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किसी के पिता बस कंडक्टर तो कोई करता है खेती, यूपी पीसीएस में सफलता हासिल कर बढ़ाया मान, बोले- कभी निराश न हों

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 24, 2024, 8:11 AM IST

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यूपी पीसीएस में प्रयागराज के प्रेम शंकर पांडेय (UP PCS Result) को दूसरी रैंक मिली. वहीं जौनपुर की श्वेता सिंह (UP PCS Shweta Singh) ने पहले ही प्रयास में सफलता हासिल कर जिले और परिवार का नाम रोशन किया है.

जौनपुर/लखनऊ/प्रयागराज/बहराइच : यूपी पीसीएस में प्रयागराज के प्रेम शंकर पांडेय ने दूसरी रैंक हासिल की है. वह मौजूदा समय में लखनऊ में समीक्षा अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने छठवें प्रयास में यह सफलता हासिल की. बहराइच के मनोज भारती ने परीक्षा में पांचवां स्थान हासिल किया है. इसी कड़ी में जौनपुर की जिले की श्वेता सिंह ने टॉपर लिस्ट में 11वां स्थान हासिल किया है. पहले ही प्रयास में यह सफलता मिलने पर परिवार के लोग काफी खुश हैं. अहम बात ये है कि इन होनहारों में कुछ के पिता खेती करते हैं, जबकि कुछ के बस कंडक्टर हैं. परिवार में परेशानियां होने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी.

प्रयागराज के प्रेम शंकर पांडेय को मिला दूसरा स्थान : परीक्षा में दूसरी रैंक हासिल करने वाले प्रयागराज के प्रेम शंकर पांडे मौजूदा समय में लखनऊ में समीक्षा अधिकारी के पद पर तैनात हैं. प्रेम शंकर पांडे ने बताया कि बीते साल उनका समीक्षा अधिकारी के पद पर चयन हो गया था और वह 5 महीने से इस पद पर कार्यरत हैं. पीसीएस परीक्षा का यह उनका छठवां प्रयास था. उनका एसडीएम पद पर चयन हुआ है. पूरे इंडिया लेवल पर उन्हें दूसरी रैंक हासिल हुई है. उन्होंने बताया कि इस परीक्षा में सफल होने के लिए लगातार प्रेक्टिस करें और अपने रिसोर्स को कम रखने के साथ ही बेहतर रिसोर्स का चुनाव करे. ताकि आपको तैयारी करने में आसानी रहे और सबसे बड़ी बात है आप आगे की तैयारी करने के साथ ही अपना टाइम टेबल ऐसा बनाएं कि आपने पीछे जो पढ़ा हैं, उसको रिवाइज करते रहे. इससे तैयारी और भी पुख्ता होती रहेगी.सबसे बड़ी बात यह है कि अपनी असफलता से निराश न हों, उसे एक सिीख की तरह लें. अपनी आगे की तैयारी को जारी रखें. प्रेम शंकर पांडे ने बताया कि उनके पिता कृष्णा पांडे उत्तर प्रदेश परिवहन में बस कंडक्टर के पद पर कार्यरत हैं. बकि मां कृष्णा पांडे हाउसवाइफ हैं.

मनोज भारती.
मनोज भारती.

बहराइच के मनोज भारती को मिला पांचवां स्थान : बहराइच के जेल रोड के पंचमुखी हनुमान मंदिर रायपुरराजा निवासी मनोज कुमार भारती को पीसीएस में पांचवा स्थान प्राप्त हुआ है. उनके चयन की खबर सुनते ही परिवार समेत बहराइच के निवासियों में खुशी की लहर है. आसपास के लोग घर पर पहुंचकर बधाई दे रहे हैं. वर्तमान समय में अलीगढ़ में मनोज भारती जिला सेवा योजना अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें चौथे प्रयास में यह सफलता मिली. उनका तीसरा इंटरव्यू था. उनके पिता राजकुमार भारती श्यामता प्रसाद इंटर कालेज चिलवरिया में अध्यापक हैं. मां मीनाकुमारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिरैयाटांड़ में सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत हैं. उनके बड़े भाई कुलदीप भारती केवीएस इंटर कालेज चेन्नई में शिक्षक हैं. वह अपनी सफलता का श्रेय शिक्षकों के मार्गदर्शन और माता-पिता के प्रोत्साहन को देते हैं. उन्होंने बताया कि दसवीं एवं 12वीं की शिक्षा सरस्वती इंटर कालेज माधवरेती बहराइच से प्राप्त की है. उसके बाद उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की उपाधि अजय कुमार गर्ग इंजीनियरिंग कालेज गाजियाबाद से प्राप्त की है. दिल्ली में उन्होंने तीन साल की तैयारी की. इसके बाद उन्हें सफलता मिली.

जौनपुर की श्वेता ने पहले ही प्रयास में पाई सफलता : जौनपुर के सिकरारा ब्लॉक के जाम के रहने वाले सत्य प्रकाश सिंह की बड़ी बेटी श्वेता सिंह ने पहले ही प्रयास में यूपी पीसीएस परीक्षा उत्तीर्ण कर 11वां स्थान प्राप्त कर जनपद जौनपुर का नाम रोशन किया है. श्वेता ढाई साल से प्रयागराज में रहकर परीक्षा की तैयारी कर रहीं थीं. उनके पिता जौनपुर टीडी कॉलेज में मौजूदा समय में प्रिंसिपल हैं. बड़े पिता जमुवाही में इंटर कालेज में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर रिटायर हो चुके हैं.

ईटीवी भारत ने श्वेता सिंह से परीक्षा की तैयारियों और आगामी लक्ष्य को लेकर बातचीत की. आगे की रणनीति के बारे में पूछे जाने पर श्वेता सिंह ने कहा कि हमे आगे की तैयारी करनी है. आईएएस बनने का सपना है. परीक्षा की तैयारी के बारे में पूछने पर श्वेता सिंह ने बताया कि ध्येय आईएएस की टेस्ट सीरीज से तैयारी की है. कोई कोचिंग नहीं की. घर से ही तैयारी की. करीब ढाई साल से प्रयागराज में ही रहकर तैयारी कर रही थी. श्वेता तीन भाई बहनों में बड़ी हैं. उनकी बहन एलएलबी कर रही है. उनका एक छोटा भाई है.

सफलता मिलने पर परिवार के लोग भी खुशियों से झूम उठे.
सफलता मिलने पर परिवार के लोग भी खुशियों से झूम उठे.

अंजनी ने बढ़ाया लखनऊ का गौरव, हासिल किया 12वां स्थान : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की तरफ से मंगलवार को पीसीएस 2023 का परिणाम रिकॉर्ड समय में जारी कर दिया गया. इस परीक्षा में राजधानी के आशियाना के रहने वाली अंजनी यादव ने टॉप 20 में जगह बनाने में कामयाब रहीं हैं. अंजनी ने परीक्षा में ऑल इंडिया लेवल पर 12वीं रैंक हासिल कर राजधानी लखनऊ के गौरव को बढ़ाया है. इसके अलावा राजधानी के श्याम कुमार मौर्य 25वी रैंक, आकृति पटेल 30वीं रैंक, सुशांत सानवर्य 40वीं रैंक समेत छह लोगों ने परीक्षा में सफलता पाई है.

सोशल मीडिया से दूर रहें, फोकस बनाए रखें : पीसीएस परीक्षा में ऑल इंडिया लेवल पर 12वीं रैंक हासिल करने वाली अंजनी यादव ने बताया कि उनका यह दूसरा प्रयास था. पहली बार में वह प्री परीक्षा में सफलता नहीं प्राप्त कर पाई थी. दूसरी बार में उन्होंने प्री, मुख्य और इंटरव्यू तीनों एक साथ क्लीयर किया. अंजनी ने बताया कि उन्होंने इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए नियमित पढ़ाई की. किसी भी परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए अपने स्ट्रैंथ और वीकनेस को जानना जरूरी होता है. अपने आप पर कम करें. यह देखें कि आपकी कमजोरी कहां पर है. उसको सुधारने के लिए आपसे जो भी हो सके उसे करें. इसके अलावा आज की तरह सोशल मीडिया या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपना समय न खराब करें. दिन में 10-10 घंटे पढ़ाई करने से अच्छा है फोकस होकर 2 से 3 घंटे पढ़ाई करें. वह आपके लिए ज्यादा फायदेमंद होगा. अंजनी बताया कि उनके पिता का नाम प्रवीण कुमार यादव है. वह उत्तर प्रदेश पुलिस के जेल कारागार विभाग में तैनात हैं. मां कुंती यादव हाउसवाइफ हैं.

श्याम कुमार मौर्य ने तीसरे प्रयास में पाई सफलता : पीसीएस में 25वीं रैंक हासिल करने वाले श्याम कुमार मौर्य ने बताया कि उनका चयन डिप्टी जेलर पद पर हुआ है. इन्होंने तीसरी बार में सफलता हासिल की है. उन्होंने बताया कि शुरुआत में एनसीईआरटी किताबों से पढ़ाई की. इसके बाद स्टैंडर्ड बुक्स से पढ़ाई की है. इसके लिए हर विषय की बुक्स को अच्छे से पढ़ा. इन्होंने रायबरेली के फिरोज गांधी इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी से बीटेक किया है. इनके पिता दुर्गेश मौर्य महाराजगंज में कृषि का काम करते हैं. मां कौशल्या देवी गृहिणी हैं. श्याम मौर्य ने लखनऊ में रहकर पीसीएस की तैयारी की है.

परिवार के साथ साझा कीं खुशियां.
परिवार के साथ साझा कीं खुशियां.

खुद पर भरोसा बनाकर रखें सफलता जरूर मिलेगी : पीसीएस की परीक्षा में 30वी रैंक हासिल करने वाली आकृति पटेल ने बताया कि इस परीक्षा का यह उनका तीसरा प्रयास था. पहले दो प्रयास में कुछ गलतियां हुईं थी, उनसे सबक लेकर आगे बढ़ी. जिन चीजों में मैं कमजोर थी, उन्हें दूर किया. परीक्षा की तैयारी के लिए लोगों को सलाह देते हुए आकृति ने बताया कि अपने सिलेबस को पूरा करें. जितना हो सके उतना रिवीजन करें. अगर कोई टॉपिक आपको नहीं समझ में आ रहा है तो उसे छोड़ने के बजाय बार-बार उसका रिवीजन करें. लगातार असफल होने पर मायूस न हों. दोबारा से अपनी तैयारी में जुट जाएं. पिछली सारी बातों को बिल्कुल नजरअंदाज कर दें. आकृति ने बताया कि उनके पिता का नाम श्रवण कुमार पटेल हैं. वह बिजनेसमैन हैं. मां पुष्पा देवी हाउसवाइफ हैं.

खुद पर भरोसा करें और संयम रखे : पीसीएस परीक्षा में 40वी रैंक लाने वाले सुशांत सानवर्य ने बताया कि आईएएस बनने का सपना था लेकिन, अब पीसीएस में हो गया है. इसे लेकर बेहद खुश हूं. तीन साल की मेहनत के बाद अब सेलेक्शन हुआ है. 2021 में भी हुआ था लेकिन इंटरव्यू में रह गया. यूपीपीसीएस में 40वीं रैंक आई है. डिप्टी कलेक्टर पर चयन हुआ है. पॉलिटेक्निक से इलेक्ट्रिकल इंजिनियरिंग में डिप्लोमा करने के बाद 2017 से मेट्रो में ट्रैफिक कंट्रोलर के पद पर तैनात हूं. 2020 में अपना ग्रेजुएशन करने के बाद ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की. पिता राजकुमार सानवर्य बिजनेसमैन हैं. मां सोनिया हाउसवाइफ हैं. एक भाई जॉब करता है और एक बहन है. कोरोना में तैयारी के साथ घरवालों ने बहुत सपोर्ट किया. तैयारी को लेकर यही कहना चाहूंगा कि सही दिशा में पढ़ाई करें तो कोचिंग की जरूरत नहीं पड़ेगी. खुद पर भरोसा करें और संयम रखे नियमित पढ़ाई करें. पिछले साल के क्योश्चन पेपर जरूर देखें.

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