रांची: वन नेशन-वन इलेक्शन के कॉन्सेप्ट को धरातल पर उतारने के लिए केंद्र सरकार द्वारा पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंप दी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कमेटी ने 2029 में लोकसभा और सभी राज्यों के विधानसभा चुनाव एक साथ कराने की अनुशंसा की है.
18 हजार से अधिक पेज की है रिपोर्ट
मिली जानकारी के अनुसार 'वन नेशन-वन इलेक्शन' के लिए कमेटी का गठन 02 सितंबर 2023 को किया गया था. इस कमेटी में अमितशाह, गुलाम नबी आजाद, एनके सिंह, सुभाष कश्यप, हरीश साल्वे, संजय कोठारी, अर्जुन राम मेघवाल और नितेन चंद्रा शामिल थे. 18626 पेज की रिपोर्ट को तैयार करने में 191 दिन का समय लगा है. इस दौरान कमेटी ने देश के 47 दलों के साथ बैठक की और उनकी राय जानी. जो जानकारी मिली है उसके अनुसार 32 राजनीतिक दलों ने 'वन नेशन -वन इलेक्शन' के पक्ष में और 15 दलों ने विरोध में अपनी बात रखी है. अनुशंसा के अनुसार आम चुनाव के एक माह के अंदर सभी लोकल बॉडी चुनाव कराने की सलाह भी दी गयी है.
'वन नेशन-वन इलेक्शन' के लिए बनीं उच्च स्तरीय कमिटी की रिपोर्ट राष्ट्रपति को सौंप दिए जाने पर खुशी जताते हुए झारखंड भाजपा के मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक ने कहा कि एक साथ लोकसभा और राज्यों की विधानसभा के चुनाव हो, इसके लिए जो प्रयास किया जा है उसका एक सार्थक परिणति हुई है. उन्होंने उम्मीद जताई कि जब देश में एक साथ चुनाव कराए जाएंगे तो इसका लाभ पूरे देश को मिलेगा. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद कुछ वर्षों तक तो सभी चुनाव एक साथ ही होते थे, लेकिन जिस तरह से पूर्व की केंद्र सरकार में कई बार राष्ट्रपति शासन लगाया गया और चुनाव अलग अलग समय पर हुए उससे यह स्थिति बन गयी.
ये भी पढ़ें: