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Ramadan 2024: रमजान में अलग है पुरानी दिल्ली के अंदाज, रात भर खुली रहती हैं दुकानें

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Mar 15, 2024, 1:03 PM IST

Ramadan 2024: रमजान का पाक महीना चल रहा है. ऐसे में पुरानी दिल्ली के जामा मस्जिद के आस पास के बाजार दुल्हन जैसे सजे हैं. हर तरफ रंग बिरंगी रोशनी से सराबोर बाजारों की रौनक ने दिल्ली वालों का दिल लूट लिया है. बाजार में खाने-पीने वालों की भारी भीड़ तो शॉपिंग करने वालों की भी कोई कमी नहीं, देखिए रमजान पर ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट

रमजान पर ETV भारत की स्पेशल रिपोर्ट
रमजान पर ETV भारत की स्पेशल रिपोर्ट
रमजान पर ETV भारत की स्पेशल रिपोर्ट

नई दिल्ली: रमजान का पाक महीना शुरू हो गया है, पुरानी दिल्ली में रमजान की अलग ही रौनक है. जामा मस्जिद के आस पास के बाज़ारों की चमक देखते ही बनती है. बाज़ारों में इफ्तारी के बाद से घूमने-फिरने वालों और खरीदारों की भीड़ जुटने लगती है. बाजार मटिया महल (Bazar Matia Mahal) को इलेक्ट्रिक लाइटिंग से सजाया गया है. चारों ओर रमजान मुबारक के बोर्ड और होर्डिंग्स भी लगाए गए हैं.

बाजार मटिया महल में सेल्फी लेने वालों के लिए डिजाइन वाले बोर्ड लगाएं गए हैं इन पर 'रमजान मुबारक' लिखा गया है. रमजान के आखिरी दिनों में 'ईद मुबारक' के बोर्ड भी लगेंगे. रमजान में खजूर का विशेष महत्व है इसलिए बाजार के मुख्य द्वार पर खजूर के दो आर्टिफिशियल पेड़ भी लगाए गए हैं.

ज्यादातर लोग बाजार मटिया महल केवल मुगलई ज़ायके का लुफ्त उठाने आते हैं. लेकिन बाजार में और भी कई दुकानदार हैं, जो अरसे से यहां अपनी दुकानें चला रहे हैं इस बार एसोसिएशन ऐसी दुकानों के व्यापार को बढ़ावा दे रही है. इसके लिए जामा मस्जिद के सामने एक लिस्ट लगी है कि बाजार में और क्या क्या मिलता है? खाने पीने की दुकानें, कपड़ों, मेहंदी, शाही मुगलाई कुजीन, किराना, चूड़ी की दुकानें हैं. अंदर एक किलो मीटर तक दुकानें फैली हैं. पहले लोग चौक से ही खा-पीकर निकल जाते थे. लेकिन इस बॉर्ड के लगने से लोगों ने अंदर भी घूमना शुरू किया है.

बाजार मटिया महल ट्रेडर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट हाजी सलीमुद्दीन ने बताया कि रमजान में दुनियाभर से लोग जामा मस्जिद घूमने आते हैं. इसे ध्यान में रख कर बाजार को आकर्षक रूप दिया गया है. दुनियाभर में जिस तरह से रमजान के दिनों में बाजार सजाए जाते हैं, उसी तर्ज पर यहां भी डेकोरेशन की गई है. LED लाइटिंग की गई है. ऐसी लाइटिंग का इस्तेमाल विदेश में क्रिसमस व अन्य त्योहारों पर किया जाता है. इस बार बाजार के सभी दुकानदारों के लिए एक प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा. इसमें जो दुकानदार ग्रहकों को बेहतरीन सर्विसेज देंगे, उनको रमजान के आखिरी दिन फर्स्ट प्राइज, सेकंड प्राइज और थर्ड प्राइज से नवाजा जायेगा. इस प्राइज का आकलन साफ सफाई, स्वच्छ भोजन और ग्राहक से अच्छा बर्ताव के आधार पर किया जाएगा.

ये भी पढ़ें- कश्मीर: रमजान से पहले बढ़ी खजूर और तरबूज की मांग

बाजार मटिया महिल पूरी रात चलता है. रोज़ा इफ्तार के बाद शाम 7 बजे से सेहरी के समय सुबह 5:30 बजे तक बाजार खुला रहता है. इसी समय सबसे ज्यादा लोग घूमने और शॉपिंग करने आते हैं. दोपहर में रोज़ा होने की वजह से लोग घरों में आराम करते हैं. रमजान के पूरे महीने भारी संख्या में लोग जामा मस्जिद और मटिया महल बाजार घूमने आते हैं. इसको देखते हुए बाजार में सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किये गए हैं. बाजार मटिया महल ट्रेडर्स एसोसिएशन ने दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर पूरे बाजार में CCTV कैमरे लगवाये हैं, इसके अलावा बाजार में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए शाम 4 बजे तक साइकिल रिक्शे की आवाजाही पर रोक लगा दी गयी हैं. केवल पैदल चलने वालों और दो पहिया वाहनों को बाजार में आने की अनुमति दी गयी है. बता दें इस बार रमजान का महीना 12 मार्च 2024 से लेकर 10 अप्रैल 2024 तक रहेगा.

ये भी पढ़ें- जानिए इस्लामिक पाक महीने रमजान से जुड़ी कुछ खास बातें

रमजान पर ETV भारत की स्पेशल रिपोर्ट

नई दिल्ली: रमजान का पाक महीना शुरू हो गया है, पुरानी दिल्ली में रमजान की अलग ही रौनक है. जामा मस्जिद के आस पास के बाज़ारों की चमक देखते ही बनती है. बाज़ारों में इफ्तारी के बाद से घूमने-फिरने वालों और खरीदारों की भीड़ जुटने लगती है. बाजार मटिया महल (Bazar Matia Mahal) को इलेक्ट्रिक लाइटिंग से सजाया गया है. चारों ओर रमजान मुबारक के बोर्ड और होर्डिंग्स भी लगाए गए हैं.

बाजार मटिया महल में सेल्फी लेने वालों के लिए डिजाइन वाले बोर्ड लगाएं गए हैं इन पर 'रमजान मुबारक' लिखा गया है. रमजान के आखिरी दिनों में 'ईद मुबारक' के बोर्ड भी लगेंगे. रमजान में खजूर का विशेष महत्व है इसलिए बाजार के मुख्य द्वार पर खजूर के दो आर्टिफिशियल पेड़ भी लगाए गए हैं.

ज्यादातर लोग बाजार मटिया महल केवल मुगलई ज़ायके का लुफ्त उठाने आते हैं. लेकिन बाजार में और भी कई दुकानदार हैं, जो अरसे से यहां अपनी दुकानें चला रहे हैं इस बार एसोसिएशन ऐसी दुकानों के व्यापार को बढ़ावा दे रही है. इसके लिए जामा मस्जिद के सामने एक लिस्ट लगी है कि बाजार में और क्या क्या मिलता है? खाने पीने की दुकानें, कपड़ों, मेहंदी, शाही मुगलाई कुजीन, किराना, चूड़ी की दुकानें हैं. अंदर एक किलो मीटर तक दुकानें फैली हैं. पहले लोग चौक से ही खा-पीकर निकल जाते थे. लेकिन इस बॉर्ड के लगने से लोगों ने अंदर भी घूमना शुरू किया है.

बाजार मटिया महल ट्रेडर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट हाजी सलीमुद्दीन ने बताया कि रमजान में दुनियाभर से लोग जामा मस्जिद घूमने आते हैं. इसे ध्यान में रख कर बाजार को आकर्षक रूप दिया गया है. दुनियाभर में जिस तरह से रमजान के दिनों में बाजार सजाए जाते हैं, उसी तर्ज पर यहां भी डेकोरेशन की गई है. LED लाइटिंग की गई है. ऐसी लाइटिंग का इस्तेमाल विदेश में क्रिसमस व अन्य त्योहारों पर किया जाता है. इस बार बाजार के सभी दुकानदारों के लिए एक प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा. इसमें जो दुकानदार ग्रहकों को बेहतरीन सर्विसेज देंगे, उनको रमजान के आखिरी दिन फर्स्ट प्राइज, सेकंड प्राइज और थर्ड प्राइज से नवाजा जायेगा. इस प्राइज का आकलन साफ सफाई, स्वच्छ भोजन और ग्राहक से अच्छा बर्ताव के आधार पर किया जाएगा.

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बाजार मटिया महिल पूरी रात चलता है. रोज़ा इफ्तार के बाद शाम 7 बजे से सेहरी के समय सुबह 5:30 बजे तक बाजार खुला रहता है. इसी समय सबसे ज्यादा लोग घूमने और शॉपिंग करने आते हैं. दोपहर में रोज़ा होने की वजह से लोग घरों में आराम करते हैं. रमजान के पूरे महीने भारी संख्या में लोग जामा मस्जिद और मटिया महल बाजार घूमने आते हैं. इसको देखते हुए बाजार में सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किये गए हैं. बाजार मटिया महल ट्रेडर्स एसोसिएशन ने दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर पूरे बाजार में CCTV कैमरे लगवाये हैं, इसके अलावा बाजार में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए शाम 4 बजे तक साइकिल रिक्शे की आवाजाही पर रोक लगा दी गयी हैं. केवल पैदल चलने वालों और दो पहिया वाहनों को बाजार में आने की अनुमति दी गयी है. बता दें इस बार रमजान का महीना 12 मार्च 2024 से लेकर 10 अप्रैल 2024 तक रहेगा.

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