अलवर. शिवाजी पार्क थाना क्षेत्र के एक रेस्टोरेंट पर फायरिंग कर उसके मैनेजर से एक करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने गुरुवार को भिवाड़ी- धारूहेड़ा बाॅर्डर से दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी सीसीटीवी कैमरे में दिखाई दिए हैं. पकड़े गए आरोपियों का दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद कुछ बड़े अपराधियों से कनेक्शन बताया जा रहा है. पुलिस आरोपियों का पुराना आपराधिक रिकाॅर्ड खंगाल रही है.
इन्हें किया गिरफ्तार : अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय डाॅ. तेजपाल सिंह ने बताया कि चार दिन पहले अलवर में एक करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने और फायरिंग करने का मामला हुआ था. घटना के बाद गठित डीएसटी, साइबर और शिवाजी पार्क पुलिस टीम की ओर से बदमाशों की तलाश की जा रही थी. गुरुवार को इन टीमों ने भिवाड़ी- धारूहेड़ा सीमा पर बाइक पर सवार मोनू पुत्र भगवान जाट थाना फारूख नगर जिला गुरुग्राम हरियाणा और जतिन पुत्र देशराज निवासी माहेश्वरी थाना धारूहेड़ा जिला रेवाड़ी को गिरफ्तार किया.
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दो बदमाश की तलाश जारी : दोनों अपराधियों को पूछताछ के लिए अलवर शिवाजी पार्क थाना लाया गया. बदमाशों ने प्रारंभिक पूछताछ में अलवर में रेस्टोरेंट मैनेजर को एक करोड़ की रंगदारी की पर्ची थमाने और भय पैदा करने के लिए बाहर फायरिंग करना स्वीकारा है. बदमाशों ने बताया कि इस घटना को अंजाम देने में चार लोग शामिल थे. दो बदमाशों की तलाश में अभी टीमें जुटी हैं. पकड़े गए दोनों बदमाश रंगदारी मांगने की घटना में शामिल रहे हैं.
एएसपी डाॅ. तेजपाल सिंह ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों के पुराने आपराधिक रिकाॅर्ड का भी पता किया जा रहा है. पुलिस का प्रयास पूछताछ में यह पता लगाना है कि रंगदारी और फायरिंग की योजना में इन चार बदमाशों के अलावा किसी बड़े गैंग का कनेक्शन तो नहीं है. वैसे तिहाड़ जेल में बंद कुछ बड़े अपराधियों से इन बदमाशों का कनेक्शन होने की आशंका जताई गई है. एएसपी सिंह ने बताया कि हरियाणा और अलवर में अपराध का स्तर अलग-अलग है, जिसके चलते बदमाशों ने हरियाणा को छोड़ अलवर को चुना.