नई दिल्ली : भारत ने शुक्रवार को अपने नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की, जिसमें उन्हें अगली सूचना तक ईरान और इजराइल की यात्रा न करने की सलाह दी गई है. विदेश मंत्रालय (एमईए) द्वारा जारी यात्रा सलाह में कहा गया है, 'मौजूदा स्थिति को देखते हुए, सभी भारतीयों को अगली सूचना तक ईरान या इजराइल की यात्रा न करने की सलाह दी जाती है.' इसमें कहा गया है, 'जो लोग वर्तमान में ईरान या इजराइल में हैं, उनसे अनुरोध है कि वे वहां भारतीय दूतावास से संपर्क करें और अपना रजिस्ट्रेशन कराएं. उनसे यह भी अनुरोध किया जाता है कि वे अपनी सुरक्षा के बारे में सावधानी बरतें और अपनी गतिविधियों को सीमित रखें.
कई अन्य देशों ने भी पिछले 24 घंटों में अपने नागरिकों के लिए इसी तरह की यात्रा सलाह जारी की है, जिसमें उन्हें सुरक्षा कारणों से इस क्षेत्र की यात्रा न करने की चेतावनी दी गई है. फ्रांसीसी विदेश मंत्रालय ने अपने नागरिकों को सलाह दी कि वे 'आने वाले दिनों में ईरान, लेबनान, इजरायल या फिलिस्तीन की यात्रा करने से बिल्कुल बचें.'
अमेरिका में भारतीय छात्रों की मौत दुर्भाग्यपूर्ण
वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि अमेरिका में भारतीय छात्रों की मृत्यु अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है, उनमें से दो का निधन हो गया. जबकि हमारे दोनों छात्रों की मौत की जांच चल रही है, वाणिज्य दूतावास पहुंच गया है और उन्होंने हर संभव मदद की है. उन्होंने कहा कि उम्मीद है, हमें इसके कारणों के बारे में और पता चलेगा. एक मामला हत्या का था जो एक ऐसे व्यक्ति के खिलाफ दर्ज किया गया था जो आवारा था. इसके बाद एक मामला सामने आया जिसमें एक शख्स को गोली मार दी गई. तो ये दो मामले हैं जिनकी कानून व्यवस्था के नजरिए से जांच की जा रही है.
उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका में हमारे वाणिज्य दूतावास और हमारे मिशन ने अपने छात्र आउटरीच को मजबूत किया है ताकि वे छात्रों को बता सकें कि उन्हें अपना ख्याल कैसे रखना चाहिए, क्या करना चाहिए और क्या मदद मिलेगी. इनमें से कई मौतें किसी एक कारण से नहीं हुई हैं. वे प्रकृति में बहुउद्देश्यीय हैं... कुछ सामुदायिक मुद्दे भी हैं... हमारे पास एक बड़ा भारतीय छात्र समुदाय भी है, जिसकी संख्या संयुक्त राज्य अमेरिका में 3 लाख से अधिक है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, 'यदि तालिबान प्रशासन ने अफगानिस्तान के हिंदुओं और सिखों को संपत्ति का अधिकार बहाल करने का फैसला किया है, तो यह एक सकारात्मक विकास है.' वहीं म्यांमार में सुरक्षा स्थिति पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, 'म्यांमार में सुरक्षा स्थिति अनिश्चित और बिगड़ती हुई बनी हुई है. आपने विशेष रूप से राखीन राज्य और अन्य क्षेत्रों में चल रही लड़ाई के बारे में सुना है. कुछ समय पहले, हमने अपने नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की थी ताकि वे उचित सावधानी बरत सकें. उन भारतीयों के संबंध में जो म्यांमार की यात्रा कर रहे हैं, उन्हें उचित सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए और अपना ख्याल रखना चाहिए जबकि दूतावास उनकी देखभाल के लिए वहां मौजूद है. हमने अपने कर्मचारियों को सिटवे वाणिज्य दूतावास से यांगून में स्थानांतरित कर दिया है.'
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