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लाहौल-स्पीति में बर्फबारी से हाल बेहाल, ठंड से जमी पानी की पाइपें, सड़कें बंद-बिजली आपूर्ति ठप

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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Mar 13, 2024, 2:36 PM IST

Heavy Snowfall in Lahaul Spiti
Heavy Snowfall in Lahaul Spiti

Heavy Snowfall in Lahaul Spiti: लाहौल स्पीति में भारी बर्फबारी के चलते घाटी के लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. जिससे जन जीवन बुरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है. बर्फबारी के चलते सड़कें बंद हैं, पानी की पाइपें जम चुकी हैं और बिजली आपूर्ति भी ठप है. वहीं, प्रदेश में 14 मार्च तक बारिश-बर्फबारी को लेकर अलर्ट जारी है.

लाहौल-स्पीति: हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी होने के चलते जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है. प्रदेश में मौसम विभाग शिमला द्वारा 14 मार्च तक भारी बारिश और बर्फबारी को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. ऐसे में ऊंचाई वाले इलाकों में हालात और बदतर होने की आशंका जताई जा रही है. बर्फ से ढके पहाड़ जहां एक ओर हिमाचल प्रदेश की खूबसूरती को चार चांद लगा रहे हैं. वहीं, बर्फबारी के कारण यहां के स्थानीय निवासियों की परेशानियां भी बढ़ गई हैं. बारिश और बर्फबारी के चलते पहाड़ी इलाके शीतलहर की चपेट में हैं.

बर्फबारी ने बढ़ाई मुश्किलें

बात करें जिला लाहौल स्पीति की तो यहां पर जन जीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है. घाटी में बर्फबारी का दौर जारी है. कई-कई फीट तक जमा बर्फ से सड़कें बंद हो गई हैं. पानी के स्त्रोत जम गए हैं. कड़ाके की ठंड के बीच खाने-पीने की अन्य चीजें भी जाम हो रही हैं. माइनस तापमान के चलते यहां पर लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. कई गांवों में बिजली की आपूर्ति नहीं हो रही है. लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं.

याक पर ढो रहे पीने का पानी

लाहौल-स्पीति में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ऐसे में पानी की पाइपें जम गई हैं. जिससे लोगों के घरों में पीने के पानी तक की सप्लाई नहीं हो रही है. स्पीति घाटी के सबसे बड़े गांव रंगरिक में भी भारी बर्फबारी के बाद से लोगों को पीने के पानी के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. स्पीति घाटी में लोग दूर-दराज के इलाकों से याक पर पानी ढो रहे हैं. हालांकि जल शक्ति विभाग द्वारा पानी की पाइपों की मरम्मत की जा रही है, लेकिन लगातार बर्फबारी होने के चलते पाइपें दोबारा से जम जा रही हैं.

बर्फबारी से अंधेरे में कई गांव

लाहौल-स्पीति में भारी बर्फबारी के चलते कई गांवों में बिजली आपूर्ति नहीं है. लोगों को मजबूरन अंधेरे में रहना पड़ रहा है. रंगरिक पंचायत के उप प्रधान संजीव ने बताया कि पूरे इलाके में पिछले 10 दिनों से बिजली नहीं है. इसी तरह घाटी के कई गांवों में बिजली नहीं है. ऐसे में अंधेरे और खराब मौसम ने लोगों की मुसीबतों को बढ़ा दिया है. प्रदेश में बार-बार बदलता मौसम लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गया है.

मरीजों को किया जा रहा एयरलिफ्ट

लाहौल-स्पीति में भारी बर्फबारी के चलते सड़कें बंद हैं. ऐसे में मरीजों को अस्पताल पहुंचाना भी मुश्किल हो गया है. खासकर जिन मरीजों को लाहौल-स्पीति से कुल्लू रेफर किया जा रहा है, उन्हें सड़क मार्ग के जरिए कुल्लू ले जाना संभव नहीं हो पा रहा है. जिसके चलते जिले से मरीजों को एयरलिफ्ट कर कुल्लू पहुंचाया जा रहा है. 9 मार्च को भी लाहौल घाटी से 2 मरीजों को एयरलिफ्ट कर कुल्लू के अस्पताल में भर्ती करवाया था. वहीं, 12 मार्च को गोहरमा के एक बुजुर्ग मरीज को सिस्सु पुलिस के जवानों ने स्ट्रेचर पर उठाकर कई किलोमीटर पैदल चलकर अटल टनल के दूसरी ओर पहुंच गया था. जिन्हें वहां से कुल्लू अस्पताल के लिए रवाना किया गया.

बर्फबारी से सड़कें हुई बंद

लाहौल-स्पीति में भारी बर्फबारी के चलते सड़कें अवरूद्ध हैं. घाटी में यातायात बिल्कुल ठप पड़ गया है. सड़कों पर गाड़ियों की आवाजाही रुक जाने से घाटी के लोगों को खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को रोजाना काम या अपनी जरूरत का सामान लेने के लिए भी कई किलोमीटर तक पैदल सफर तय करना पड़ रहा है. सड़कों पर जमा बर्फ के चलते फिसलन भी बढ़ गई है. जिससे हादसे का डर भी बना रहता है.

सड़क बहाली में जुटा PWD

लाहौल स्पीति के स्पीति खंड में भारी बर्फबारी के कारण बंद हुए सड़क मार्गों को बहाल करने में पीडब्ल्यूडी जुटा हुआ है. घाटी में पीडब्ल्यूडी काजा के पास 156 छोटे बड़े मार्ग पंजीकृत हैं. अभी तक रंगरीक पुल से किब्बर मार्ग, चिचिम वाय पास मार्ग, संपर्क मार्ग कीह मठ, काजा से लांगजा मार्ग, पोह से निदांग पोमरंग मार्ग, शिचलिंग माने रोड़, षिचलिंग ढखंर मार्ग, लिंगटी रामा मार्ग, रामा से लालूंग मार्गद्व गुलिंग कुंगरी मार्ग, शिचलिंग ढंखर मार्ग और काजा लोकल की सड़कें बहाल कर दी गई हैं.

इन मार्गों पर गाड़ियों की आवाजाही शुरू

इसके साथ ही अभी तक ताजिंत हिक्किम मार्ग, लांगचा से कॉमिक मार्ग, कोमिक से डेमुल मार्ग, लोसर से क्यामो मार्ग, क्याटो से चिचिम किब्बर मार्ग, क्यूलिंग से रंगरीक मार्ग, रांगटांग से क्वांग मार्ग, ढंखर लालूंग डेमूल, कॉमिक मार्ग, ग्यू मार्ग, तेंलिग तुदनम यान्सा मार्ग, तेलिंग से खर मार्ग, कुगंरी से थूकतन मार्ग, मिक्किम कुंगरी, अप्पर गुलिंग भर मार्ग, सेंलिग भर मार्ग, छिदांग तंगती योग्मा और गोग्मा मार्ग, काह से फुकचुक मिन्सा मार्ग, किया नाला मार्ग, संपर्क मार्ग चंद्रताल, संपर्क मार्ग छिदांग, रंगरीक से नाह संपर्क मार्ग, संपर्क मार्ग पांगमो, संपर्क मार्ग खुरिक, संपर्क मार्ग खुरिक, संपर्क मार्ग मुन्सेलिंग स्कूल से रंगरीक सड़क पर भी गाड़ियों की आवाजाही शुरू कर दी गई है.

इन सड़क मार्गों को किया जा रहा बहाल

काजा के एडीसी राहुल जैन ने बताया कि इस बार पिछले कई सालों की तुलना में ज्यादा बर्फबारी हुई है. पीडब्ल्यूडी के आधीन आने वाले मार्गों को बहाल करने का काम 3 मार्च से लगातार चला हुआ है. बर्फबारी के दौरान यहां पर फंसे 200 से ज्यादा लोगों को काजा समुदो मार्ग को बहाल करवा कर भेजा गया. इसके साथ ही बीआरओ को भी रंगरीक से लोसर मार्ग को फौरन बहाल करने के आदेश दिए गए हैं. लोसर से क्योटो तक बीआरओ ने मार्ग बहाल कर दिया है. इसके साथ रांगरिक मुरांग तक भी मार्ग बहाल हो गया है. लोसर से काजा मार्ग को भी 5 दिनों तक खोल दिया जाएगा. पिन घाटी का तेलिंग सड़क मार्ग बहाल कर दिया है. वहीं, मुद सड़क मार्ग को 4 दिन में बहाल करने का लक्ष्य रखा हुआ है.

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