सीकर. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता व लोकसभा क्षेत्र के समन्वयक रामलाल शर्मा ने सोमवार को कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में जहां एक ओर अवसरवादिता का गठबंधन है, वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय हितों की विचारधारा है.
शर्मा सोमवार को पत्रकारों से बाचतीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वे कम्युनिस्ट पार्टी के प्रत्याशी अमराराम से पूछना चाहते हैं कि क्या उन्होंने किसानों के हितों में एक भी आंदोलन किया है. कम्युनिस्ट व कांग्रेस दोनों मानते हैं कि वे किसानों के हितेषी व किसानों की बात करने वाले हैं, लेकिन कम्युनिस्ट व कांग्रेस पार्टी बताएंगे कि क्या भाजपा शासन के अलावा कांग्रेस सरकार के समय एक दिन भी किसानों की बात की हो. किसानों के लिए आंदोलन किया हो? चाहे फिर किसानों के लिए बिजली, पानी सहित अन्य मांग हो.
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शर्मा ने कहा कि कांग्रेस अपने आप को किसानों की सबसे बड़ी हितेषी पार्टी बताती है, कांग्रेस 2018 से 2023 तक राज्य में सत्ता में रही. इस दौरान हम बाजरे की खरीद एमएसपी पर खरीदने के लिए बार-बार दबाव बनाते रहे, लेकिन सरकार ने एक मुट्ठी भी बाजरे की खरीद के लिए एमएसपी तय नहीं की. उस समय कम्युनिस्टों ने भी बाजरे की खरीद के लिए एक जन आंदोलन क्यों नहीं खड़ा किया. कम्युनिस्ट व कांग्रेस का गठबंधन आज का नहीं है, बरसों का है. राजस्थान की जनता व विशेषकर सीकर की जनता तो जानती है कि एक दौर में इन्होंने सीकर में अशांति व अराजकता का माहौल पैदा करने की कोशिश की थी.
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उन्होंने कहा कि भाजपा शासन की पहली प्राथमिकता यही है कि प्रदेश में शांति रहे, उद्योग पनपे, विकास की गति तीव्र हो. विकास हर क्षेत्र में हो, आम आदमी किसान, मजदूर सहित सभी का विकास हो. भाजपा हमेशा चाहती है कि केंद्र सरकार के विभागों का पैसा भी राजस्थान में लगे. राजस्थान में भाजपा सरकार बनते ही दो मुद्दे पहले हल किए. पहला अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे भेजने का व दूसरा पानी की समस्या दूर करने का. ईआरसीपी के जनभावना से जुड़े मुद्दे को भी हल करने का काम भाजपा सरकार ने ही किया है.