ऋषिकेश: चारधाम में बढ़ती भीड़ को रोकने के लिए शासन ने बीते तीन दिनों से हरिद्वार और ऋषिकेश समेत अन्य जगहों पर ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद कर रखे है, जिस कारण चारधाम के श्रद्धालुओं को हरिद्वार और ऋषिकेश में ही रूकना पड़ रहा है. ऐसे में परेशान हो रहे तीर्थयात्रियों के सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने शुक्रवार को ऋषिकेश में यात्रा प्रशासन कार्यालय में जमकर हंगामा किया.
इस दौरान श्रद्धालुओं और बस ऑपरेटरों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. श्रद्धालुओं की मांग है कि उनका रजिस्ट्रेशन कर चारधाम की यात्रा पर भेजा जाए. बस ऑपरेटर ने भी यही मांग सरकार के सामने रखी है. बता दें कि सरकार ने पहले ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन दो दिन के लिए बंद किए थे, लेकिन बाद में उसे बढ़ाकर पांच कर दिया गया. इसके बाद से ही चारधाम के श्रद्धालु ऋषिकेश में फंसे हुए है. बिना रजिस्ट्रेशन के पुलिस श्रद्धालुओं की ऋषिकेश के आगे नहीं बढ़ने दे रही है. यदि किसी तरह कुछ तीर्थयात्री बिना रजिस्ट्रेशन के ऋषिकेश से आगे चले भी जाते है तो उन्हें श्रीनगर या फिर रुद्रप्रयाग में रोक दिया जाता है.
शुक्रवार 17 मई को भी जब ऋषिकेश में चारधाम का रजिस्ट्रेशन काउंटर नहीं खुला तो तीर्थ यात्रियों का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने यात्रा प्रशासन कार्यालय में हंगामा किया. कई यात्रियों का कहना है कि वो पिछले पांच दिनों से ऋषिकेश में रूके हुए है, लेकिन रजिस्ट्रेशन नहीं होने के कारण वो आगे नहीं जा पा रहे है.
वहीं, तीर्थयात्रियों के साथ शुक्रवार को बस ऑपरेटरों का गुस्सा भी फूट पड़ा. उनका कहना है कि ऑफलाइन पंजीकरण बंद होने के कारण श्रद्धालु ऋषिकेश से आगे नहीं जा पा रहे है, जिस वजह से उन्हें यात्री नहीं मिल रहे है. उनकी बसे ऋषिकेश में ही खड़ी हुई है. सिस्टम की इस खामी के कारण उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. यदि यही स्थिति रही तो बस ऑपरेटर अपने परमिट जमा करने के लिए मजबूर होंगे.
अपर गढ़वाल आयुक्त नरेंद्र सिंह ने बताया कि गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में श्रद्धालुओं की स्थिति फिलहाल सामान्य हो गई है. बदरी और केदारनाथ धाम में अभी काफी भीड़ है. शाम तक यात्रियों की सुविधा के लिए कोई रास्ता निकाला जाएगा. प्रशासन की सबसे बड़ी प्राथमिकता यात्रियों को सुगम और सुरक्षित दर्शन करने हैं. उनकी जान को खतरे में डालना नहीं है.
बता दें कि इस तरह के हालात केदारनाथ यात्रा मार्ग के मुख्य पड़ाव सोनप्रयाग में भी बने हुए है. सोनप्रयाग का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें तीर्थयात्री केदारनाथ जाने के लिए पुलिस वालों से भिड़ पड़े थे. इस दौरान तीर्थयात्रियों और पुलिसकर्मियों के बीच हाथापाई भी हुई थी.
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