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वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे : जानें क्या है इतिहास और क्या है इस साल की थीम

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Mar 20, 2024, 12:01 AM IST

World Oral Health Day
World Oral Health Day

World Oral Health Day : जीवन में स्वस्थ रहने के लिए जरूरी है कि शरीर के सभी अंगों का उचित ख्याल रखा जाय. इन अंगों में हमारा मुख सबसे महत्वपूर्ण अंग है. और मुख तभी सुंदर रहेगा, जब आपका दांत आपके साथ है. पढ़ें पूरी खबर..

हैदराबाद : किसी भी इंसान का मुंह उसके शरीर का दर्पण होता है और आपके सामान्य स्वास्थ्य और कल्याण को दर्शाता है. स्वस्थ मुंह और स्वस्थ शरीर साथ-साथ चलते हैं. मुंह को सही ढंग से काम करने और समग्र स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए स्वस्थ मुंह बनाए रखना महत्वपूर्ण है. मौखिक रोग कई देशों के लिए एक प्रमुख स्वास्थ्य चिंता का विषय हैं और लोगों पर उनके पूरे जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं. मौखिक रोगों से एक ओर जहां दर्द, असुविधा, सामाजिक अलगाव और आत्मविश्वास की हानि होती है. इसके अलावा संबंधित व्यक्ति अक्सर कई अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हो जाता है. अधिकांश मौखिक स्वास्थ्य स्थितियों को काफी हद तक रोका जा सकता है और उनका प्रारंभिक चरण में इलाज किया जा सकता है.

विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस का इतिहास
वार्षिक विश्व डेंटल कांग्रेस 2011 के दौरान एफडीआई वर्ल्ड डेंटल फेडरेशन की ओर से पहली बार विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस के लिए प्रस्ताव पेश किया गया था. प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया. पहला विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस 20 मार्च 2013 को मनाया गया था. इसके बाद से यह दिन एक वार्षिक उत्सव बन गया है जो मौखिक स्वास्थ्य और स्वच्छता के महत्व पर प्रकाश डालने का अवसर है.

2024-2026 तक चलेगा अभियान
2024 का अभियान मौखिक स्वास्थ्य और सामान्य स्वास्थ्य के बीच जटिल संबंध पर केंद्रित है क्योंकि: विश्व मौखिक स्वास्थ्य दिवस (डब्ल्यूओएचडी) 2024, "एक खुश मुंह है, एक खुश शरीर" विषय पर केंद्रित है.

भारत में मौखिक बीमारियां प्रमुख बोझ हैं. अधिकांश भारतीय मुख्य रूप से दांतों की सड़न, कैविटीज, पेरियोडोंटल रोग और मौखिक कैंसर जैसी दंत समस्याओं से प्रभावित हैं. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 60-80 फीसदी बच्चों के दांतों के बीच गैप होता है, जबड़े अव्यवस्थित होते हैं और बड़ी दंत समस्याओं से पीड़ित होते हैं. 50 फीसदी से अधिक भारतीय दंत स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं.

लगभग 85-90 फीसदी वयस्कों को मौखिक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है, यही कारण है कि भारत को मौखिक कैंसर के लिए विश्व राजधानी माना जाता है. दंत चिकित्सा देखभाल और मौखिक स्वच्छता को उचित महत्व नहीं दिया जाता है क्योंकि यह आम धारणा है कि यदि समग्र स्वास्थ्य अच्छा है, तो मौखिक स्वास्थ्य के बारे में चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है.

सामान्य ओरल स्वास्थ्य समस्याएं

  1. दांत दर्द (Tooth Ache)
  2. दांतों में सड़न (Tooth Decay)
  3. मसूड़े का रोग (Gum Disease)
  4. मुंह का छाला (Mouth Ulcer)
  5. मौखिक कैंसर (Oral Cancer)
  6. इनेमल क्षरण (Enamel Erosion)
  7. मौखिक फोड़े (Oral Boils)
  8. मौखिक आघात (Oral Trauma)
  9. गलत संरेखित दांत Bruxism (Teeth Grinding)
  10. प्रभावित बुद्धि दांत (Misaligned Teeth)
  11. दांत की संवेदनशीलता (Impacted Wisdom Teeth)
  12. शुष्क मुंह/जेरोस्टोमिया (Dry Mouth/Xerostomia)
  13. ब्रुक्सिज्म/दांत पीसना (Bruxism/Teeth Grinding)
  14. मुंह से दुर्गंध (Bad Breath/Halitosis)

मौखिक स्वास्थ्य का महत्व

  1. समग्र स्वास्थ्य
  2. पोषण के दांत जरूरी
  3. दांतों के झड़ने की रोकथाम
  4. दांतों के समस्याओं की रोकथाम
  5. जीवन की समग्र गुणवत्ता बनाए रखना
  6. आत्मविश्वास और सामाजिक कल्याण
  7. स्वास्थ्य समस्याओं का शीघ्र पता लगाना

हेल्दी दांत के लिए इन बातों का रखें ख्याल

  1. संतुलित आहार लें और भोजन के बीच स्नैक्स सीमित करें.
  2. टूथपेस्ट सहित फ्लोराइड युक्त दंत उत्पादों का उपयोग करना.
  3. दिन में दो बार अच्छी तरह से ब्रश करना और रोजाना फ्लॉसिंग करना
  4. यदि आपका दंतचिकित्सक आपसे कहे तो फ्लोराइड माउथरिंस से कुल्ला करें.
  5. यह सुनिश्चित करना कि आपके 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चे फ्लोराइडयुक्त पानी पियें या यदि वे गैर-फ्लोराइडयुक्त क्षेत्र में रहते हैं तो फ्लोराइड अनुपूरक लें.

बेहतर मौखिक स्वच्छता के लिए इन बातों का रखें ध्यान
मौखिक स्वच्छता बनाए रखना सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक है जो आप अपने दांतों और मसूड़ों के लिए कर सकते हैं. स्वस्थ दांत न केवल आपको अच्छा दिखने और महसूस करने में सक्षम बनाते हैं, बल्कि वे ठीक से खाना और बोलना भी संभव बनाते हैं. अच्छा मौखिक स्वास्थ्य आपके समग्र कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है. मुंख की समस्याओं से बचने के लिए रोजाना सही तरीके से ब्रश करें व साफ-सफाई करें. दांतों से संबंधित समस्याएं होने पर डॉक्टर से संपर्क करें. कई बार दांतों की समस्याओं को नजरअंदाज करना महंगा पड़ सकता है. दातों का सही देख-भाल कर बीमारी के जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है.

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