संगरूर: संगरूर में जहरीली शराब पीने वालों की लिस्ट लगातार बढ़ती जा रही है. जिले के गुजरान, उपली, डंडोली गांवों में 11 लोगों की मौत के बाद 22 मार्च को सुनाम में 5 लोगों की मौत हो गई और आज 4 लोगों की मौत हो गई, यानी आज सुनाम में कुल मौतों की संख्या 9 और जिला संगरूर में मौतों की कुल संख्या 9 है. कुल संख्या बढ़कर 20 हो गई है. मामले में पंजाब पुलिस ने संगरूर जहरीली शराब मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है.
चार आरोपी गिरफ्तार
संगरूर पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद अब तक 4 और लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही मुख्य आरोपी गुरलाल सिंह और उसके तीन साथी पहले से ही संगरूर पुलिस की हिरासत में हैं. संगरूर के एसएसपी सरताज सिंह चहल का कहना है कि एक महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उनकी पहचान प्रदीप सिंह उर्फ बब्बी निवासी चौवास जखेपल, सोमा, सांझू और अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श निवासी गांव रोगला के रूप में हुई है.
इस पूरे मामले के पीछे की सांठगांठ को उजागर करने के लिए पेशेवर और वैज्ञानिक तरीके से बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज को उजागर करने की निगरानी के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. एडीजीपी कानून एवं व्यवस्था गुरिंदर ढिल्लों आईपीएस की अध्यक्षता में चार सदस्यीय एसआईटी, जिसमें डीआईजी पटियाला रेंज हरचरण भुल्लर आईपीएस, एसएसपी संगरूर सरताज चहल आईपीएस और अतिरिक्त आयुक्त (आबकारी) नरेश दुबे शामिल हैं, जांच की निगरानी करेंगे. एसआईटी साजिश की तह तक पहुंचेगी. इसमें शामिल पाए गए किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा. पंजाब पुलिस ने सभी से शांति एवं सौहार्द बनाये रखने की अपील की है. कहा कि अपुष्ट अफवाहों का शिकार न बनें.
भारत निर्वाचन आयोग ने शनिवार को पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के माध्यम से पंजाब के मुख्य सचिव और डीजीपी से संगरूर जहरीली शराब त्रासदी पर तत्काल रिपोर्ट मांगी है. आयोग की जानकारी के मुताबिक, इस मामले में करीब 21 लोगों की मौत हो चुकी है और अन्य पीड़ितों का संगरूर और पटियाला जिले के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है. पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने आज पंजाब के मुख्य सचिव और डीजीपी पंजाब को पत्र लिखकर इस पूरी घटना पर तत्काल प्रारंभिक रिपोर्ट और विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है ताकि भारत चुनाव आयोग को इस बारे में सूचित किया जा सके.
भाजपा अध्यक्ष जाखड़ ने सीएम मान पर बोला हमला
पंजाब बीजेपी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने सीएम मान को घेरते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जिले में जहरीली शराब से 21 मौतें हुई हैं. यह आबकारी मंत्री हरपाल चीमा का निर्वाचन क्षेत्र है. सरकार की नाक के नीचे यहां अवैध शराब का कारोबार खूब फल-फूल रहा है. कुछ समय पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बयान दिया था कि जब तरनतारन में ऐसी घटना हुई है तो वहां धारा 302 दर्ज होनी चाहिए. आज इस मामले में 302 की कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है? केजरीवाल के जेल से सरकार चलाने के सवाल पर सुनील जाखड़ ने कहा कि गैंगस्टर जेल से गैंग चलाते हैं. पंजाब की किसी भी जेल में जेल टूरिज्म शुरू होना चाहिए. अगर भगवंत मान केजरीवाल को कोई ठोस जवाब देना चाहते हैं तो उन्हें पंजाब की जेल में डाल देना चाहिए. यहां की जेलों में हैं सारी सुविधाएं, तिहाड़ से सरकार चलाना मुश्किल है.
पूर्व में जहरीली शराब से 100 से ज्यादा मौतें
पंजाब में जहरीली शराब से पहले भी मौत के कई मामले सामने आ चुके हैं. जिसमें सबसे बड़ा मामला कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार के दौरान तरनतारन का था, जहां जहरीली शराब पीने से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद पंजाब की राजनीति में भूचाल आ गया था. बेशक उस समय की सरकार ने कार्रवाई की बात कही थी लेकिन कैप्टन के राजनीतिक विरोधी सरकार की कार्रवाई को गोग्लू से धूल झाड़ना बताते रहे. इसके अलावा, कुछ साल पहले अमृतसर के तरसिक्का थाने के मुच्छल गांव में जहरीली शराब पीने से 11 लोगों की मौत का मामला सामने आया था. जिसमें पुलिस ने इस मामले में एक महिला को भी गिरफ्तार किया था.
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