दुर्ग : छत्तीसगढ़ का चौथा फॉरेंसिक लैब भिलाई के सेक्टर 4 में खोला गया.सांसद विजय बघेल ने इस लैब का उद्घाटन किया. इस उद्घाटन समारोह में फोरेंसिक विभाग के महानिदेशक डॉ राजेश मिश्रा,अहिवारा विधायक डोमनलाल कोर्सेवाड़ा,दुर्ग रेंज आईजी बद्रीनायरण मीणा, राजनांदगांव आईजी राहुल भगत सहित पुलिस के आला अफसर मौजूद थे.इस दौरान सांसद ने कहा कि आने वाले दिनों में फॉरेंसिक लैब बनाने के लिए जमीन उपलब्ध कराई जाएगी.
क्या होगा फायदा ? : फॉरेंसिक लैब के खुलने से दुर्ग के साथ संभाग के अन्य जिलों राजनांदगांव,बालोद,बेमेतरा,कवर्धा,खैरागढ़-गंडई-छुईखदान और मानपुर-मोहला चौकी के सैंपल की भी जांच आसानी से की जा सकेगी. इससे जिलों के प्रकरणों के निराकरण में तेजी आएगी. साथ ही रायपुर एफएसएल पर काम का बोझ भी कम होगा. पहले बिसरा टेस्ट,डायटम टेस्ट सहित के अन्य जिलों की पुलिस को एफएसएल रायपुर पर निर्भर रहना पड़ता था. एक ही एफएसएल होने के कारण काम का बोझ ज्यादा था.जिसके कारण रिपोर्ट आने में देर होती थी.
रिपोर्ट मिलने में अब नहीं होगी देरी : इस दौरान दुर्ग सांसद विजय बघेल ने कहा कि पहले सैंपल भोपाल भेजना पड़ता था. इसके बाद रायपुर में फॉरेंसिक लैब खुला.लेकिन रिपोर्ट आने में समय काफी लगता था. अब लंबे इंतजार के बाद दुर्ग में भी फॉरेंसिक लैब खुल गया है.
''आज मेरे हाथों फॉरेंसिक लैब का शुभारंभ किया गया. जिसका लाभ अपराधियों को पकड़ने में होगा.साथ ही कई सारे उलझ भरे केस को सुलझाने में भी मदद मिलेगी. इसके लिए विभाग को मैं बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूं.''- विजय बघेल,सांसद
वहीं डॉक्टर राजेश मिश्रा ने कहा कि रायपुर के फोरेंसिक लैब में काफी लोड पड़ता था., अब दुर्ग में लैब खुलने से लोड कम होगा. क्राइम से संबंधित रिपोर्ट जल्दी आएगा तो आरोपियों को पकड़ने में ज्यादा आसानी होगी. आपको बता दें कि इस लैब से पहले संभाग के ज्यादातर सैंपल रायपुर भेजे जाते थे.लेकिन वर्क लोड ज्यादा होने के कारण लैब रिपोर्ट आने में काफी समय लगता था.जिससे आरोपी बच निकलते थे.अब दुर्ग में लैब खुलने पर रिपोर्ट जल्दी आएगी और केस का निपटारा तेजी से होगा.