जोधपुर. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़ के बीच खींचतान लगातार बढ़ती जा रही है. बुधवार को शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं ने सर्किट हाउस में राज्य के पीएचईडी मंत्री कन्हैयालाल चौधरी के सामने जमकर शेखावत के विरोध में नारे लगाए. कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि शेरगढ़ क्षेत्र में तैनात एक्सईएन जैत सिंह को गजेंद्र सिंह शेखावत के कहने पर हटा दिया गया है. जबकि क्षेत्रीय विधायक एक्सईएन को वहीं रखना चाहते थे क्योंकि वह पूरे क्षेत्र की जल व्यवस्था को अच्छी तरह से जानते हैं. लेकिन राज्य के मंत्री ने उनका तबादला कर दिया. इसको लेकर कई देर तक सर्किट हाउस में हंगामा चलता रहा. जिसके बाद पुलिस की कड़ी व्यवस्था में मंत्री को कमरे में पहुंचाया गया और बाहर पुलिस का जाप्ता लगा दिया गया.
'शेखावत के कहने पर नहीं किया तबादला': शेरगढ़ से आए कार्यकर्ता सर्किट हाउस में ही बैठ गए. करीब 1 घंटे बाद मंत्री कन्हैयालाल चौधरी अपने कमरे से बाहर आए और उनके बीच पहुंचे. उन्होंने लोगों को समझाने का प्रयास किया कि तबादले में शेखावत का कोई योगदान नहीं है. पॉलिसी के तहत वर्षों से एक जगह पर बैठे अधिकारियों को हटाया गया है. क्योंकि विभाग में कई जगह पर भ्रष्टाचार हुआ है. इस मामले में केंद्रीय मंत्री ने किसी तरह के निर्देश नहीं दिए हैं. मंत्री चौधरी ने कहा कि इस अधिकारी के खिलाफ स्थानीय लोगों ने 6 महीने पहले प्रदर्शन भी किए थे. इसके चलते हटाया है.
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मंत्री को सुनाई खरी-खरी: कार्यकर्ताओं ने कहा कि वह प्रदर्शन सरकार के खिलाफ था, किसी अधिकारी के खिलाफ नहीं था. आपने बिना हमारे विधायक की डिजायर के तबादला क्यों किया गया? इसका मतलब विधायक का कोई अस्तित्व नहीं है. आप अपनी पॉलिसी से तबादला कर देंगे. हम कार्यकर्ता सिर्फ वोट देते रहें क्या? इस पर मंत्री ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच करवाई जाएगी. शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह भी आ रहे हैं, उनसे बात करके निर्णय लेंगे.