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पाकिस्तान में आम चुनाव : 5121 उम्मीदवार आजमा रहे किस्मत

General Election in Pakistan : पाकिस्तान में आम चुनाव की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. मतदान गुरुवार को है. इस चुनाव पर पड़ोसी देश समेत पश्चिमी देशों की भी नजर है. कौन प्रधानमंत्री बनेगा, इसको लेकर सबकी उत्सुकता बनी हुई है. हालांकि, पाकिस्तान में चाहे किसी की भी सरकार बने, वहां की असल सत्ता की चाबी सेना के पास ही रहती है.

Pakistan Election
पाकिस्तान में आम चुनाव
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 7, 2024, 7:21 PM IST

नई दिल्ली : पाकिस्तान में गुरुवार को आम चुनाव है. तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. चुनाव प्रचार एक दिन पहले ही थम चुका है. इस चुनाव पर सबकी नजर बनी हुई है. पाकिस्तानी चुनाव आयोग के अनुसार कुल 90,675 मतदान केंद्रों पर मतदान करवाए जाएंगे. कुल 5121 उम्मीदवार अपनी-अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. ये चुनाव पाकिस्तान के निचले संसद, नेशनल असेंबली, के लिए हो रहे हैं. सामान्य सीटों की संख्या 266 है, इन्हीं सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं.

इसके अलावा पाकिस्तान के चार प्रांतीय विधानसभाओं की 593 सामान्य सीटों के लिए भी मतदान हो रहे हैं. इनमें कुल 12695 उम्मीदवार अपनी तकदीर आजमा रहे हैं. चुनाव होने तक मीडिया पर सभी प्रकार के सर्वे के प्रकाशन पर प्रतिबंध है.

आपको बता दें कि पाकिस्तान में 1947 से लेकर 1970 तक कोई भी नेशनल चुनाव नहीं हुए.

पाकिस्तान में पहली बार आम चुनाव 1970 में हुए. इस चुनाव के परिणामों की वजह से ही पाकिस्तान दो फांक हो गया और बांग्लादेश का जन्म हुआ.

1977 के आम चुनाव में पीपीपी के जुल्फिकार अली भुट्टो पर चुनाव में धांधली के लगे आरोप. सेना ने सत्ता पर जमाया कब्जा.

1985 में जनरल जिया उल हक ने चुनाव में किया हस्तक्षेप. कठपुतली सरकार का गठन करवाया. यह दूसरा चुनाव था, जिसमें किसी भी राजनीतिक पार्टी को भाग लेने का अनुमति नहीं दी गई थी. इससे पहले 1962 में भी ऐसा ही हुआ था. उस समय जनरल अयूब खान शासन में थे.

1988 में जनरल जिया उल हक की विमान हादसे में मौत.

1988 के आम चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला. सबसे बड़ी पार्टी बनी पीपीपी. बेनजीर भुट्टो ने एमक्यूएम और अन्य दलों के साथ मिलकर बनाई सरकार. 1990 में उनकी सरकार बर्खास्त कर दी गई.

1990 में नवाज शरीफ प्रधानमंत्री बने. सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव में धांधली के आरोप को सही ठहराया. फिर 1993 में हुए आम चुनाव. बेनजीर भुट्टो फिर बनीं प्रधानमंत्री. 1996 में उनकी सरकार बर्खास्त कर दी गई.

1997 में आम चुनाव. नवाज शरीफ बने प्रधानमंत्री. 1999 में जन. परवेज मुशर्रफ ने किया तख्ता पलट. 2008 तक उनका शासनकाल चलता रहा.

2008 में आम चुनाव. पीपीपी की बनी सरकार. 2013 में आम चुनाव. इस चुनाव से पहले पाकिस्तान में कई आतंकी हमले हुए थे.

2018 के आम चुनाव में हुई जीत में इमरान खान बने पीएम. उनकी सरकार भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सकी.

ये भी पढ़ें : पाकिस्तान की चुनावी प्रक्रिया पर नजदीक से नजर रख रहा है अमेरिका: अधिकारी

नई दिल्ली : पाकिस्तान में गुरुवार को आम चुनाव है. तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. चुनाव प्रचार एक दिन पहले ही थम चुका है. इस चुनाव पर सबकी नजर बनी हुई है. पाकिस्तानी चुनाव आयोग के अनुसार कुल 90,675 मतदान केंद्रों पर मतदान करवाए जाएंगे. कुल 5121 उम्मीदवार अपनी-अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. ये चुनाव पाकिस्तान के निचले संसद, नेशनल असेंबली, के लिए हो रहे हैं. सामान्य सीटों की संख्या 266 है, इन्हीं सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं.

इसके अलावा पाकिस्तान के चार प्रांतीय विधानसभाओं की 593 सामान्य सीटों के लिए भी मतदान हो रहे हैं. इनमें कुल 12695 उम्मीदवार अपनी तकदीर आजमा रहे हैं. चुनाव होने तक मीडिया पर सभी प्रकार के सर्वे के प्रकाशन पर प्रतिबंध है.

आपको बता दें कि पाकिस्तान में 1947 से लेकर 1970 तक कोई भी नेशनल चुनाव नहीं हुए.

पाकिस्तान में पहली बार आम चुनाव 1970 में हुए. इस चुनाव के परिणामों की वजह से ही पाकिस्तान दो फांक हो गया और बांग्लादेश का जन्म हुआ.

1977 के आम चुनाव में पीपीपी के जुल्फिकार अली भुट्टो पर चुनाव में धांधली के लगे आरोप. सेना ने सत्ता पर जमाया कब्जा.

1985 में जनरल जिया उल हक ने चुनाव में किया हस्तक्षेप. कठपुतली सरकार का गठन करवाया. यह दूसरा चुनाव था, जिसमें किसी भी राजनीतिक पार्टी को भाग लेने का अनुमति नहीं दी गई थी. इससे पहले 1962 में भी ऐसा ही हुआ था. उस समय जनरल अयूब खान शासन में थे.

1988 में जनरल जिया उल हक की विमान हादसे में मौत.

1988 के आम चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला. सबसे बड़ी पार्टी बनी पीपीपी. बेनजीर भुट्टो ने एमक्यूएम और अन्य दलों के साथ मिलकर बनाई सरकार. 1990 में उनकी सरकार बर्खास्त कर दी गई.

1990 में नवाज शरीफ प्रधानमंत्री बने. सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव में धांधली के आरोप को सही ठहराया. फिर 1993 में हुए आम चुनाव. बेनजीर भुट्टो फिर बनीं प्रधानमंत्री. 1996 में उनकी सरकार बर्खास्त कर दी गई.

1997 में आम चुनाव. नवाज शरीफ बने प्रधानमंत्री. 1999 में जन. परवेज मुशर्रफ ने किया तख्ता पलट. 2008 तक उनका शासनकाल चलता रहा.

2008 में आम चुनाव. पीपीपी की बनी सरकार. 2013 में आम चुनाव. इस चुनाव से पहले पाकिस्तान में कई आतंकी हमले हुए थे.

2018 के आम चुनाव में हुई जीत में इमरान खान बने पीएम. उनकी सरकार भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सकी.

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