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ताजमहल में शाहजहां के उर्स पर रोक का वाद दायर, कोर्ट ने नोटिस तामील कराने का दिया आदेश

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 2, 2024, 7:03 PM IST

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आगरा में अखिल भारत हिंदू महासभा ने ताजमहल में लगने वाले शाहजहां के उर्स पर रोक लगाने के लिए अदालत में वाद दायर किया है. छह फरवरी से शुरू होगा उर्स.

अखिल भारत हिंदू महासभा ने शाहजहां के उर्स को लेकर अदालत में वाद दायर किया है.

आगरा: अखिल भारत हिंदू महासभा ने ताजमहल में लगने वाले शाहजहां के उर्स को लेकर अदालत में वाद दायर किया है. अखिल भारत हिंदू महासभा ने शुक्रवार को वाद दायर कर शाहजहां उर्स सेलीब्रेशन कमेटी के अध्यक्ष सैयद इब्राहीम जैदी को प्रतिवादी बनाया है. कोर्ट ने वादी के वाद को स्वीकार कर प्रतिवादी को अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस तामील कराने के आदेश दिए हैं. जिससे छह फरवरी से शुरू होने वाले तीन दिवसीय उर्स पर संकट के बादल छा रहे हैं. इस मामले की अगली सुनवाई चार मार्च को होगी.

दरअसल, हर साल हिजरी कैलेंडर के रजब माह की 25, 26 व 27 तारीख को शाहजहां का तीन दिवसीय उर्स मनाया जाता है. इस बार यह तिथियां 6 से 8 फरवरी तक पड़ रही हैं. शाहजहां का इस साल 369वां उर्स है. उर्स के दौरान ताजमहल के तहखाने में स्थित शाहजहां और मुमताज की असली कब्रों को खोला जाता है.

कोर्ट ने दिए प्रतिवादी को नोटिस तामील कराने के आदेश

वादी पक्ष के अधिवक्ता अनिल कुमार तिवारी ने बताया कि अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारी मीना देवी दिवाकर और सौरभ शर्मा ने एक वाद अतिरिक्त सिविल जज जूनियर डिवीजन के यहां दायर किया है. इसमें मांग की है कि ताजमहल में हर साल बिना अनुमति के शाहजहां का तीन दिवसीय उर्स होता है. उसे रोका जाए. जिसमें प्रतिवादी एम्परर शाहजहां उर्स सेलीब्रेशन कमेटी को बनाया गया है. वाद को लेकर कोर्ट ने प्रतिवादी को अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस तामील कराने का आदेश दिया है. जब न्यायायल में मामला पहुंच गया है. बिना अनुमति के बाद होने वाला उर्स नहीं होना चाहिए. इस मामले की अगली सुनवाई अब चार मार्च को होगी.

शव उनके, शिव हमारे

अखिल भारत हिंदू महासभा के जिला अध्यक्ष सौरभ शर्मा ने ने कहा कि ताजमहल में उर्स कराने का एएसआई के पास कोई आदेश नहीं है. इस बारे में हमने सूचना के अधिकार के तहत एएसआई से जानकारी ली थी. सनातन धर्म के लोग ताजमहल में केसरी पटका भी डालकर नहीं जा सकते हैं. वहां पर एक कब्र पर 1580 मीटर की चादर चढाई जाएगी. हमारी मांग है कि ताजमहल की खुदाई करें. सर्वे कराया जाए. वहां पर हिंदू मंदिर के सबूत मिलेंगे. यदि ताजमहल परिसर में शव मिले तो उनका, शिव मिले तो हमारे हैं.

ये होते हैं कार्यक्रम

छह फरवरी: गुस्ल की रस्म के साथ उर्स की शुरुआत होगी.दोपहर दो बजे मुख्य मकबरे में तहखाने में स्थित कब्रों को खोला जाएगा. गुस्ल की रस्म के बाद फातिहा, मिलादुन्नबी, मुशायरा होगा.

सात फरवरी: ताजमहल के तहखाना में स्थित शाहजहां और मुमताज की कब्र पर दोपहर दो बजे संदल चढ़ाया जाएगा. मुख्य मकबरे पर कव्वाली होगी.

आठ फरवरी: ताजमहल के तहखाने में स्थित शाहजहां और मुमताज की क्रब पर सुबह कुरानख्वानी और कुल की रस्म के बाद कव्वाली होगी. इसके साथ उर्स कमेटी की ओर से चादरपोशी की जाएगी. उर्स में मुख्य आकर्षण का केंद्र खुद्दाम-ए-रोजा कमेटी की सर्वधर्म सद्भाव की प्रतीक सतरंगी हिंदुस्तानी चादर रहेगी. इसके साथ ही शाम को फोरकोर्ट में लंगर वितरित किया जाएगा. सूर्यास्त के बाद मुख्य मकबरे में फातिहा के साथ उर्स संपन्न होगा.

ताजमहल फ्री एंट्री का समय

बता दें कि, हर साल मुगल बादशाह शंहशाह शाहजहां के तीन दिवसीय उर्स के दौरान ताजमहल में एंट्री का समय निश्चित है. एएसआई की ओर से उर्स के पहले और दूसरे दिन दोपहर दो बजे के बाद ताजमहल में सैलानियों और जायरीन की फ्री एंट्री रहती है. इस साल उर्स में छह व सात फरवरी को दोपहर दो बजे से हर किसी की ताजमहल में फ्री एंट्री रहेगी. उर्स के तीसरे दिन आठ फरवरी को सूर्योदय से सूर्यास्त तक ताजमहल में पर्यटकों को फ्री एंट्री रहेगी.

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