कासगंज : कोतवाली अमांपुर के शौचालय में आत्महत्या की कोशिश करने वाले युवक की बुधवार को अलीगढ़ मेडिकल काॅलेज में मौत हो गई. परिजनों ने पुलिस प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है. मामले में इंस्पेक्टर सहित पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. गुरुवार को भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में परिजनों ने गांव में ही युवक का अंतिम संस्कार कर दिया. परिजनों ने दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई, एक करोड़ रुपये मुआवजा, 10 बीघा जमीन और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है.
बता दें कि लड़की भगा ले जाने के आरोप में लड़की के परिजनों के कहने पर अमांपुर कोतवाली पुलिस ग्राम रसलुआ सुलेहपुर के रहने वाले युवक गौरव जाटव को तीन फरवरी को थाने उठा लाई थी. पुलिस की थ्योरी के अनुसार युवक गौरव ने कोतवाली अमांपुर के शौचालय में आत्महत्या का प्रयास किया था. इसके बाद युवक को गंभीर हालत में अलीगढ़ मेडिकल काॅलेज रेफर किया गया था, जहां 14 फरवरी को अस्पताल में गौरव ने दम तोड़ दिया.
गौरव की बहन राधा का आरोप है कि अमापुर पुलिस ने भाई को हवालात में रख कर शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और हत्या कर दी. राधा ने कहा कि जो भी दोषी पुलिसकर्मी हैं, उनको सजा मिलनी चाहिए. इसके अलावा परिवार के भरण-पोषण के लिए एक करोड़ रुपये, 10 बीघा जमीन और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए. डीआईजी शलभ माथुर के मुताबिक गौरव के पिता रघुराज की तहरीर पर कोतवाली अमांपुर इंस्पेक्टर यतींद्र कुमार, जांच अधिकारी गया प्रसाद के खिलाफ तत्काल मुकदमा दर्ज कर लिया गया था. इसके बाद प्राथमिक जांच में संलिप्तता पाए जाने पर सिपाही सोनवीर सोलंकी, शशांक दुबे, शुभम बालियान के खिलाफ हत्या का अभियोग पंजीकृत किया गया है. सहावर उप जिलाधिकारी प्रेम नारायण सिंह ने बताया कि मृतक के परिजनों की मांगों को शासन तक पहुंचाया जाएगा जो भी शासन से सहायता प्राप्त होगी पीड़ित परिवार को प्रदान की जाएगी.
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