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RO-ARO पेपर लीक कांड: मास्टरमाइंड डॉ. शरद पटेल स्कूल प्रबंधकों के साथ चढ़ा STF के हत्थे - RO ARO PAPER LEAK SCANDAL

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Apr 21, 2024, 6:34 PM IST

Updated : Apr 21, 2024, 7:55 PM IST

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मीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ/एआरओ) का पेपर आउट के मास्टरमाइंड डॉ. शरद को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है. उसके तीन साथी भी पकड़े गए हैं.

समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ/एआरओ) का पेपर आउट का मास्टरमाइंड डॉ. शरद यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़ा है.

लखनऊ: समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ/एआरओ) का पेपर आउट का मास्टरमाइंड डॉ. शरद यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़ा है. रविवार को एसटीएफ ने शरद को उसके साथियों संग लखनऊ से गिरफ्तार किया है. एसटीएफ के मुताबिक, शरद ने प्रयागराज के एक परीक्षा केंद्र से पेपर आउट करवाए थे. इसके बाद लखनऊ में अभ्यर्थियों को उत्तर रटाया गया था. इसमें उसका साथ कई स्कूल प्रबंधकों ने दिया था.

एएसपी एसटीएफ विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि RO-ARO परीक्षा का पेपर लीक मामले में तीन लोगों की गिरफ्तारी की गई थी. इसके बाद से ही इस पेपर लीक कांड के मास्टरमाइंड डॉ. शरद की तलाश थी. सूचना मिली थी कि शरद आज लखनऊ के एक स्कूल प्रबंधक अभिषेक शुक्ला व प्रयागराज में स्कूल मैनेजर कमलेश पाल से मिलने वाला है. इन्हीं तीनों ने पेपर आउट करने की पूरी योजना बनाई थी. एसटीएफ ने पहले से ही जाल बिछा कर इन्हें गिरफ्तार कर लिया.

एएसपी एसटीएफ के मुताबिक मूल रूप से मिर्जापुर के रहने वाला डॉ. शरद सिंह पटेल वीडीओ परीक्षा-2019 में में धांधली करने के आरोप में जेल जा चुका है. उसने जीडी मेमोरियल पब्लिक स्कूल पारा लखनऊ के प्रबंधक सौरभ शुक्ला के साथ मिलकर आरओ-एआरओ परीक्षा 2023 का पेपर परीक्षा केन्द्र से आउट कराने की योजना बनाई थी. सौरभ शुक्ला ने एसपी ब्लू स्टार पब्लिक स्कूल झूंसी, प्रयागराज के मैनेजर कमलेश पाल को इस योजना में शामिल किया. पेपर लीक करने के लिए तीनों की लखनऊ में ही मीटिंग होती थी. एसटीएफ के मुताबिक कमलेश ने शरद व सौरभ को बताया कि प्रयागराज के विशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल एण्ड कॉलेज में परीक्षा कार्य देखने वाले अर्पित विनीत यशवंत से उसकी सेटिंग हैं, जो परीक्षा केंद्र पर पेपर पहुंचने के बाद पेपर आउट कर व्हाटसएप पर भेज देंगा. अर्पित विनीत यशवंत ने कमलेश कुमार पाल से 5 लाख रूपये में पेपर आउट कराना तय किया था और एक लाख रूपये एडवांस में लिया था।

11 फरवरी 2024 को सुबह कमलेश कुमार पाल करीब 6.30 बजे परीक्षा केन्द्र विशप जॉनसन गर्ल्स स्कूल एण्ड कॉलेज के बाहर आ गया था. परीक्षा केन्द्र पर 6.45 बजे पेपर मिलने व सेक्टर मजिस्ट्रेट के जाने के तुरन्त बाद अर्पित विनीत यशवंत ने कमलेश कुमार पाल को फोन करके अंदर बुला लिया. पेपर के कुल चार बंडल थे, जिसमें से दो बंडल गार्ड व एक-एक बंडल अर्पित विनीत यशवंत व कमलेश कुमार पाल लेकर नीचे से प्रथम तल पर स्ट्रांग रूम में ले गए. गार्ड व अर्पित विनीत यशवंत ने अपने बंडल स्ट्रांग रूम में रखे लेकिन पूर्व योजना के अनुसार कमलेश कुमार पाल अपना बंडल स्ट्रांग रूम के ठीक बगल मेडिकल रूम में लेकर चला गया. यहां पहले से रखे कटर की सहायता से बंडल खोलकर चारों सीरीज के पैकेट खोले, अपने मोबाइल से फोटो खींचे और पैकेट व बंडल को पुनः उसी तरह टेप की सहायता से चिपका दिया. कमलेश ने आउट पेपर की चारों सीरीज व्हाटसएप पर सौरभ शुक्ला को भेज दी सौरभ ने पेपर डॉ. शरद सिंह पटेल व अरुण सिंह को भेजा. शरद सिंह पटेल ने आउट पेपर यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती का पेपर लीक करवाने वाले राजीव नयन मिश्रा को भेजा और बताया कि एक दिन पर जो पेपर आपने भेजा था, वही पेपर सेन्टर से भी आया है, दोनों पेपर समान हैं.

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Last Updated :Apr 21, 2024, 7:55 PM IST
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