पाली. प्रदेश में पेपर लीक और नकल माफिया को लेकर पाली पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. जांच में सामने आया है कि गिरोह के सरगना जगदीश सारण के तार पाली से भी जुड़े हुए थे. इस मामले में पाली पुलिस की गिरफ्त में आए हरीश और नेनाराम नाम के दो आरोपियों को सोमवार रात एसओजी ने गिरफ्त में लिया, दोनों से अब जयपुर में पूछताछ की जाएगी. पाली के जैतपुर एसएचओ राजेंद्र सिंह के मुताबिक उनकी पड़ताल में यह बात सामने आई कि जैतपुर थाना इलाके के सेदरिया गांव का नेनाराम पटेल और जोधपुर के मोगड़ा का हरीश पटेल नकल गिरोह सरगना जगदीश से मिले हुए थे.
इन भर्तियों से जुड़े हैं तार: पाली पुलिस के मुताबिक नेनाराम पटेल और हरीश पटेल की जेईएन भर्ती, शिक्षक भर्ती, सीएचओ, टेक्निकल हेल्पर जैसी 10 से ज्यादा परीक्षाओं में पेपर आउट के दौरान भूमिका रही थी. इस दौरान दोनों ने अभ्यर्थियों को नकल करा नौकरी पर लगाया और पैसे वसूले. जगदीश के पकड़े जाने के बाद अभ्यर्थियों से लिए गए रुपयों के बंटवारे को लेकर दोनों में विवाद चल रहा था.
दाे दिन पहले हरीश ने अपने साथी की मदद से सेदरिया गांव से नेनाराम पटेल का अपहरण किया और विवाद निपटने पर वायद के पास उसे छोड़ दिया. घटना के बाद पुलिस के सामने नेनाराम खुद के अपहरण की घटना से इनकार करता रहा, लेकिन पुलिस ने मामला संदिग्ध मानते हुए छानबीन की. तो घटना के तार हरीश और उसके साथी से जुड़े. इसके बाद पूछताछ में आरोपियों ने नकल गिरोह के साथ ताल्लुकात और पेपर आउट को लेकर अहम जानकारी पुलिस को बताई.
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कारोबारी साझेदार बने दुश्मन: पुलिस के मुताबिक इस मामले में आरोपी नेनाराम पटेल और हरीश उर्फ हरीराम पटेल आपस में रिश्तेदार है. दाेनाें आरोपी प्रॉपर्टी कारोबार की आड़ में पेपर लीक और नकल गिरोह के सरगना जगदीश से जुड़े थे. आरोपियों ने पेपर आउट में कमाई राशि जोधपुर, पाली और जैतपुर-वायद इलाके के प्रॉपर्टी कारोबार में लगाई, ताकि किसी को उन पर संदेह नहीं हो सके. बीते दिनों एसओजी ने नकल गिरोह के सरगना जगदीश समेत अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि अभ्यर्थियों से नकल के बदले लिए गए रुपए नेनाराम और हरीश के पास रह गए. इन रुपयों काे हिसाब-किताब में गड़बड़ी को लेकर दाेनाें में फिर दुश्मनी पैदा हो गई.
किडनैपिंग को छिपाने की कोशिश: पाली पुलिस को जानकारी मिली थी कि 11 मई की शाम को सेदरिया गांव से कुछ लोग नेनाराम पटेल को जबरन गाड़ी में डाल कर ले गए. नेनाराम के परिजनों से अपहरण की सूचना पर सीओ ग्रामीण रतनाराम देवासी और जैतपुर एसएचओ राजेंद्र सिंह की टीम ने नाकाबंदी करते हुए आरोपियों की तलाश तेज की, शाम को सेदरिया गांव का नेनाराम पटेल पुलिस को वायद गांव में मिल गया, जिसने कहा कि प्राेपर्टी काराेबार काे लेकर लेनदेन में वह अपनी मर्जी से गाड़ी में बैठ कर गया था. उसने पुलिस को गुमराह करते हुए खुद की किडनैपिंग को छिपाने की कोशिश की.
वहीं छानबीन में जुटी पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपहरण की घटना में शामिल हरीश समेत झंवर के खुडाला गांव के अनेक राम विश्नोई को गिरफ्तार किया. हालांकि घटना में नेनाराम ने अपहरण का केस दर्ज कराने से इनकार कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को रविवार को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया. इसके बाद पुलिस ने तीनों से अलग-अलग पूछताछ की, तो पता चला कि हरीश और नेनाराम नकल गिरोह से जुड़े हैं. पुलिस के इनपुट के बाद एसओजी की टीम सोमवार शाम को राहत पहुंची और दोनों आरोपियों को जमानत पर छूटते ही अपनी हिरासत में लिया.