ETV Bharat / state

एंटीबॉयोटिक, खांसी सीरप समेत 39 दवाओं के सैंपल फेल, औषधि विभाग ने 45 दवा विक्रेताओं के लाइसेंस किए निरस्त - 45 drug sellers Licenses canceled

author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : May 22, 2024, 1:17 PM IST

आगरा में एंटीबॉयोटिक, खांसी के सीरप समेत 39 दवाओं के सैंपल फेल हो गए है. औषधि विभाग ने 45 दवा विक्रेताओं के लाइसेंस निरस्त किए है.

Etv Bharat
Etv Bharat (Etv Bharat)

आगरा: जिले में बड़े स्तर पर नकली और अधोमानक की दवाएं खपाई जा रही हैं. इनमें नकली एंटीबेटिक दवाओं और खांसी के सीरप समेत अन्य दवाओं के सैंपल जांच के लिए गए थे. जिनकी लैब में जांच कराई, तो 39 सैंपल फेल हो गए हैं. अब लैब रिपोर्ट के बाद औषधि विभाग की ओर से दोषी फर्म के मालिकों के खिलाफ 12 मुकदमे दर्ज कराए गए हैं. इसके साथ ही 45 दवा विक्रेताओं के लाइसेंस भी निरस्त किए गए हैं. जिससे दवा कारोबारियों में खलबली मची हुई है.

असिस्टेंट ड्रग कमिश्नर अतुल उपाध्याय ने दी जानकारी (etv bharat reporter)
आगरा दवाओं की बड़ी मंडी हैं. जिससे आगरा में नकली दवाओं के साथ ही प्रतिबंधित दवाओं का बड़ा कॉकस एक्टिव है. जिसकी वजह से आगरा में राजस्थान, पंजाब, मप्र, उत्तराखंड के साथ ही हरियाणा और दिल्ली की पुलिस छापेमारी करती रहती है. अब औषधि विभाग की ओर से लिए गए सैंपल की रिपोर्ट से चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. जिससे, औषधि विभाग के साथ ही दवा विक्रेताओं में खलबली मची हुई है. जांच के लिए सैंपल् भेजे थे लैब: बीते वित्तीय वर्ष में नामी कंपनियों के नाम पर नकली दवाएं बाजार में बिकने की शिकायत पर मिली तो औषधि विभाग ने छापा मार कार्रवाई की थी. शिकायत में बाजार में नकली एंटीबॉयोटिक के साथ ही खांसी के सीरप समेत अन्य दवाओं की जानकारी दी गई थी. औषधि विभाग ने अप्रैल 2023 से मार्च 2024 तक विभिन्न थोक की दवा दुकानों, दवा विक्रेताओं की दुकानेां से दवाओं के 39 सैंपल लिए. जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा गया था. जिनकी रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. इसे भी पढ़े-आगरा में जूता कारोबारियों के 14 ठिकानों पर IT की महारेड खत्म, 100 कर्मचारियों की टीम ने 80 घंटे में जब्त किए करीब 57 करोड़ - IT Raid In Agra

39 सैंपल जांच में फेल: औषधि विभाग के असिस्टेंट ड्रग कमिश्नर अतुल उपाध्याय ने बताया, कि भेजे गए सभी 39 सैंपल की लैब से रिपोर्ट मिल गई है. जिसमें 20 प्रकार की एंटीबायोटिक टेबलेट, पांच तरह के गैस संबंधी विकार के कैप्सूल, 14 प्रकार के खांसी के सीरप के सैंपल जांच में फेल हुए हैं. इस पर औषधि विभाग ने दोषी फर्म मालिकों सहित कंपनियों के खिलाफ 12 मुकदमे दर्ज कराए हैं. इसके साथ ही 45 दवा विक्रेताओं के लाइसेंस निरस्त किए गए हैं.

ब्रांडेड कंपनियों के नाम से बनाई नकली दवाएं: औषधि विभाग के असिस्टेंट ड्रग कमिश्नर अतुल उपाध्याय ने बताया, कि प्योर एंड क्योर हैल्थ केयर, हिमालया मेडिटेक, अल्फा प्रोडक्ट, केडला हेल्थकेयर, एकम्स, स्माइलेक्स हेल्थकेयर, वीके लाइफ साइंसेज, अबॉर्ट हेल्थकेयर, रैक्क्सत्यूस, विंग्स सहित कई नामी कंपनियों के नाम से नकली दवाएं आगरा में बनाकर खपाई जा रही थीं. औषधि विभाग की ओर से नकली दवाओं के लिए लगातार दवा बाजार और दवा विक्रेताओं के याहां पर छापेमारी की जाती है.

औषधि विभाग के असिस्टेंट ड्रग कमिश्नर अतुल उपाध्याय ने बताया, कि जिस तरह से आगरा में नकली दवाएं मिल रही हैं. उससे जनता से अपील है कि दवा खरीदते वक्त सतर्क रहें. दवाएं खरीदने के बाद हमेशा बिल लें. इतना ही नहीं, दवा के रैपर पर बने क्यूआर कोड को स्कैन करके दवा की असलियत की जांच जरूर करें. जहां भी दवा में संदेह मिले, तो तत्काल विभाग को सूचना दें.

यह भी पढ़े-यूपी में मानसून से पहले आया बड़ा अलर्ट, जानिए आज कैसा रहेगा मौसम - Up Weather

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.