इस्लामाबाद : पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग की एक उच्चस्तरीय समिति ने रावलपिंडी शहर में चुनावों में धांधली होने के वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के आरोपों के संबंध में जांच पूरी कर ली है, जिसके बाद समिति आयोग को रिपोर्ट सौंपेगी. बृहस्पतिवार को मीडिया में आई खबर में यह जानकारी दी गई है.
आयोग ने रावलपिंडी के पूर्व आयुक्त लियाकत अली चट्टा ने आरोप लगाया था कि न्यायपालिका और आयोग की सहायता से, जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के खिलाफ रावलपिंडी में व्यापक धांधली हुई.चट्टा ने शनिवार को आरोप लगाया था कि जो उम्मीदवार आठ फरवरी को हुए चुनाव में 'हार' रहे थे, उन्हें 'जिताया' गया. चट्टा ने अपने पद से इस्तीफा देने से पहले दावा किया कि रावलपिंडी के 13 उम्मीदवारों को जबरदस्ती विजेता घोषित किया गया.
‘डॉन’ समाचार पत्र की खबर के अनुसार, आरोपों की जांच के लिए गठित आयोग की जांच समिति ने तीन दिन की निर्धारित अवधि में अपना काम पूरा कर लिया है और वह आज आयोग को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. एक अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि समिति ने रावलपिंडी डिवीजन के जिला निर्वाचन अधिकारी (डीआरओ) और निर्वाचन अधिकारी (आरओ) के बयान दर्ज किए हैं. अधिकारी ने कहा कि डीआरओ और आरओ ने पूर्व आयुक्त के धांधली और परिणामों में हेरफेर के आरोपों से इनकार किया है.