संभल: यूपी के संभल में एक पिता ने बाप-बेटी के रिश्ते को कलंकित किया है. पिता ने महज 50 हजार रुपये के लिए अपनी नाबालिग बेटी को दिल्ली में देह व्यापार के अड्डे पर ले जाकर बेच दिया. जहां उस नाबालिग को जिस्मफरोशी के धंधे में उतार दिया गया. कुछ दिनों बाद उसे रिश्ते के एक भाई ने वहां से निकालकर दूसरे जगह पर बेच दिया. जहां वह गर्भवती हो गई. और वहां पर उसे गर्भपात की दवाई खिलाई गई. जिससे उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. तभी वह मौका पाकर वहां से भाग निकली. और दिल्ली से भागकर मुरादाबाद पहुंच गई. जहां बेहोशी की हालत में मुरादाबाद जीआरपी को मिली. वहां उसे बाल कल्याण समिति संभल को सौंप दिया गया. पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
बताया जा रहा है कि नखासा थाना इलाके के रहने वाले एक पिता ने अपनी गरीबी का हवाला देकर करीब पांच महीने पहले अपनी 17 साल की बेटी को बेच दिया. नाबालिग को जबरन दिल्ली के जीबी रोड पर देह व्यापार कराया गया. इसी बीच वहां पर पहले से काम करने वाले उसके फुफेरे भाई से मुलाकात हुई. फुफेरे भाई ने उसे अपनी जाल में फंसाकर अपने साथ चलने के लिए राजी कर लिया. फिर उसके रिश्ते के भाई ने उसे ले जाकर दूसरे स्थान पर बेच दिया.
किशोरी के दर्द का यहां अंत नहीं होता है. दूसरे स्थान पर वह गर्भवती हो गई. जिस पर उसे गर्भपात की दवाई खिला दी गई. दवाई खाने पर उसकी हालत बिगड़ गई. तभी वह किसी युवक की मदद से मौका पाकर वहां से भाग निकली. जहां से किसी तरह ट्रेन पकड़कर दिल्ली से मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पहुंची. 21 मार्च को मुरादाबाद जीआरपी को वह बेहोशी की हालत में मिली. जहां से उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के बाद उसे संभल की बाल कल्याण समिति को सौंप दिया गया. जहां शनिवार को उसकी काउंसलिंग की गई. जिसमें उसने अपनी कहानी बताई.
बहजोई पुलिस के सीओ दीपक तिवारी ने बताया कि पूरे मामले में बहजोई में संचालित एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट थाने में रिपोर्ट की गई है. जहां पॉस्को एक्ट के साथ साथ कई धाराओं में पीड़ित के पिता और फुफेरे भाई के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.