वाराणसी : लोकसभा चुनाव 2024 में बहुत से उलटफेर देखने को मिल रहे हैं. अलग-अलग पार्टियों के कई नेता दल बदल रहे हैं. इसके अलावा कई संगठनों के लोग भी अपने वैचारिक मतभेदों को दरकिनार कर विपरीत विचारधारा वाले सियासी दलों के दामन थाम रहे हैं. इसी क्रम में किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने भाजपा का दामन थामा है. हिमांगी सखी कुछ दिनों पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. अब हिमांगी ने कहा है कि मैं भाजपा के खिलाफ नहीं थी.
वाराणसी लोकसभा चुनाव 2014 के बाद से लगातार दिलचस्प ही रहा है. पीएम मोदी के खिलाफ इस सीट से 20 से भी अधिक उम्मीदवार चुनाव लड़ने के लिए उतरते रहे हैं, लेकिन एक-दो को छोड़कर सभी की जमानत जब्त हो चुकी है. इसी बीच किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने भी पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी सीट से चुनाव लड़ने का मन बनाया था. बुधवार को हिमांगी ने वाराणसी में भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है. भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप पटेल ने उन्हें पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई है.
हमने चुनाव में किन्नर समाज के लिए मांगा आरक्षण : हिमांगी सखी ने बताया कि भाजपा की सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमारी बातों का मान रखा है, सम्मान दिया है. उन्होंने खुद कहा है कि जिसको किसी ने नहीं पूछा, जिस वर्ग को किसी ने नहीं पूछा उस वर्ग के लिए, उस किन्नर समाज के लिए हम आगे कार्य करेंगे. उन्हें ई-श्रम में जोड़ने की कोशिश करेंगे. मैं ये नहीं कहूंगी कि कुछ नहीं किया गया. उत्तर प्रदेश में किन्नर कल्याण बोर्ड का गठन जरूर किया, मगर हमारी जो मांग थी वह एक ही थी कि किन्नर समाज को लोकसभा, राज्य सभा या विधानसभा सीट में आरक्षण मिले जिससे वे अपने समाज का नेतृत्व कर सके.
'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शब्दों पर भरोसा'
हिमांगी सखी ने बताया कि भाजपा सरकार ने कहा है कि यह चुनाव जब खत्म होगा उसके बाद इस मामले के ऊपर विचार-विमर्श करेंगे. जितना संभव हो सकेगा उतना किन्नर समाज को मेन स्ट्रीम में लाने की पूरी कोशिश करेंगे. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शब्दों पर पूरी तरह आश्वस्त हूं. साथ ही वाराणसी के बीजेपी पदाधिकारियों और नेताओं पर पूरा विश्वास है. मैं किन्नर समाज से आती हूं और जो हमें एक वचन दे देते हैं हम उस वचन पर विश्वास करते हैं. मैंने उस एक वचन के लिए वाराणसी लोकसभा चुनाव का महात्याग किया है. मैं भाजपा के खिलाफ नहीं थी.
'सनातन धर्म के लिए भाजपा में आईं हिमांगी सखी'
बीजेपी अध्यक्ष काशी क्षेत्र दिलीप पटेल ने कहा कि हिमांगी सखी को भाजपा ज्वाइन कराने में कोई शर्त नहीं है. सनातन धर्म को पुनर्जीवित करने के लिए इस देश में साधु, संत, महात्माओं जैसे तमाम लोग लगे हुए हैं. इसका उद्देश्य है कि हमारा सनातन धर्म मजबूत हो, हमारा देश दोबारा विश्वगुरू बने. हिमांगी सखी के मन में भी सनातन धर्म के प्रति स्नेह और प्रेम है. वह देख रही हैं कि कौन सी पार्टी सनातन धर्म को मजबूत करेगी. इसी को देखकर उन्होंने स्वयं ही प्रेरणा लेकर भाजपा ज्वाइन की है. मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं और अपील करता हूं कि अपने साथियों के साथ अपने उद्देश्य को पूरा करें.