इस्लामाबाद: आम चुनाव के नतीजों की घोषणा में देरी को लेकर पाकिस्तान चुनाव आयोग की आलोचना के बीच, पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक इमरान खान की ओर से शनिवार को एआई में एक 'विजय भाषण' ( AI-enabled voice) जारी किया. इसमें कहा कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सुप्रीमो नवाज शरीफ की 'लंदन योजना' मतदान के दिन मतदाताओं के भारी मतदान के कारण विफल हो गई.
मेरे प्यारे देशवासियो! इतनी बड़ी संख्या में उपस्थित होकर और अपने मताधिकार के लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करके, आपने नागरिकों के अधिकारों का प्रयोग करने की स्वतंत्रता की बहाली की नींव रखी है. मैं आप सभी को चुनाव में शानदार जीत दिलाने के लिए बधाई देता हूं. मुझे आपके वोट डालने के लिए इतनी बड़ी संख्या में आने पर पूरा भरोसा था. आप मेरे भरोसे पर खरे उतरे और चुनाव के दिन भारी मतदान ने कई लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया.
पूर्व पीएम और पीटीआई संस्थापक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी एआई आवाज की एक ऑडियो क्लिप में कहा,'लोकतांत्रिक प्रक्रिया में आपकी सक्रिय भागीदारी के कारण नवाज शरीफ की 'लंदन योजना' विफल हो गई. नवाज शरीफ अल्प बुद्धि के नेता हैं जिन्होंने अपनी पार्टी के 30 सीटों पर पिछड़ने के बावजूद विजयी भाषण दिया.'
धांधली और चुनावी गड़बड़ी के अपनी पार्टी के दावों पर इमरान ने कहा, 'कोई भी पाकिस्तानी इसे (चुनावी कदाचार) स्वीकार नहीं करेगा और अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने भी इसके बारे में बड़े पैमाने पर रिपोर्ट की है. फॉर्म 45 डेटा के अनुसार, हम 170 से अधिक नेशनल असेंबली सीटें जीतने की ओर अग्रसर हैं. मेरे साथी देशवासियों, आप सभी ने पाकिस्तान में लोकतंत्र की बहाली के लिए एक तारीख तय कर दी है. हम 2024 का चुनाव दो-तिहाई बहुमत से जीत रहे हैं.
आपके वोट की ताकत सबने देखी है. अब इसे संरक्षित करने की अपनी क्षमता दिखायें. इस बीच डॉन न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सुप्रीमो नवाज शरीफ और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी, सह अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने लाहौर में एक बैठक की.
यह बैठक नवाज द्वारा एक दिन पहले हुए आम चुनावों में जीत का दावा करने और अपने सहयोगियों को गठबंधन सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने के तुरंत बाद हुई. पीपीपी और पीएमएल-एन दोनों पीडीएम सरकार का हिस्सा थे, जिसने 2022 में इमरान खान के प्रधानमंत्री कार्यालय से हटने के बाद पीटीआई से सत्ता संभाली थी.
इस बीच, डॉन न्यूज द्वारा 266 में से 212 सीटों के लिए बताए गए अनौपचारिक परिणामों के अनुसार ज्यादातर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवार 82 सीटों के साथ आगे चल रहे थे. दूसरी ओर पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) जो सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, 64 सीटों के साथ पीछे चल रही है, उसके बाद पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) 40 सीटों पर पीछे है.