नागौर. राजस्थान में रविवार को नागौर जिले के दौरे पर आए कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी पर विवादित टिप्पणी कर दी. केंद्र सरकार की ओर से उनको दिए जा रहे भारत रत्न पुरस्कार पर रंधावा ने सवाल खड़े किए, साथ ही उन्होंने आरएसएस पर भी टिप्पणी की.
रंधावा नागौर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि आरएसएस पर बैन किसने लगाया ? गुजरात के सरदार वल्लभ भाई पटेल ने लगाया था. आरएसएस को देश विरोधी कहा था. जनसंघ 1955 में बना था. इनको इतना ही राम मंदिर से लगाव था तो प्राण प्रतिष्ठा में लालकृष्ण आडवाणी को क्यों नहीं लेकर गए, जिन्होंने रथ यात्रा शुरू की थी.
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फिसली जुबान या विवादित बयान ? : उन्होंने कहा कि भाजपा मांग करती रही कि आडवाणी को भारत रत्न दे दो, लेकिन भारत रत्न तो मरे हुए को दिया जाता है. रंधावा के इस बयान से विवाद खड़ा हो गया है. रंधावा ने भारत रत्न जैसे सम्मान पर भी सवाल खड़े किए हैं. इस कार्यक्रम में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा व नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली भी मौजूद रहे. लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने यह सम्मेलन रखा और नागौर जिले में टिकट किसे दिया जाए, इस पर भी चर्चा हुई.