शिमला: अपने निर्वाचन क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए सांसदों को मिलने वाली निधि खर्च करने के मामले में शिमला के सांसद सुरेश कश्यप का काम प्रभावशाली रहा है. सुरेश कश्यप सांसद निधि का 123 फीसदी यूटिलाइजेशन करवाने में कामयाब रहे हैं. इसी तरह अनुराग ठाकुर का यूटिलाइजेशन प्रतिशत 109 से अधिक रहा है. प्रतिभा सिंह उपचुनाव जीतकर मंडी की सांसद बनी थी. उनकी प्रतिशतता 68 फीसदी से अधिक है.
उल्लेखनीय है कि सांसदों को अपने निर्वाचन क्षेत्र में विकास के लिए प्रति वर्ष 5 करोड़ रुपये की निधि मिलती है. इसे एमपी एलएडीएस (MPLADS) यानी मेंबर ऑफ पार्लियामेंट लोकल एरिया डेवलपमेंट स्कीम (Members of Parliament Local Area Development Scheme) कहा जाता है. सांसद इस निधि से क्षेत्र में विकास के लिए रकम जारी करते हैं. ये जिला प्रशासन के माध्यम से खर्च होती है. मौजूदा लोकसभा यानी 17वीं लोकसभा का कार्यकाल पूरा हो रहा है. ऐसे में हिमाचल के सांसदों का रिपोर्ट कार्ड देखना रोचक होगा.
2021 में मंडी उपचुनाव जीती थी प्रतिभा सिंह
मंडी से दूसरी बार सांसद बने भाजपा नेता रामस्वरूप शर्मा के अकस्मात निधन के बाद नवंबर 2021 में प्रतिभा सिंह यहां से उपचुनाव में विजयी हुईं. इस तरह प्रतिभा सिंह का कार्यकाल ढाई साल से कुछ अधिक का माना जाएगा. प्रतिभा सिंह का रिकॉर्ड देखा जाए तो उनकी पात्रता 12 करोड़ रुपये के फंड की है. इसमें से केंद्र सरकार ने 4.5 करोड़ रुपये का फंड अब तक जारी किया है. यदि ब्याज सहित रकम की उपलब्धता देखी जाए तो प्रतिभा सिंह के पास 5.60 करोड़ रुपये का फंड है. इसमें से उन्होंने 5.20 करोड़ रुपये से अधिक की निधि विकास कार्यों के लिए रिकमंड की है. जिसमें से 5.17 करोड़ रुपये जारी हो चुके हैं.
प्रतिभा सिंह खर्च ने किए इतने रुपये
प्रतिभा सिंह की तरफ से जारी रकम में से 3.15 करोड़ खर्च हो चुके हैं और 2.44 करोड़ से अधिक की रकम अनस्पेंट यानी बिना खर्च के है. इस तरह प्रतिभा सिंह की निधि खर्च करने की प्रतिशतता 68 फीसदी से अधिक है. शिमला के सांसद सुरेश कश्यप की पात्रता 17 करोड़ रुपये की है. उन्हें सबसे अधिक 9.5 करोड़ रुपये का फंड केंद्र से जारी हुआ. यदि इस रकम के साथ ब्याज जोड़ा जाए तो ये 12.99 करोड़ रुपये बनती है.
अनुराग ठाकुर को 17 करोड़ के फंड
सरकारी आंकड़ों के अनुसार हमीरपुर से भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर को अब तक 17 करोड़ रुपये के फंड की एनटाइटलमेंट हुई है. यानी अनुराग ठाकुर अपने संसदीय क्षेत्र में 17 करोड़ रुपये की निधि खर्च करने की पात्रता रखते हैं. ये निधि वैसे तो तय नियमों के तहत मिलती है, लेकिन केंद्र सरकार समय-समय पर इस रकम को जारी करती है. नियमों के तहत सांसद को साल भर में पांच करोड़ रुपये की निधि की पात्रता होती है. इस निधि को केंद्र सरकार समय-समय पर रिलीज करती है.
फंड की यूटिलाइजेशन 109 फीसदी
अनुराग ठाकुर के हिस्से अभी 17 करोड़ रुपये आए हैं. इस 17 करोड़ रुपये की पात्रता में से अनुराग ठाकुर को केंद्र से 7 करोड़ रुपये मिले हैं. अनुराग ठाकुर ने अब तक एमपीलैड्स कार्यों के लिए 9.87 करोड़ रुपये रिकमंड किए हैं. इस रकम में से 7.76 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं. इस तरह 2.32 करोड़ रुपये से अधिक अनस्पेंट यानी खर्च नहीं हुई है. अनुराग ठाकुर को रिलीज किए गए सांसद निधि फंड की यूटिलाइजेशन 109 फीसदी से अधिक है.
सुरेश कश्यप का रिपोर्ट कार्ड
इसमें से सुरेश कश्यप ने 12.80 करोड़ रुपये विभिन्न सांसद निधि विकास कार्यों के लिए रिकमंड किए. सुरेश कश्यप की तरफ से जारी रकम में से 11.88 करोड़ रुपये खर्च हुए. इस तरह उनकी फंड खर्च करने की यूटिलाइजेशन प्रतिशतता सबसे अधिक 123 फीसदी है. कश्यप के हिस्से अनस्पेंट रकम केवल 1.11 करोड़ रुपए है. कांगड़ा के सांसद किशन कपूर की बात की जाए तो उनकी यूटीलाइजेशन प्रतिशतता 96.29 है.
किशन कपूर ने खर्च किए 6.88 करोड़
किशन कपूर के हिस्से आए 17 करोड़ रुपये में से केंद्र से उन्हें 7 करोड़ की रकम जारी हुई. इस रकम में ब्याज की राशि जोड़ें तो ये 9.62 करोड़ बनती है. इसमें से कपूर ने 8.64 करोड़ रुपये के कार्यों की अनुशंसा की, जिसमें से 6.88 करोड़ रुपये खर्च हुए. कपूर के खाते में 2.74 करोड़ की राशि बिना खर्च के है. उल्लेखनीय है कि सांसद निधि के तहत एमपी केवल विभिन्न कार्यों के लिए रकम की अनुशंसा कर सकता है. उसे खर्च करना संबंधित जिला के अधिकारियों के जिम्मे होता है.
रामस्वरूप शर्मा ने भी उपयोग किया एमपीलैड
दिवंगत सांसद रामस्वरूप शर्मा के हिस्से 10 करोड़ रुपये की रकम आई थी. इसमें से केंद्र की तरफ से 2.5 करोड़ रुपये आए. ब्याज सहित ये रकम 5.35 करोड़ बनी. इस रकम से अधिक 5.87 करोड़ के कार्यों की अनुशंसा रामस्वरूप शर्मा ने की. इसमें से कुल 4.75 करोड़ रुपये की रकम उनकी अनुशंसा पर जारी की गई. कुल खर्च हुई रकम तीन करोड़ से अधिक रही. रामस्वरूप शर्मा दूसरी बार चुनाव जीते तो कुछ समय बाद उनकी दुखद मौत हो गई. बाद में उपचुनाव में प्रतिभा सिंह ने कांग्रेस टिकट पर चुनाव जीता.
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