रांची: पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के नेपाल से पकड़े जाने और कई कमांडरों की गिरफ्तारी और एनकाउंटर के बाद ऐसा लग रहा था कि संगठन का अस्तित्व ही खत्म हो गया है. लेकिन इसके उलट राजधानी रांची में पीएलएफआई संगठन लगातार पुलिस को चुनौती दे रहा है.
लेवी के लिए मचा रहे हैं आतंक
पुलिस का अनुमान था कि पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के जेल जाने के बाद संगठन की कमर टूट गयी है. लेकिन इसके उलट दस्ते में शामिल उग्रवादियों ने संगठन को मजबूत करने की दिशा में अपनी उपस्थिति बढ़ानी शुरू कर दी है. पीएलएफआई लेवी के जरिये पैसा जुटाकर खुद को मजबूत करने में जुट गया है. संगठन की इस योजना के तहत रांची के ग्रामीण इलाकों के आधा दर्जन क्रशर मालिक पीएलएफआई उग्रवादियों के रडार पर हैं. रांची पुलिस की जांच में यह बात सामने आयी है. पुलिस जांच में पता चला कि पीएलएफआई एरिया कमांडर कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान ने आधा दर्जन क्रशर मालिकों से रंगदारी मांगी थी. इस मामले में ग्रामीण इलाकों के कई थानों में एफआईआर भी दर्ज की गई है.
दूसरे दिन भी दी गयी हमले की धमकी
पीएलएफआई उग्रवादियों का मनोबल इतना बढ़ गया है कि रांची के पिठोरिया में स्टोन माइंस पर हमले के दूसरे दिन एक ड्राइवर का भी अपहरण कर लिया और स्टोन माइंस में काम बंद करने की धमकी दी. धमकियां मिलने के बाद कई मजदूर खदानों से भाग गए हैं. खदान मालिक ने पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगायी है.
पुलिस से बचकर भाग गया था सुल्तान
कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान कुख्यात पीएलएफआई उग्रवादी है. उसके खिलाफ झारखंड के कई जिलों के थाने में दर्जनों मामले दर्ज हैं. तत्कालीन रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने काफी मशक्कत के बाद सुल्तान को गिरफ्तार किया था, लेकिन वह उस वक्त लातेहार से फरार हो गया, जब लातेहार पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया था. सुल्तान को पुलिस हिरासत से भागे हुए ढाई साल हो गए हैं. इस दौरान उसने कई हत्याएं कीं लेकिन पुलिस अभी तक उस तक नहीं पहुंच पाई है.
कृष्णा के दस्ते ने ही पिठोरिया में अग्निकांड को दिया अंजाम
रांची रेंज के डीआईजी अनूप बिरथरे ने बताया कि पिठोरिया के सांगा स्थित क्रशर में आगजनी की घटना को कृष्णा यादव उर्फ सुल्तान के दस्ते ने अंजाम दिया है. डीआईजी के अनुसार हाल ही में पीएलएफआई उग्रवादियों ने स्टोन माइंस मालिक से लेवी की मांग की थी. पैसा नहीं देने पर ही ऐसी कार्रवाई की गयी है. रांची के डीआईजी ने बताया कि कृष्णा यादव द्वारा स्टोन माइंस मालिक से लेवी की मांग की गयी थी. पहले धमकी दी गई थी कि यदि संगठन की अनुमति के बिना प्लांट चलाया गया तो परिणाम भुगतने होंगे.
शुरू हुआ सर्च ऑपरेशन
रांची पुलिस पीएलएफआई उग्रवादियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है. इसके लिए पुलिस की ओर से एक टीम का गठन किया गया है. इस टीम में जिले के डीएसपी के अलावा कई थानेदारों को शामिल किया गया है. गठित टीम पीएलएफआई उग्रवादियों की गतिविधियों की पूरी जानकारी जुटाने में लग गयी है. पुलिस यह भी पता लगा रही है कि किन इलाकों में पीएलएफआई उग्रवादी ज्यादा सक्रिय हैं. पुलिस का दावा है कि जल्द ही उग्रवादी सुल्तान समेत कई संगठनों के लोग पुलिस की गिरफ्त में होंगे.
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