झंवर के खुडाला गांव के अनेक राम विश्नोई को गिरफ्तार किया. हालांकि घटना में नेनाराम ने अपहरण का केस दर्ज कराने से इनकार कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को रविवार को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया. इसके बाद पुलिस ने तीनों से अलग-अलग पूछताछ की, तो पता चला कि हरीश और नेनाराम नकल गिरोह से जुड़े हैं. पुलिस के इनपुट के बाद एसओजी की टीम सोमवार शाम को राहत पहुंची और दोनों आरोपियों को जमानत पर छूटते ही अपनी हिरासत में लिया.

पाली. प्रदेश में पेपर लीक और नकल माफिया को लेकर पाली पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. जांच में सामने आया है कि गिरोह के सरगना जगदीश सारण के तार पाली से भी जुड़े हुए थे. इस मामले में पाली पुलिस की गिरफ्त में आए हरीश और नेनाराम नाम के दो आरोपियों को सोमवार रात एसओजी ने गिरफ्त में लिया, दोनों से अब जयपुर में पूछताछ की जाएगी. पाली के जैतपुर एसएचओ राजेंद्र सिंह के मुताबिक उनकी पड़ताल में यह बात सामने आई कि जैतपुर थाना इलाके के सेदरिया गांव का नेनाराम पटेल और जोधपुर के मोगड़ा का हरीश पटेल नकल गिरोह सरगना जगदीश से मिले हुए थे.

इन भर्तियों से जुड़े हैं तार: पाली पुलिस के मुताबिक नेनाराम पटेल और हरीश पटेल की जेईएन भर्ती, शिक्षक भर्ती, सीएचओ, टेक्निकल हेल्पर जैसी 10 से ज्यादा परीक्षाओं में पेपर आउट के दौरान भूमिका रही थी. इस दौरान दोनों ने अभ्यर्थियों को नकल करा नौकरी पर लगाया और पैसे वसूले. जगदीश के पकड़े जाने के बाद अभ्यर्थियों से लिए गए रुपयों के बंटवारे को लेकर दोनों में विवाद चल रहा था.

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दाे दिन पहले हरीश ने अपने साथी की मदद से सेदरिया गांव से नेनाराम पटेल का अपहरण किया और विवाद निपटने पर वायद के पास उसे छोड़ दिया. घटना के बाद पुलिस के सामने नेनाराम खुद के अपहरण की घटना से इनकार करता रहा, लेकिन पुलिस ने मामला संदिग्ध मानते हुए छानबीन की. तो घटना के तार हरीश और उसके साथी से जुड़े. इसके बाद पूछताछ में आरोपियों ने नकल गिरोह के साथ ताल्लुकात और पेपर आउट को लेकर अहम जानकारी पुलिस को बताई.

पढ़ें: एसआई पेपर लीक प्रकरण में निचली अदालत का रिकॉर्ड तलब - SI Paper Leak Case

कारोबारी साझेदार बने दुश्मन: पुलिस के मुताबिक इस मामले में आरोपी नेनाराम पटेल और हरीश उर्फ हरीराम पटेल आपस में रिश्तेदार है. दाेनाें आरोपी प्रॉपर्टी कारोबार की आड़ में पेपर लीक और नकल गिरोह के सरगना जगदीश से जुड़े थे. आरोपियों ने पेपर आउट में कमाई राशि जोधपुर, पाली और जैतपुर-वायद इलाके के प्रॉपर्टी कारोबार में लगाई, ताकि किसी को उन पर संदेह नहीं हो सके. बीते दिनों एसओजी ने नकल गिरोह के सरगना जगदीश समेत अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि अभ्यर्थियों से नकल के बदले लिए गए रुपए नेनाराम और हरीश के पास रह गए. इन रुपयों काे हिसाब-किताब में गड़बड़ी को लेकर दाेनाें में फिर दुश्मनी पैदा हो गई.

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किडनैपिंग को छिपाने की कोशिश: पाली पुलिस को जानकारी मिली थी कि 11 मई की शाम को सेदरिया गांव से कुछ लोग नेनाराम पटेल को जबरन गाड़ी में डाल कर ले गए. नेनाराम के परिजनों से अपहरण की सूचना पर सीओ ग्रामीण रतनाराम देवासी और जैतपुर एसएचओ राजेंद्र सिंह की टीम ने नाकाबंदी करते हुए आरोपियों की तलाश तेज की, शाम को सेदरिया गांव का नेनाराम पटेल पुलिस को वायद गांव में मिल गया, जिसने कहा कि प्राेपर्टी काराेबार काे लेकर लेनदेन में वह अपनी मर्जी से गाड़ी में बैठ कर गया था. उसने पुलिस को गुमराह करते हुए खुद की किडनैपिंग को छिपाने की कोशिश की.

वहीं छानबीन में जुटी पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपहरण की घटना में शामिल हरीश समेत झंवर के खुडाला गांव के अनेक राम विश्नोई को गिरफ्तार किया. हालांकि घटना में नेनाराम ने अपहरण का केस दर्ज कराने से इनकार कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को रविवार को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया. इसके बाद पुलिस ने तीनों से अलग-अलग पूछताछ की, तो पता चला कि हरीश और नेनाराम नकल गिरोह से जुड़े हैं. पुलिस के इनपुट के बाद एसओजी की टीम सोमवार शाम को राहत पहुंची और दोनों आरोपियों को जमानत पर छूटते ही अपनी हिरासत में लिया.

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