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धार भोजशाला की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई अब 1 अप्रैल को, सर्वे में मुस्लिम पक्षकार भी हुए शामिल - Dhar Bhojshala Survey

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Mar 23, 2024, 2:43 PM IST

Dhar Bhojshala Survey
धार भोजशाला की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई अब 1 अप्रैल को

धार की भोजशाला में आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया (ASI) का सर्वे जारी है. इस बीच मुस्लिम पक्ष की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट अब 1 अप्रैल को सुनवाई करेगा. मुस्लिम पक्ष ने नए सिरे से सर्वे पर रोक लगाने की मांग की है. मुस्लिम पक्ष की तरफ से पैरवी सलमान खुर्शीद कर रहे हैं.

धार भोजशाला सर्वे में मुस्लिम पक्षकार भी हुए शामिल

इंदौर। मध्यप्रदेश हाई कोर्ट के निर्देश पर धार की भोजशाला में सर्वे दो दिन से जारी है. शनिवार को दूसरे दिन भी सर्वे का काम चल रहा है. सुबह करीब 8:30 बजे आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया (ASI) की टीम ने गौशाला परिसर के अंदर प्रवेश किया. सर्वे टीम आज फिर परिसर के अंदर के शिलालेख और प्राचीन प्रतीक चिह्न आदि की मैपिंग और प्रमाण एकत्र करेगी. इस दौरान यह भी आकलन किया जाएगा कि भोजशाला के अंदर जो निर्माण कार्य है, वह किस शैली का है और उसका प्राचीन उल्लेख और संदर्भ किस शासन काल का रहा है.

कमाल मौलाना वेलफेयर सोसायटी के याचिकाकर्ता पहुंचे

सर्वे के दौरान हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की ओर से गोपाल शर्मा और आशीष गोयल भी भोजशाला पहुंचे. इसके कुछ ही देर बाद कल के सर्वे के दौरान नदारद रहे मुस्लिम पक्ष की ओर से मौलाना कमाल वेलफेयर सोसाइटी की ओर से याचिकाकर्ता और धार मुस्लिम समाज के सदर अब्दुल समदखान भी भोजशाला पहुंचे. सदर अब्दुल समद खान ने बताया "उन्हें नोटिस नहीं मिलने के कारण वह आज मौके पर पहुंचे हैं."

Dhar Bhojshala Survey
धार की भोजशाला में आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया का सर्वे जारी

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पहले हुए सर्वे मौजद हैं, नए की क्या जरूरत

सम दखान ने कहा "भोजशाला को लेकर पुराना सर्वे पहले से मौजूद है, लेकिन यहां जो हिंदू पक्ष द्वारा गतिविधि की गई उसकी हमारे द्वारा ली गई आपत्ति पर कोई सुनवाई नहीं हुई. 2019 में एक पिटीशन दायर की गई थी. यह पिटीशन अभी भी पेंडिंग है. इसके अलावा जबलपुर में भी एक पिटीशन पेंडिंग है, लेकिन अचानक इंदौर हाई कोर्ट ने एक अंतिम आवेदन पर कोर्ट ने बहस पर सुनवाई कर ली और 11 मार्च को सर्वे का ऑर्डर दे दिया. आर्कियोलॉजिकल सर्वे की टीम ने यह भी नहीं बताया कि 22 मार्च को वे सर्वे के लिए पहुंचेंगे." उन्होंने कहा मुस्लिम पक्ष ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की थी, जिसकी सुनवाई अब 1 अप्रैल को होगी. पहले से ही सर्वे हो चुका है. ऐसी स्थिति में वर्तमान सर्वे का कोई मतलब नहीं है.

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