डूंगरपुर. कांग्रेस सरकार में 2 बार मंत्री रहे महेंद्रजीत सिंह मालवीय 13 दिनों पहले ही भाजपा में शामिल हुए. शनिवार को भाजपा ने बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट से मालवीय को टिकट की घोषणा कर दी. ये पटकथा मालवीय को भाजपा में शामिल करने से पहले ही तय कर दी गई थी. विधानसभा चुनावो में डूंगरपुर-बांसवाड़ा संसदीय क्षेत्र में भाजपा के खिसकते जनाधार को फिर से मजबूत करने मालवीय को पार्टी में शामिल करने के साथ टिकट दिया है.
लोकसभा चुनावों को लेकर भाजपा ने आज सबसे पहले अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. प्रदेश में 15 उम्मीदवारों की घोषणा की गई है. इसमें बांसवाड़ा से महेंद्रजीत सिंह मालवीय को उम्मीदवार बनाया है. मालवीय 13 दिनों पहले ही 19 फरवरी को कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए. इससे पहले कांग्रेस की दोनों बार सरकार में मालवीय केबिनेट मंत्री बने. डूंगरपुर-बांसवाड़ा वागड़ क्षेत्र में मालवीय को एक बड़े नेता के तौर पर भी जाना जाता है. मालवीय की पत्नी रेशम मालवीय अभी बांसवाड़ा जिला परिषद में जिला प्रमुख हैं. वे 2 बार जिला प्रमुख रहीं.
डूंगरपुर-बांसवाड़ा संसदीय सीट पर देखें तो इसमें 8 सीटें आती हैं. इसमें से मालवीय के भाजपा के आने के बाद कांग्रेस के पास 4 सीटें बची हैं. जिसमें बांसवाड़ा, घाटोल और कुशलगढ़ सीट पर कांग्रेस के विधायक हैं. जबकि डूंगरपुर जिले में 3 में से केवल डूंगरपुर सीट पर ही कांग्रेस का विधायक है. जबकि भाजपा की बात करें, तो डूंगरपुर जिले में सागवाड़ा और बांसवाड़ा जिले ने घाटोल सीट पर भाजपा के विधायक हैं. महेंद्रजीत सिंह मालवीय के भाजपा में आने के बाद संसदीय क्षेत्र में भाजपा मजबूत हुई है. हालांकि इस सीट पर पिछली 2 बार से भाजपा जीत हासिल कर रही है. लेकिन ये सीट परंपरागत रूप से कांग्रेस की मानी जाती है. इस बार भाजपा को कांग्रेस के साथ ही तीसरी पार्टी के रूप में बीएपी से भी कड़ी टक्कर मिलेगी.