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नोएडा में चुनाव के कारण फल व्यापारियों को हो रहा भारी नुकसान - FRUIT TRADER LOSES ON ELECTION

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Apr 29, 2024, 1:19 PM IST

Updated : Apr 29, 2024, 1:35 PM IST

चुनाव में व्यापारियों के फल का नुकसान
चुनाव में व्यापारियों के फल का नुकसान

गौतमबुद्ध नगर के व्यापारियों को चुनाव के चलते भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. पुलिस के द्वारा वाहन मंडी में प्रवेश पर रोक लगाने की वजह से व्यापारियों का फल समय पर बिक्री नहीं हो पा रही है, जिसके चलते लाखों रुपये से अधिक फल का नुकसान हो गया है.

फल व्यापारियों को हो रहा भारी नुकसान

नोएडा : देशभर में लोकसभा चुनावी का माहौल बना हुआ है. वहीं, पुलिस ने चुनावी सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम भी कर रखा है. खासकर मतदान केंद्रों और ईवीएम रखे गए जगहों पर कड़ी सुरक्षा तैनात की गई है. लेकिन इन सब के बीच व्यापारियों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा रहा है. गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर 26 अप्रैल को मतदान हुआ.

मतदान से पहले नोएडा प्रशासन द्वारा फेस टू स्थित फूल मंडी में रखी गई ईवीएम की सुरक्षा के लिए पूरे फूल मंडी को छावनी में तब्दील कर दिया गया था. इसलिए फूल मंडी में आने वाले सभी वाहनों पर रोक लगा दी गई थी, जिससे व्यापारियों का ट्रक मंडी में पहुंच नहीं सका और समय पर फल की बिक्री नहीं हो सकी. फूल मंडी के एक व्यापारी विनोद कुमार ने इस बात की जानकारी दी.

चुनाव में फल व्यापारियों का हो रहा नुकसान

विनोद ने बताया कि नोएडा के सेक्टर 88 स्थित फुल मंडी में फल और सब्जियों के थोक व्यापारी हर दिन लाखों का माल ऑर्डर करते हैं. व्यापारियों ने चुनाव से पहले ही अपने फलों का ऑर्डर दे दिया था. ट्रक तो समय पर पहुंच गया लेकिन वाहन पर रोक होने के कारण फल समय पर मंडी में नहीं ला सका. मतदान समाप्त होने के बाद जब तक फलों के ट्रकों को बाजार में प्रवेश की अनुमति दी गई, तब तक व्यापारियों के फल सड़ चुके थे.
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विनोद का कहना है कि सबसे अधिक पपीता, खरबूज ,तरबूज ,केला सहित कई अन्य फल व्यापारियों के बुरी तरीके से सड़ गए. इसके चलते लाखों रुपए का माल नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि व्यापारियों के हुए इस नुकसान की भरपाई ना ही प्रशासन की तरफ से कोई मदद दी गई और ना ही माल भेजने वाले की तरफ से कोई रियायत दी गई है. उनका कहना है कि इस नुकसान से हमारे व्यापार पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा है, जिसकी भरपाई को पूरा करने में लंबा समय लग जाएगा. प्रशासन को व्यापारियों के माल लाने और ले जाने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए थी.

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Last Updated :Apr 29, 2024, 1:35 PM IST
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