देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा का शुभारंभ हो चुका है. पूरी देवभूमि भक्ति के रंग में रंग गई है. धामों के दर्शनों के लिए देश के विभिन्न राज्यों से लोग पहुंच रहे हैं. पिछले 5 दिनों में उत्तराखंड परिवहन विभाग के आकलन के अनुसार 10,000 कमर्शियल वाहन यात्रा मार्ग पर निकल चुके हैं. वहीं अब तक विभाग द्वारा एक करोड़ की कमाई कर 18,000 ग्रीन कार्ड भी बनाए जा चुके हैं. ट्रांसपोर्ट में किसी तरह की खामी न आए, इसको लेकर उत्तराखंड परिवहन विभाग द्वारा चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों को लगातार रेगुलेट किया जा रहा है.
अब तक यात्रा सीजन में 150 फीसदी का उछाल: यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले उत्तरकाशी, टिहरी, देहरादून और हरिद्वार के संभागीय परिवहन अधिकारी आरटीओ सुनील शर्मा ने बताया कि पिछले 5 दिनों में उत्तराखंड आने वाले चारधाम यात्रियों की संख्या पर्यटन विभाग के अनुसार 267,000 है, लेकिन इसमें से अगर रिपीटेशन और अन्य स्थानीय लोगों की संख्या को हटा दिया जाए, तो विभागीय आकलन के अनुसार अब तक 10,000 हजार वाहनों से 91,000 यात्री चारधाम यात्रा पर आ चुके हैं. उन्होंने कहा कि अभी तक के 5 दिनों की यात्रा में पिछले यात्रा सीजन से डेढ़ सौ फीसदी ज्यादा का उछाल है.
पिछले साल 40 फीसदी यात्री कमर्शियल वाहनों से पहुंचे चारधाम: परिवहन विभाग द्वारा चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों के लिए ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड अनिवार्य है. अब तक इस यात्रा सीजन के 5 दिनों में परिवहन विभाग ने 18,000 ग्रीन कार्ड और 10,000 ट्रिप कार्ड जारी किए हैं, जिनके जरिए अब तक डिपार्टमेंट को एक करोड़ की कमाई भी हो चुकी है. वहीं, अगर पिछले यात्रा सीजन की बात करें तो पूरे यात्रा सीजन में परिवहन विभाग ने 25,588 ग्रीन कार्ड और 96,000 ट्रिप कार्ड बनाए थे, जिसके जरिए परिवहन विभाग ने 1.29 करोड़ की कमाई की थी. परिवहन विभाग के अनुसार पिछले यात्रा सीजन में 56 लाख यात्रियों में से 88,6000 यात्रियों ने कमर्शियल वाहनों से यात्रा की थी, जो कि पूरी यात्रा का 40 फीसदी है. बाकी अन्य लोगों ने अपने निजी वाहनों से चारधाम यात्रा की थी.
क्या है ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड बनाने का प्रोसेस: परिवहन विभाग अधिकारी सुनील शर्मा ने बताया कि चारधाम यात्रा पर जाने से पहले हर कमर्शियल वाहन को उसके सभी फिटनेस सर्टिफिकेट और अन्य डॉक्यूमेंटेशन के साथ ग्रीन कार्ड बनाना होगा. इसके लिए उसे छोटे वाहनों के लिए 450 और बड़े वाहनों के लिए ₹650 का शुल्क देना होगा. इसके अलावा जब वह वाहन चारधाम यात्रा पर निकलेगा, तो उसे अपने यात्रियों की डिटेल के साथ ट्रिप कार्ड बनाना होगा, जो कि पूरी तरह से निशुल्क होगा. उन्होंने कहा कि विभागीय जानकारी के अनुसार ग्रीन कार्ड वहां की फिटनेस और ट्रिप कार्ड पैसेंजर की डिटेल के लिए अनिवार्य है. हालांकि शुल्क केवल ग्रीन कार्ड के लिए ही देना पड़ेगा, जबकि ट्रिप कार्ड के लिए शुल्क देने की आवश्यकता नहीं है.
क्या है चारधाम की यात्रा का ट्रांसपोर्ट खर्च: परिवहन विभाग के अधिकारी सुनील शर्मा ने बताया कि व्यावसायिक वाहन के लिए प्रति यात्री एक धाम का आना-जाना तकरीबन 1500 से लेकर 1700 के बीच में पूरा हो जाना चाहिए. वहीं, अगर परिवहन विभाग की बसों के शुल्क को भी देखा जाए, तो प्रति धाम परिवहन विभाग की बस का एक तरफ का किराया ₹8000 है. उन्होंने कहा कि इस तरह से चारों धामों का तकरीबन औसतन किराया 4700 से लेकर 5000 तक के बीच में है. इसके अलावा ट्रांसपोर्टर एयर कंडिशनर आदि की अतिरिक्त सेवा जोड़ता है, तो ₹1000 तक का उसका अतिरिक्त चार्ज हो सकता है.
ओवर चार्ज करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई: परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार चारधाम यात्रा में ट्रांसपोर्ट के खर्च को लेकर कुछ दरें निर्धारित की गई हैं, लेकिन उसके बावजूद भी यदि कोई भी व्यक्ति यात्रियों से ओवर चार्ज करता हुआ पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
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