हापुड़ : कुछ दिन पहले एक फिल्म रिलीज हुई थी, जिसका नाम था 12the फेल. फिल्म अभी तक चर्चा में बनी हुई है. फिल्म में गरीब परिवार के छात्र का संघर्ष लोगों को काफी प्रेरणादायी लगा. हापुड़ के पिलखुवा के रहने वाले 11 वीं के छात्र कुणाल की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. कुणाल 29 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे और परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में शामिल होंगे. कुणाल ने अपनी प्रतिभा और लगन के दम पर दिल्ली के बाल भवन में 7 से 13 जनवरी तक आयोजित राष्ट्रीय कला उत्सव में पूरे देश में दूसरा और उत्तर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है. यही कारण है कि उन्हें पीएम से मिलने का मौका मिला है.
कुणाल के पिता सब्जी बेचते हैं. जबकि मां गृहिणी हैं. वह दो भाई और एक बहन में सबसे छोटे हैं. गरीबी के कारण आर्थिक अभाव से जूझते हुए कुणाल ने पेंटिंग की अपनी प्रतिभा को निखारा. सोशल मीडिया और टीवी से दूर रहकर कुणाल लगातार खुद को संवारते रहे. उनके शिक्षकों का कहना है कि वह शुरू से ही प्रतिभाशाली छात्र रहे हैं. अभाव के बावजूद उन्होंने अपना संघर्ष जारी रहा.कुणाल ने अपनी पेंटिंग में छात्र-छात्राओं पर मोबाइल से होने वाले दुष्परिणाम का सजीव चित्रण किया है. यह चित्रण इतना सजीव था कि कुणाल को पूरे देश में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है. कुणाल खुद भी मोबाइल और टीवी से दूर रहते हैं. उनके परिवार और शिक्षक छात्र की इस उपलब्धि पर बहुत खुश हैं.
राष्ट्रीय कला उत्सव के तहत विद्या दृश्य कला में कुणाल ने अपनी पेंटिंग में दर्शाया कि मोबाइल कैसे छात्र-छात्राओं का भविष्य नष्ट कर रहा है. जहां एक तरफ मोबाइल के फायदे हैं तो इसके दुष्परिणाम भी लगातार सामने आ रहे हैं.
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