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सांसद निधि खर्च करने में फिसड्डी साबित हो रहे हैं उत्तराखंड के एमपी, जानिए किसके खाते में बचे कितने पैसे

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Mar 12, 2024, 10:49 AM IST

Updated : Mar 12, 2024, 12:37 PM IST

Uttarakhand MPs could not spend MP funds पीएम मोदी 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना चाहते हैं. पीएम मोदी के इस सपने में आर्थिक समृद्धि, सामाजिक उन्नति के साथ प्रभावी शासन जैसे विकास के बहुरंगी पहलू शामिल हैं. लेकिन उत्तराखंड के पांचों सांसद इससे बेखबर अपनी सांसद निधि ही विकास कार्यों में खर्च नहीं कर पा रहे हैं. अगर आप 2019-2024 के 31 दिसंबर 2023 तक के सांसद निधि खर्च करने के आंकड़े देखेंगे तो आपको अपने सांसदों की कंजूसी का पता चल जाएगा.

Uttarakhand MP Fund
सांसद निधि समाचार

देहरादून: आपको यह जानकर हैरानी होगी कि उत्तराखंड के पांचों लोकसभा सांसदों ने अपनी सांसद निधि को पूरा खर्च नहीं किया है. उत्तराखंड के पांच लोकसभा क्षेत्र के सांसदों की सांसद निधि अकाउंट में पड़ी हुई है, जबकि पहाड़ को विकास और योजनाओं की कितनी दरकार है ये सभी जानते हैं.

Uttarakhand MP Fund
सांसद निधि के खर्च का लेखा जोखा

अगर 5 साल तक जनता नेताओं से विकास कार्यों की उम्मीद करती रहे और वक्त बीतने के बाद ये मालूम हो कि पैसा तो था, लेकिन खर्च नहीं किया गया है तो सोचिए जनता पर क्या बीतती होगी. उत्तराखंड के सांसद अपनी सांसद निधि खर्च करने में ऐसी ही लापरवाही बरत रहे हैं. इससे पता चलता है कि हमारे सांसद जनता और विकास योजनाओं को लेकर कितने गंभीर हैं. वो जनता की अपेक्षा पर कितने खरे उतर रहे हैं. उत्तराखंड को पर्वतीय क्षेत्रों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है. यहां हर साल आपदा से करोड़ों रुपए का नुकसान तो होता ही है, साथ ही लोगों को समस्या का सामना भी करना पड़ता है.

सांसद निधि खर्च करने में सबसे पीछे तीरथ: आइए अब आपको बताते हैं उत्तराखंड के किस सांसद ने कितनी सांसद निधि खर्च की. सांसद निधि खर्च करने में सबसे पीछे रहे पौड़ी के सांसद तीरथ सिंह रावत. हरिद्वार सांसद निशंक की निधि भी काफी हद तक बची हुई है. टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी और नैनीताल सांसद अजय भट्ट के खाते में भी अभी सांसद निधि का बड़ा हिस्सा बचा हुआ है. सबसे अधिक सांसद निधि खर्च करने वाले अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ सीट से एमपी अजय टम्टा हैं

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सांसदों के खर्च का लेखा जोखा

5 सांसदों की 61 फीसदी सांसद निधि बची: एक आरटीआई के माध्यम से मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के लोकसभा के 5 सांसदों की अभी लगभग 61 प्रतिशत सांसद निधि खर्च होने को शेष है. अब वित्तीय वर्ष खत्म हो रहा है. साथ ही लोकसभा चुनाव भी होने वाले हैं. जानकारी के अनुसार 85 करोड़ की सांसद निधि में से 22.02 करोड़ जारी ही नहीं कराए जा सके. सूचना के अधिकार से मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के सांसदों की 61 प्रतिशत यानी कुल 54.49 करोड़ की सांसद निधि खर्च होनी शेष है. लोकसभा सांसदों का कार्यकाल समाप्त होने को है. लेकिन 3 सांसदों की 22.02 करोड़ की सांसद निधि जारी होनी बाकी है. केन्द्रीय मंत्री और नैनीताल सांसद अजय भट्ट की 59.55 प्रतिशत यानी 10.30 करोड़ की सांसद निधि जारी होनी है. पूर्व मुख्यमंत्री और पौड़ी सांसद तीरथ सिंह रावत की 71.55 प्रतिशत यानी 12.34 करोड़ की सांसद निधि खर्च नहीं हो सकी है.

अजय टम्टा ने खर्च की सबसे ज्यादा सांसद निधि: मौजूदा समय में अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा को 17 करोड़ में से 11 करोड़ 81 लाख 50 हजार की सांसद निधि जारी हुई. इसके साथ ही 5 करोड़ 18 लाख 50 हजार की सांसद निधि जारी होनी बाकी है. ब्याज 1 करोड़ 5 लाख 91 हजार मिलाकर कुल योग 18 करोड़ 5 लाख 91 हजार की सांसद निधि में से 8 करोड़ 51 लाख 59 हजार की सांसद निधि 31 दिसम्बर तक खर्च हो सकी है. 9 करोड़ 53 लाख 31 हजार (52.79 प्रतिशत) सांसद निधि खर्च होनी बाकी है.

किस सांसद को कितनी सांसद निधि रिलीज हुई: आरटीआई से पता चला है कि 31 दिसम्बर 2023 तक लोकसभा सांसद 17-17 करोड़ रुपए की सांसद निधि भारत सरकार से प्राप्त करने के पात्र थे. यानी उनको इतनी निधि तो मिलेगी ही. हरिद्वार सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक और पौड़ी सांसद तीरथ सिंह रावत को ही पूरी 17-17 करोड़ रुपये की सांसद निधि जारी हुई है. इसके अलावा नैनीताल सांसद अजय भट्ट को केवल 7 करोड़ 66 लाख 40 हजार जबकि अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा को 11 करोड़ 81 लाख 50 हजार मिले हैं. इसके साथ ही गढ़वाल की टिहरी सांसद माला राज लक्ष्मी की 9 करोड़ 50 लाख की सांसद निधि ही भारत सरकार से जारी हो सकी है. इन सांसदों को जो सांसद निधि जारी हुई है, उसमें से भी धनराशि खर्च करना अभी बाकी बताया गया है.

रमेश पोखरियाल निशंक की पूरी सांसद निधि 17 करोड़ तथा उस पर 20.75 लाख ब्याज कुल 17 करोड़ 20 लाख 75 हजार की सांसद निधि में से 31 दिसम्बर 2023 तक केवल 5 करोड़ 34 लाख 35 हजार की सांसद निधि ही खर्च हो सकी है. 11 करोड़ 86 लाख 40 हजार (68.95 प्रतिशत) सांसद निधि खर्च होना अभी बाकी है. ऐसा नहीं है कि सिर्फ निशंक ही अपनी निधि खर्च नहीं कर पाएं हैं. इसके साथ ही नैनीताल से सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट की 17 करोड़ में से केवल 7 करोड़ 66 लाख 40 हजार की सांसद निधि में से 6 करोड़ 99 लाख 73 हजार की सांसद निधि खर्च हो सकी है. जबकि 10 करोड़ 30 लाख 9 हजार (59.55 प्रतिशत) सांसद निधि अभी बाकी है. सबसे कम अगर किसी ने अपनी निधि का प्रयोग किया है तो वो है पौड़ी सांसद तीरथ सिंह रावत. उनके क्षेत्र के लिए केंद्र से 17 करोड़ की जारी सांसद निधि और इस पर 25.45 लाख ब्याज जोड़कर 17 करोड़ 25 लाख 45 हजार है. जबकि उन्होंने 4 करोड़ 90 लाख 83 हजार की सांसद निधि खर्च की है. 12 करोड़ 34 लाख 63 हजार (71.55 प्रतिशत) सांसद निधि जमा है.

गढ़वाल के राजघराने से आने वाली टिहरी सांसद माला राज्य लक्ष्मी को जारी निधि की संख्या 17 करोड़ है. जबकि उनके क्षेत्र को फ़िलहाल निधि में से 9 करोड़ 50 लाख की सांसद निधि ही जारी हुई है. 7 करोड़ 50 लाख की सांसद निधि भारत सरकार से जारी होनी बाकी है. 1 करोड़ 60 लाख 45 हजार ब्याज जोड़कर कुल खर्च योग्य 18 करोड़ 60 लाख 45 हजार की सांसद निधि में से 31 दिसम्बर 2023 तक 8 करोड़ 15 लाख 90 हजार की सांसद निधि ही खर्च हुई है. 10 करोड़ 44 लाख 55 हजार (56.15 प्रतिशत) की सांसद निधि खर्च होना अभी बाकी बताया गया है.
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Last Updated : Mar 12, 2024, 12:37 PM IST
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