नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम के केशव पुरम ज़ोन के पशु चिकित्सा विभाग ने कर्मचारियों और मशीनरी के साथ पुलिस की मदद से त्रिनगर के भीड़भाड़ वाले इलाके में आवारा मवेशियों और अवैध डेरियों के खिलाफ अपना अभियान जारी रखा. यहां पर अवैध डेयरियां खुलने की शिकायतें आ रही थीं. शनिवार सुबह शुरू हुई कार्रवाई में लगभग 102 मवेशी पकड़े गए, जिनमें से 79 मवेशी वयस्क थे और 23 बछड़े थे. जिनके साथ अवैध डेयरी मालिकों का व्यवहार क्रूरतापूर्ण था.
पिछले दिनों विभाग द्वारा सील किए गए अवैध डेयरियों के परिसरों की जांच की गई ताकि सील से छेड़छाड़ और दुरुपयोग की संभावना को रोका जा सके. यह देखा गया है कि अवैध डेरी मालिकों ने सील से छेड़छाड़ की थी और मवेशियों को रखने के लिए परिसर का दुरुपयोग कर रहे थे. ऐसे परिसरों को फिर से सील कर दिया गया और टीपीडीडीएल के माध्यम से उनके बिजली कनेक्शन भी काट दिए गए.
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जब परिसर की जांच की जा रही थी तो बैरम खान में अवैध डेरी मालिकों ने मोटरसाइकिलों पर अपने साथियों के साथ मिलकर एमसीडी और पुलिस के अधिकारियों पर हमला कर दिया. पुलिस ने हमलावरों को काबू करने की कोशिश की. पशु चिकित्सा सेवा विभाग की ओर से हमलावरों के खिलाफ पुलिस स्टेशन केशव पुरम जोन में शिकायत दर्ज कराई गई है. इसके अलावा मेंटेनेंस विभाग ने उन खतरनाक संरचनाओं को हटा दिया जिनमें मवेशी रह रहे थे.
इसके अतिरिक्त आज खानपुर और संगम विहार इलाके में चार अवैध डेयरियों को भी सील कर दिया गया. इसके अलावा दक्षिणी जोन द्वारा मांस की दो अवैध दुकानों को भी सील किया गया.
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