नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेनो वेस्ट के सेक्टर वन स्थित ACE सिटी सोसाइटी में डायरिया का प्रकोप बढ़ गया है. इस सोसाइटी में पिछले कुछ दिनों में करीब 200 से ज्यादा लोग डायरिया के शिकार हुए हैं. लोगों को पेट में दर्द, उल्टी और दस्त जैसी समस्या है. सभी वर्ग के लोग इससे पीड़ित हैं. जिसकी वजह से अस्पतालों में निवासियों की लंबी लाइन लग गई है. निवासियों का आरोप है कि पानी की सोसायटी में आने वाला पानी संक्रमित है. जिससे लोग बीमार पड़ रहे हैं. वहीं सोसाइटी के एओए अध्यक्ष नितिन शर्मा का कहना है कि पानी की वजह से डायरिया नहीं फैला है. पानी के सैंपल दो लैब में भेजे गए हैं.
पानी के सैंपल लैब में भेजे गए: नितिन शर्मा ने बताया कि सोसाइटी में रविवार को खासकर महिलाएं और बच्चों में डायरिया की समस्या की जानकारी मिली थी. जिसके बाद सोमवार की सुबह वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के फिल्टर और पानी का टीडीएस चेक कराया. पानी का टीडीएस 410 से 420 टीडीएस आ रहा था. उसके बाद पानी के सैंपल लैब में जांच के लिए भेज दिए गए हैं जिनकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है. एहतियात के तौर पर सोसाइटी में बने वाटर टैंकों की भी सफाई कराई जा रही है.
यह भी पढ़ें- गाजियाबाद की सोसाइटी में गंदे पानी की हो रही थी सप्लाई, 762 लोग डायरिया के शिकार
बच्चे-बुजुर्ग सभी डायरिया से पीड़ित: ACE सिटी हाउसिंग सोसायटी के निवासियों का कहना है कि करीब 500 से अधिक परिवार हाउसिंग सोसाइटी में रहते हैं. इनमें से करीब 200 लोग डायरिया के शिकार हैं. बच्चे और बुजुर्ग सभी लोग इससे परेशान हैं. धीरे-धीरे ऐसे मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. सोसाइटी निवासी अमित सिंह ने का कहना है कि सॉस8 के ग्रुप में ज्यादातर मैसेज परिवार के बीमार लोगों को लेकर आ रहे हैं. किसी परिवार में एक किसी में दो और किसी में परिवार के सभी सदस्य बीमारी से परेशान है. ज्यादातर लोगों की यही शिकायत है कि दूषित पानी की वजह से यहां बीमारियां बढ़ रही है.
सोसायटी में मेडिकल कैंप लगाया गया: सोसायटी में मरीज की संख्या लगभग 200 के पार पहुंच गई है. इसे देखते हुए डाक्टर की टीम यहां कैंप कर रही है. 2:00 बजे से 5:00 तक लोगों की जांच कर रहे है. बता दें कि सोसाइटी में जो पानी आता है वह ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के टैंकर के द्वारा आता है. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी भी टैंकर के पानी को सैंपल के लिए लेकर गए हैं. यह बीमारी हो सकता है कि पानी की वजह से हो, लेकिन इसके साथ ही गर्मी में अन्य कारण भी बीमारी की वजह हो सकते हैं यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा.
यह भी पढ़ें- नोएडा के महामाया बालिका इंटर कॉलेज में कक्षा 4 की छात्रा तीसरी मंजिल से गिरी, हालत गंभीर