रांची: चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 का समापन होने जा रहा है. वित्तीय वर्ष के समापन के दिन रविवार होने के बावजूद 31 मार्च को राज्यभर के कोषागार और बैंक खुले रहेंगे. वित्त विभाग ने 30 और 31 मार्च को कोषागार खोलने का निर्देश जारी कर दिया है. इसके अलावे इस साल भी मार्च लूट रोकने के लिए झारखंड सरकार ने कई कदम उठाए हैं.
विभागों की ओर से राशि की निकासी पर सरकार की नजर
जिसके तहत सभी विभागों की ओर से एक मार्च से योजना मद की राशि की निकासी पर नजर रखी जा रही है. वित्त विभाग द्वारा जारी निर्देश के अनुसार अधिकतम 15% राशि खर्च करना है. उससे ऊपर की राशि का खर्च मंत्री और मुख्यमंत्री की सहमति के बाद किया जा सकेगा. योजना मद की राशि में आचार संहिता की वजह से नई योजना मद की राशि खर्च नहीं की जा सकेगी यानी इसकी निकासी भी होना संभव नहीं है.
28 तक शेष राशि सरेंडर करने का निर्देश
मार्च क्लोजिंग पर सरकारी छुट्टी खलल डाल रही है. 29 मार्च को गुड फ्रायडे और 30-31 को शनिवार रविवार होने की वजह से अवकाश है. ऐसे में सरकार ने 28 मार्च रात 8 बजे तक शेष बची हुई राशि को सरेंडर करने का निर्देश दिया है. पहले इस संबंध में 25 मार्च तक का समय जिलों को दिया गया था. इन सबके बीच छुट्टी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने शनिवार- रविवार को कोषागार खोलने का निर्णय लिया है, ताकि समय पर ट्रेजरी से निकासी हो सके.
इस संबंध में सचिवालयकर्मी और प्रदेश कर्मचारी महासंघ के उपाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार झा कहते हैं कि विभागीय स्तर पर लंबित बिलों के भुगतान की प्रक्रिया जारी है.सरकार का निर्देश है कि ससमय शत प्रतिशत राशि खर्च हो. इसके लिए समय-समय पर जारी निर्देश के अनुरूप कार्य किए जा रहे हैं.
होली की छुट्टी के बाद लंबित बिलों के भुगतान की प्रक्रिया में आई तेजी
बहरहाल, होली की छुट्टी के बाद बुधवार को सचिवालय में रौनक देखी गई. मार्च क्लोजिंग को ध्यान में रखते हुए विभागों के द्वारा लंबित बिलों के भुगतान की प्रक्रिया में तेजी आई है. इसके बावजूद इस बार भी चालू वित्तीय वर्ष की भारी भरकम राशि खर्च नहीं हो पाने की वजह से राशि सरेंडर होने की संभावना है.
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