अलवर. शहर के वार्ड नंबर 11 में पेयजल संकट से परेशान महिलाएं सोमवार को गाजे बाजे के साथ गीत गाती हुई पीएचईडी कार्यालय पहुंची और भीषण गर्मी में कार्यालय के सामने भजन कीर्तन कर जलापूर्ति करने की मांग करने लगी. बाद में अधिकारियों ने उन्हें उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर वापस रवाना किया.
वार्ड की महिलाओं ने बताया कि उनके क्षेत्र में लम्बे समय से पानी का संकट है. मजबूरी में इतनी भीषण गर्मी में उनको यहां आना पड़ा है. जलदाय विभाग के कार्यालय के सामने महिलाओं ने चार से पांच भजन गाए. इस प्रदर्शन में 50 से अधिक महिलाएं शामिल थी.
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महिलाओं ने 'सास-ननद मेरे संग में लाई, पाणी दे दो एईएन साहब, चाहे तीर्थ करो चाहे सेवा, चाहे रेल चले चाहे जेल में मैं तो पाणी मांगण आई, हम हाथ जोड़ विनती करै .' आदि गीत ढोलक की थाप पर गाये. महिलाओं का भजन के माध्यम से विरोध जताने का अनोखा तरीका देख जलदाय विभाग के अधिकारी भी शरमा गए और जल्द से जल्द पानी देने की बात कही.
क्षेत्रीय पार्षद देवेंद्र ने बताया कि वार्ड में पिछले कई दिनों से पानी नहीं आ रहा है. जनता परेशान हो चुकी है. कई बार जलदाय विभाग के अधिकारियों को अवगत करा दिया, लेकिन समाधान नहीं हुआ है. इस कारण वार्डवासी जलदाय विभाग के कार्यालय आए हैं. जिले में अलग अलग जगहों पर पानी नहीं आने से परेशान महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन करने के मामले रोजाना आ रहे हैं, लेकिन समाधान करने का आश्वासन देकर ठंडे बस्ते में डाल देते हैं. इसका खमियाजा आमजन को भुगतना पड़ता है.
विभाग का कर्मचारी ही फैला रहा भ्रम: वार्ड पार्षद ने बताया कि जलदाय विभाग का एक कर्मचारी इलाके में लाइन के मिलान को लेकर भ्रम फैला रहा है. कर्मचारी ने क्षेत्र में जाकर भ्रम फैलाया कि इस बोरिंग की लाइन का दूसरी लाइन से मिलान किया जाएगा. वार्ड पार्षद ने बताया कि यदि ऐसा किया जाता है तो जो नीचे कॉलोनियां है, हमारे बोरिंग का पानी उसमें चला जाएगा. इसलिए वार्ड के लोग उसका विरोध कर रहे हैं. अधिकारियों ने इस कर्मचारी की लिखित में शिकातय मांगी थी, जो दे दी गई है.