कानपुर: यूपी की कानपुर पुलिस ने एक बार फिर अजब कारनामा किया है. इस बार मामला सामने आया है विभाग के एक दारोगा का. जिसने एक वीडियो वायरल कर अपने ही साथी पुलिस अधिकारियों पर दलित उत्पीड़न का आरोप लगाया है. लेकिन अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है. वीडियो वायरल होने के बाद डीसीपी ने आरोप लगाने वाले दारोगा को ही लाइन हाजिर कर दिया है. और मामले को एक नया रूप दिया है. जिसमें उन्होंने दारोगा के खिलाफ ही कई शिकायत मिलने की बात कही. और पूरे मामले में एक जांच बैठ दिया है.
वीडियो वायरल होने पर दारोगा लाइन हाजिर: मामला कमिश्नरेट पुलिस के दारोगा का सामने आया है. जिसमें फीलखाना थाना के दारोगा आत्माराम ने साथ काम करने वाले सब इंस्पेक्टर्स पर जाति को लेकर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. साथ ही दारोगा ने एक वीडियो भी जारी किया है. जिसमें वह अपने साथियों पर दलित उत्पीड़न का आरोप लगा रहा है. वीडियो सामने आने पर डीसीपी पूर्वी श्रवण सिंह ने इस मामले का संज्ञान लिया है. लेकिन कार्रवाई आत्माराम के खिलाफ ही कर दी.
DCP ने दिए जांच के आदेश: डीसीपी पूर्वी ने आत्माराम को लाइन हाजिर कर दिया है. साथ ही पूरे मामले में जांच के आदेश दिए हैं, इस मामले में डीसीपी का कहना है कि, दारोगा आत्माराम की कई बार शिकायतें आला अफसरों को मिली हैं. वह खुद को बचाने के लिए साथी अधिकारियों पर आरोप लगा रहे हैं. जिसकी अब निष्पक्षता के साथ जांच होगी. वहीं, दारोगा आत्माराम का मामला पुलिस महकमे में चर्चा का विषय बना हुआ है.
पुलिस मुख्यालय के दरवाजे पुलिसकर्मियों के लिए खुले: इस पूरे मामले पर पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने कहा कि, अगर किसी पुलिसकर्मी को कोई व्यक्तिगत या विभागीय समस्या है तो वह मुख्यालय आकर जानकारी दे सकता है. उसकी हर बात को सुना जाएगा. लेकिन हर पुलिसकर्मी को सबसे पहले जनता के कामों का निपटारा करना है.