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मुजफ्फरपुर में कहां से आ रहे घातक हथियार, एके-47 की बरामदगी के बाद इटली मेड पिस्टल के साथ एक गिरफ्तार - ITALIAN PISTOL

ARRESTED WITH ITALIAN PISTOL: लोकसभा चुनाव को देखते हुए सघन जांच अभियान के दौरान एके-47 की बरामदगी के बाद पुलिस को एक और सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने बैरिया बस स्डैंट से इटालियन पिस्टल के साथ एक शख्स को गिरफ्तार किया है, पढ़िये पूरी खबर,

मुजफ्फरपुर में मिल रहा हथियारों का जखीरा
मुजफ्फरपुर में मिल रहा हथियारों का जखीरा (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : May 10, 2024, 2:18 PM IST

मुजफ्फरपुरःलोकसभा चुनाव के मद्देनजर मुजफ्फरपुर और आस पास के इलाके में सुरक्षा जांच तेज कर दी गयी है. इस दौरान बड़े और घातक हथियार बरामद किए जा रहे हैं. जिले के फकुली थाना क्षेत्र के मनकौली से एके-47 बरामदगी मामले में जांच कर रही एसआईटी को जहां जिले में एक और एके-47 का सुराग मिला है वहीं बैरिया बस स्टैंड से इटालियन मेड पिस्टल के साथ एक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

लोडेड इटालियन पिस्टल के साथ गिरफ्तारः जानकारी के मुताबिक पुलिस ने अहियापुर थाना इलाके के बैरिया स्टैंड स्थित भोला होटल के पास लोडेड इटालियन पिस्टल के साथ एक बस एजेंट को गिरफ्तार किया. पकड़े गये शख्स का नाम मुन्ना त्रिवेदी है.उसने अपने कमर में पिस्टल खोंस रखी थी और दहशत फैलाने के लिए पहुंचा था.इसी दौरान वो पकड़ा गया.

कई शातिरों के नाम उगले: पुलिस के मुताबिक मिलिट्री इंटेलिजेंस की सूचना पर ये कार्रवाई की गयी है. आरोपी के पास मिली इटालियन पिस्टल में 7.65 केएफ की मैगजीन भी लोड थी.आरोपी मुन्ना दामोदरपुर के जयप्रकाश नगर का रहने वाला है. पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में उसने सरगना कोल्हुआ के प्रॉपर्टी डीलर सहित सिंडिकेट से जुड़े अन्य शातिरों के नाम बताए हैं. इनका सत्यापन कर पुलिस की एक टीम ने तलाश शुरू कर दी है.

न्यायिक हिरासत में भेजा गया आरोपीः विदेशी पिस्टल के साथ पकड़े गये मुन्ना से पूछताछ के बाद गुरुवार को पुलिस पदाधिकारी दीपक कुमार के बयान पर अहियापुर थाने में मुन्ना त्रिवेदी और फरार प्रॉपर्टी डीलर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इसके बाद पुलिस ने उसे संबंधित न्यायालय में पेश किया, जहां से न्याययिक हिरासत में भेज दिया गया.

एक और एके-47 का सुराग मिलाः इस बीच मुजफ्फरपुर पुलिस को एक और एके-47 का सुराग मिला है.जिसे दो बार में पार्ट्स पार्ट्स करके असम से मुजफ्फरपुर लाया गया है. एके-47 मिलने के मामले में गिरफ्तार विकास के माध्यम से ही असम से यह एके-47 जिले में शराब के धंधेबाजों ने मंगवाई है. बताया जा रहा है कि उसकी बरामदगी के लिए पुलिस टीम ताबड़तोड़ छापेमारी में जुटी है.

पुलिस को मिले अहम सुरागः पुलिस को जो सुराग मिले हैं उसके अनुसार दो खेप में पहुंची एके-47 को दो इलाकों में छिपाकर रखा गया है. हथियार बरामदगी के लिए पहले उस बदमाश को पकड़ने की तैयारी है, जिसके हाथ एके-47 बेची गई है. उसकी गिरफ्तारी के बाद हथियार छिपाने की जगहों की जानकारी मिलेगी.

भाड़े पर लेते हैं एके- 47: मामले में शराब धंधेबाज देवमणि राय से पूछताछ में पुलिस को कई जानकारी मिली है. झारखंड, यूपी और पश्चिम बंगाल की सीमा से शराब लदे ट्रक की इंट्री होते ही एके-47 धारक बदमाश गाड़ी को स्कॉर्ट कर उसे धंधेबाज के ठिकाने तक सुरक्षित पहुंचाते हैं.बताया जाता है कि प्रतिद्वंद्वियों से शराब लदे ट्रक को बचाने के लिए कई धंधेबाज एके-47 को भाड़े पर भी लेते हैं.

एक लाख तक लेते हैं एके-47 का किरायाः बताया जाता है कि शराब की मात्रा के अनुसार हथियार का भाड़ा तय होता है. आमतौर पर एक ट्रक शराब को सुरक्षित ठिकाने तक पहुंचाने के लिए एके-47 का भाड़ा एक लाख रुपये प्रति खेप तक होता है. पुलिस को यह सूचना मिलने के बाद अब शराब धंधेबाजों के सिंडिकेट को भी जांच के दायरे में रखा गया है.

नगालैंड से गैरेज संचालक कराता है हथियार मुहैया:बताया जाता है की बिहार के गोपालगंज का रहने वाला अहमद अंसारी नगालैंड के दीमापुर में अपना गैरेज चलाता है और गैरेज की आड़ में बिहार के हथियार तस्करों को एके- 47 हथियार मुहैया करा रहा है. दीमापुर से एके-47 के पार्ट्स किस्तों में बिहार पहुंचाए जाते हैंं.सभी पार्ट पहुंचने के बाद इन्हें असेंबल कर हथियार बनाकर बेच दिया जाता है.

एसटीएफ को अहमद की तलाशः इस अहम जानकारी के बाद अहमद अंसारी की तलाश में बिहार एसटीएफ की विशेष टीम गोपालगंज से दीमापुर तक छापेमारी कर रही है. उसका लिंक मिलने पर एक टीम झारखंड भी भेजी गई है,एके 47 की बरामदगी में फकुली थाने में दर्ज की गई एफआईआर में अहमद को भी नामजद किया गया है. इस मामले में गिरफ्तार विकास के मुताबिक वो बीए फर्स्ट ईयर की पढ़ाई छोड़कर हथियार तस्करी से जुड़ गया. इस दौरान ही दीमापुर में असकी अहमद से मुलाकात हुई थी.

दो दिनों पहले मिली थी एके-47ः बता दें कि बिहार एसटीएफ और मुजफ्फरपुर पुलिस को दो दिनों पहले बड़ी सफलता हाथ लगी थी, जब संयुक्त टीम ने दो ममेरे भाई समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. इनके पास से एके-47 ऑटोमैटिक हथियार, पांच कारतूस और तीन मोबाइल बरामद किया गये थे. ममेरे भाइयों को मुजफ्फरपुर जंक्शन के बाहर से पकड़ा गया और उनकी निशानदेही पर तीसरे अपराधी को फकुली थाना के मनकौली से गिरफ्तार किया गया.

दूसरे राज्यों से मंगाए जा रहे हैं हथियारः मुजफ्फरपुर और इससे सटे इलाकों में एके-47 की बरामदगी के बाद पुलिस ने जांच अभियान और तेज कर दिया है. बताया जाता है कि इस मामले में पकड़े गये सभी आरोपी छोटू राणा गैंग से जुड़े हुए हैं और पूछताछ में ये बात सामने आई है कि दूसरे राज्यों से एके-47 जैसे खतरनाक हथियारों की डिलिंग हो रही है.

ये भी पढ़ेंःमुजफ्फरपुर में एके-47 के साथ तीन गिरफ्तार, 7 लाख की हुई थी डील, दूसरे राज्यों से लाकर यहां करते थे असेंबल - AK 47 Recovered In Muzaffarpur

मुजफ्फरपुरःलोकसभा चुनाव के मद्देनजर मुजफ्फरपुर और आस पास के इलाके में सुरक्षा जांच तेज कर दी गयी है. इस दौरान बड़े और घातक हथियार बरामद किए जा रहे हैं. जिले के फकुली थाना क्षेत्र के मनकौली से एके-47 बरामदगी मामले में जांच कर रही एसआईटी को जहां जिले में एक और एके-47 का सुराग मिला है वहीं बैरिया बस स्टैंड से इटालियन मेड पिस्टल के साथ एक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

लोडेड इटालियन पिस्टल के साथ गिरफ्तारः जानकारी के मुताबिक पुलिस ने अहियापुर थाना इलाके के बैरिया स्टैंड स्थित भोला होटल के पास लोडेड इटालियन पिस्टल के साथ एक बस एजेंट को गिरफ्तार किया. पकड़े गये शख्स का नाम मुन्ना त्रिवेदी है.उसने अपने कमर में पिस्टल खोंस रखी थी और दहशत फैलाने के लिए पहुंचा था.इसी दौरान वो पकड़ा गया.

कई शातिरों के नाम उगले: पुलिस के मुताबिक मिलिट्री इंटेलिजेंस की सूचना पर ये कार्रवाई की गयी है. आरोपी के पास मिली इटालियन पिस्टल में 7.65 केएफ की मैगजीन भी लोड थी.आरोपी मुन्ना दामोदरपुर के जयप्रकाश नगर का रहने वाला है. पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में उसने सरगना कोल्हुआ के प्रॉपर्टी डीलर सहित सिंडिकेट से जुड़े अन्य शातिरों के नाम बताए हैं. इनका सत्यापन कर पुलिस की एक टीम ने तलाश शुरू कर दी है.

न्यायिक हिरासत में भेजा गया आरोपीः विदेशी पिस्टल के साथ पकड़े गये मुन्ना से पूछताछ के बाद गुरुवार को पुलिस पदाधिकारी दीपक कुमार के बयान पर अहियापुर थाने में मुन्ना त्रिवेदी और फरार प्रॉपर्टी डीलर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इसके बाद पुलिस ने उसे संबंधित न्यायालय में पेश किया, जहां से न्याययिक हिरासत में भेज दिया गया.

एक और एके-47 का सुराग मिलाः इस बीच मुजफ्फरपुर पुलिस को एक और एके-47 का सुराग मिला है.जिसे दो बार में पार्ट्स पार्ट्स करके असम से मुजफ्फरपुर लाया गया है. एके-47 मिलने के मामले में गिरफ्तार विकास के माध्यम से ही असम से यह एके-47 जिले में शराब के धंधेबाजों ने मंगवाई है. बताया जा रहा है कि उसकी बरामदगी के लिए पुलिस टीम ताबड़तोड़ छापेमारी में जुटी है.

पुलिस को मिले अहम सुरागः पुलिस को जो सुराग मिले हैं उसके अनुसार दो खेप में पहुंची एके-47 को दो इलाकों में छिपाकर रखा गया है. हथियार बरामदगी के लिए पहले उस बदमाश को पकड़ने की तैयारी है, जिसके हाथ एके-47 बेची गई है. उसकी गिरफ्तारी के बाद हथियार छिपाने की जगहों की जानकारी मिलेगी.

भाड़े पर लेते हैं एके- 47: मामले में शराब धंधेबाज देवमणि राय से पूछताछ में पुलिस को कई जानकारी मिली है. झारखंड, यूपी और पश्चिम बंगाल की सीमा से शराब लदे ट्रक की इंट्री होते ही एके-47 धारक बदमाश गाड़ी को स्कॉर्ट कर उसे धंधेबाज के ठिकाने तक सुरक्षित पहुंचाते हैं.बताया जाता है कि प्रतिद्वंद्वियों से शराब लदे ट्रक को बचाने के लिए कई धंधेबाज एके-47 को भाड़े पर भी लेते हैं.

एक लाख तक लेते हैं एके-47 का किरायाः बताया जाता है कि शराब की मात्रा के अनुसार हथियार का भाड़ा तय होता है. आमतौर पर एक ट्रक शराब को सुरक्षित ठिकाने तक पहुंचाने के लिए एके-47 का भाड़ा एक लाख रुपये प्रति खेप तक होता है. पुलिस को यह सूचना मिलने के बाद अब शराब धंधेबाजों के सिंडिकेट को भी जांच के दायरे में रखा गया है.

नगालैंड से गैरेज संचालक कराता है हथियार मुहैया:बताया जाता है की बिहार के गोपालगंज का रहने वाला अहमद अंसारी नगालैंड के दीमापुर में अपना गैरेज चलाता है और गैरेज की आड़ में बिहार के हथियार तस्करों को एके- 47 हथियार मुहैया करा रहा है. दीमापुर से एके-47 के पार्ट्स किस्तों में बिहार पहुंचाए जाते हैंं.सभी पार्ट पहुंचने के बाद इन्हें असेंबल कर हथियार बनाकर बेच दिया जाता है.

एसटीएफ को अहमद की तलाशः इस अहम जानकारी के बाद अहमद अंसारी की तलाश में बिहार एसटीएफ की विशेष टीम गोपालगंज से दीमापुर तक छापेमारी कर रही है. उसका लिंक मिलने पर एक टीम झारखंड भी भेजी गई है,एके 47 की बरामदगी में फकुली थाने में दर्ज की गई एफआईआर में अहमद को भी नामजद किया गया है. इस मामले में गिरफ्तार विकास के मुताबिक वो बीए फर्स्ट ईयर की पढ़ाई छोड़कर हथियार तस्करी से जुड़ गया. इस दौरान ही दीमापुर में असकी अहमद से मुलाकात हुई थी.

दो दिनों पहले मिली थी एके-47ः बता दें कि बिहार एसटीएफ और मुजफ्फरपुर पुलिस को दो दिनों पहले बड़ी सफलता हाथ लगी थी, जब संयुक्त टीम ने दो ममेरे भाई समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. इनके पास से एके-47 ऑटोमैटिक हथियार, पांच कारतूस और तीन मोबाइल बरामद किया गये थे. ममेरे भाइयों को मुजफ्फरपुर जंक्शन के बाहर से पकड़ा गया और उनकी निशानदेही पर तीसरे अपराधी को फकुली थाना के मनकौली से गिरफ्तार किया गया.

दूसरे राज्यों से मंगाए जा रहे हैं हथियारः मुजफ्फरपुर और इससे सटे इलाकों में एके-47 की बरामदगी के बाद पुलिस ने जांच अभियान और तेज कर दिया है. बताया जाता है कि इस मामले में पकड़े गये सभी आरोपी छोटू राणा गैंग से जुड़े हुए हैं और पूछताछ में ये बात सामने आई है कि दूसरे राज्यों से एके-47 जैसे खतरनाक हथियारों की डिलिंग हो रही है.

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