गयाः बिहार के गया के रहने वाले कुमार सात्विक इन दिनों अमेरिका में रहते हैं. यह अमेरिका में मैजिशियन-मेंटलिस्ट के क्षेत्र में अपना जलवा दिखा रहे हैं. कुमार सात्विक काफी चर्चित शख्सियत में से एक है. यह तब काफी चर्चा में आए थे, जब उन्होंने प्रसिद्ध अभिनेत्री मलाइका अरोड़ा को भी कुछ देर के लिए हिप्नोटिज्म कर दिया था. वह यह क्षण था, जब मलाइका अरोड़ा कुछ देर के लिए पढ़ना भूल गई थीं.
अमेरिका में नाम कमा रहे गया के मैजेशियनः कुमार सात्विक अमेरिका की कार्निवल कंपनी में मैजिक दिखाते हैं. यह मैजिशियन- मेंटलिस्ट है. हिप्नोटिज्म की भी अच्छी कला इनके पास है. इनके मैजेशियन देख लोग दंग रह जाते हैं. कार्निवल क्रूजिंग कंपनी है. अमेरिका में सात्विक के चाहने वाले काफी है, क्योंकि इनकी जादूगरी काफी प्रभावित करने वाली होती है. सात्विक कुमार गया के ब्राह्मणी घाट के रहने वाले हैं. वो इन दिनों गया आए हुए हैं.
![मैजिक दिखाते सात्विक](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/11-02-2024/jadu-gayc_11022024012222_1102f_1707594742_945.jpg)
सात्विक को डॉक्टर बनना चाहते थे पिताः सात्विक ने ईटीवी भारत से गया में अपने कैरियर की शुरुआत और फिर अमेरिका में जलवे की पूरी कहानी बताई. उन्होंने बताया कि कैसे उनके पिता उन्हें डॉक्टर बनना चाहते थे, लेकिन वह मैजेशियन बन गए. यह एक संयोग था, क्योंकि उनमें बचपन से ही मैजिक के प्रति काफी रुचि ली थी. इसके बीच धीरे-धीरे उनकी पढ़ाई बढ़ती रही और फिर मेडिकल की तैयारी करने के लिए वो कोटा चले गए.
पैशन के लिए छोड़ दी मेडिकल की पढ़ाईः कोटा में भी मेडिकल की तैयारी के बीच मैजेशियन की प्रैक्टिस करते रहे. जादू का इस्तेमाल करने के बीच में मेडिकल की तैयारी छोड़ दी और पूरी तरह से मैजिक में रम गए. फिर कोटा से वापस आए तो इसे स्टार्ट किया. अभी अमेरिका में कार्निवल कंपनी में जादूगरी दिखा रहे हैं. साल 2022 में सोनी टीवी पर एक कार्यक्रम इंडिया इज गाॅट चैलेंट में उन्हें मौका मिला. उनके सामने मलाइका अरोड़ा थीं. उन्होंने अपनी कला से मलाइका अरोड़ा को कुछ इस तरह हिप्नोटिज्म किया कि वह कुछ देर के लिए पढ़ना भूल गई थीं.
![मलाइका अरोड़ा को मैजिक दिखाते सात्विक](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/11-02-2024/jadu-gayc_11022024012222_1102f_1707594742_214.jpg)
जब मलाइका अरोड़ा भी हों गईं हैरानः सात्विक बताते हैं कि मलाइका अरोड़ा को अपनी कला से पहले हिप्नोटिज्म किया फिर उन्हें कुछ पढ़ने को दिए जो मौजूद सारे लोग पढ़ लेते थे, लेकिन मलाइका अरोड़ा नहीं पढ़ पाई. वह कुछ देर के लिए मैजिक के कारण पढ़ना भूल गईं. फिर उन्हें सामान्य किया तो तुरंत सब कुछ सही-सही पढ़ना शुरू कर दिया. इस तरह मलाइका अरोड़ा कुछ देर के लिए पढ़ना भूलने गई थीं. इस बीच नॉनस्टॉप तालियां उनकी इस कला के लिए बजती जा रहीं थी, जो उनके यादगार दिनों में से एक है. तब उन्हें काफी प्रसिद्धि मिली थी.
"मेरा मकसद साइंटिफिक थिंकिंग प्रमोट करना है. अभी अमेरिका में कार्निवल कंपनी में जादूगरी दिखा रहा हूं. मैं सिर्फ मनोरंजन के लिए हिप्नोटिज्म करता हूं. अमेरिका में हिप्नोसिस, माइंड रीडिंग, क्वांटिटी, कार ट्रिक, इल्यूजन आदि मैजिक शो करता हूं. 2018 में कलर टीवी पर चलने वाले कार्यक्रम में आए थे. उसके बाद 2022 में सोनी टीवी पर इंडिया इज गाॅट टैलेंट मे आए. हिप्नोटिज्म मेंटलिज्म का पार्ट होता है. थियेटर का भी काफी शौक है"- कुमार सात्विक, मैजिशियन
![अमेरिका में अपने फैन्स के साथ सात्विक](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/11-02-2024/jadu-gayc_11022024012222_1102f_1707594742_576.jpg)
15-16 साल की उम्र से ही था झुकावः कुमार सात्विक का कहना है कि मैजिक एक कला है और इसे लेकर लोगों को जागरुक भी करते हैं. सात्विक ने बताया कि तब उनकी उम्र 15- 16 वर्ष की रही होगी, जब उन्होंने पांचवी कक्षा में डीएवी लॉटरी में शो किया था. उन्हें बचपन से ही मजेशियन के प्रति काफी झुकाव था उन्होंने एक जादू देखा था, जिसमें कलाकार ने एक सिक्के दिए, फिर उसने दो सिक्के लोगों को दिखाए थे, तो फिर मेरे दिमाग में आया कि कॉवाइन बॉक्स से पैसा छापुंगा, लेकिन बाद में इस कला का पता चला.
पेन टेलर और डेविड को मानते हैं आदर्शः कुमार सात्विक बताते हैं कि उन्हें जादू इंटरेस्टिंग लगा. 2016-17 से इस क्षेत्र में काफी बेहतर करने लगा. उसके लिए पेन टेलर, डेविड बलेन आदर्श है. वह पेन एंड टेलर, डेविड से काफी प्रभावित हैं. बचपन में उनके दिमाग में आया कि कॉइन बॉक्स में पैसा छापुंगा. आज वो मैजिशियन के रूप में सबके सामने हैं. वो बताते हैं कि सेल्फ लर्निंग, शो देखकर, बुक पढ़कर ही उन्होंने मैजिक सीखा और मनोरंजन के लिए हिप्नोटिज्म की कला में महारत हासिल की. सात्विक को गया से काफी प्यार है, क्योंकि यहां काफी कुछ है. लेकिन निराशा भी है कि वह इस कदर उपेक्षित है.