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भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरिशंकर भाभड़ा का 96 साल की उम्र में निधन, CM भजनलाल ने जताई संवेदना

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 25, 2024, 9:09 AM IST

Updated : Jan 25, 2024, 12:56 PM IST

Harishankar Bhabhra Passed Away, राजस्थान की राजनीति का बड़ा चेहरा रहे हरिशंकर भाभड़ा अब इस दुनिया में नहीं रहे. 96 साल की उम्र में हरिशंकर भाभड़ा का निधन हो गया.

Harishankar Bhabhra Passed Away
Harishankar Bhabhra Passed Away

जयपुर. भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरिशंकर भाभड़ा नहीं रहे. 96 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. वे पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे. भाभड़ा 2 बार विधानसभा अध्यक्ष और एक बार उपमुख्यमंत्री के पद पर रहे. भाभड़ा का गुरुवार को प्रधान मार्ग मालवीय नगर मोक्षधाम पर अंतिम संस्कार होगा.

बता दें कि प्रदेश की राजनीति में ईमानदार और सिद्धांतवादी राजनेता की छवि रखने वाले भाभड़ा ने 96 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. पिछले कई दिनों से बीमार चलने के बाद रूंगटा अस्पताल में बुधवार देर रात भाभड़ा ने दुनिया को अलविदा कह दिया. भाभड़ा राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष रह चुके है. भैरोंसिंह शेखावत सरकार में उप मुख्यमंत्री रह चुके है. भाभड़ा रतनगढ़ से बीजेपी विधायक रहे थे. इस दौरान राजस्थान विधानसभा की नई इमारत बनाने का श्रेय भी इनको ही जाता है. खासियत के तौर पर हरिशंकर भाभड़ा वित्तीय मामलों के एक्सपर्ट माने जाते थे. वे राजस्थान वित्त आयोग के चेयरमैन भी रह चुके हैं.

  • भाजपा परिवार के वरिष्ठ सदस्य, राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री हरि शंकर जी भाभड़ा का निधन प्रदेश की अपूरणीय क्षति है।

    वह सार्वजनिक जीवन में शुचिता, पारदर्शिता एवं स्पष्टवादिता की प्रतिमूर्ति थे।

    प्रभु श्री राम दिवंगत पुण्यात्मा को अपने परम धाम में… pic.twitter.com/u4GQRQlJ4d

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वरिष्ठ नेताओं ने की संवेदना व्यक्त : राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजस्थान विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष हरिशंकर भाभड़ा के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है. देवनानी ने कहा कि स्वर्गीय भाभड़ा कुशल जनप्रतिनिधि थे. उन्होंने राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भागीदारी निभाई. देवनानी ने दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतृप्त परिजनों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना की है.

उधर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने भी भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व उपमुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष रहे हरिशंकर भाभड़ा के निधन पर शोक जताया. उन्होंने कहा कि भाभड़ा का निधन राजनीतिक जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है. मैं ईश्वर से उनके मोक्ष की आकांक्षा करते हुए परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं.

पढ़ें : केरल: दिग्गज कांग्रेस नेता टीएच मुस्तफा का निधन

सीएम भजनलाल ने जताई संवेदना : भाभड़ा के निधन पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी संवेदना जताई. सीएम ने कहा कि भाजपा परिवार के वरिष्ठ सदस्य, राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरिशंकर भाभड़ा का निधन राजस्थान के लिए अपूरणीय क्षति है. वह सार्वजनिक जीवन में शुचिता, पारदर्शिता एवं स्पष्टवादिता की प्रतिमूर्ति थे. प्रभु श्रीराम दिवंगत पुण्यात्मा को अपने परम धाम में स्थान व शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें.

  • भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष रहे श्री हरिशंकर भाभड़ा जी का निधन राजनीतिक जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। मैं ईश्वर से उनके मोक्ष की आकांक्षा करते हुए परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।#हरिशंकर_भाभड़ा जी pic.twitter.com/ov29XHUfkj

    — C. P. Joshi (@cpjoshiBJP) January 25, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

भाभड़ा का राजनीतिक जीवन : हरिशंकर भाभड़ा रतनगढ़ से विधायक रहे हैं. भाभड़ा दो बार विधानसभा अध्यक्ष और एक बार उपमुख्यमंत्री रहे. भाभड़ा का जन्म 6 अगस्त 1928 को नागौर जिले के खिड़की दरवाजा, डीडवाना में हुआ था. भाभड़ा ने नागपुर लॉ कॉलेज के साथ-साथ प्रभाकर, हिंदी भाषा संघ हाई स्कूल, नागपुर से कला स्नातक और कानून की डिग्री प्राप्त की. हरिशंकर भाभड़ा राजस्थान विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं.

उन्होंने 16 मार्च 1990 से 5 अक्टूबर 1994 तक (दो बार) अध्यक्ष का पद संभाला. उन्होंने 1985, 1990 और 1993 में चूरू जिले के रतनगढ़ से राज्य विधान सभा चुनाव जीता. नागौर जिले के डीडवाना के निवासी होने के बावजूद चूरू जिले के रतनगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. 6 अक्टूबर 1994 से 1 दिसंबर 1998 तक राजस्थान के उपमुख्यमंत्री भी रहे. भाभड़ा वित्तिय मामलों के एक्सपर्ट माने जाते थे और वह सरकार में आर्थिक नीति और सुधार परिषद के उपाध्यक्ष रहे हैं. भाभड़ा 1978-84 में राज्य सभा के सदस्य थे, साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कोषाध्यक्ष और भाजपा राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष के पद पर कार्यरत रह चुके हैं. भाभड़ा 1981 में प्रदेशाध्यक्ष बने और जनवरी 1986 तक प्रदेश में बीजेपी की कमान संभाली थी.

शेखावत के खिलाफ की थी बगावत : हरिशंकर भाभड़ा अपने राजनीतिक जीवन के दौरान उस वक्त सुर्खियों और विवादों से घिर गए थे, जब उनपर भैरों सिंह शेखावत की सरकार को स्थिर करने का आरोप लगा था. दरअसल, शेखावत अपने इलाज के लिए विदेश दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने शेखावत विरोधी विधायकों को एकजुट कर तख्तापलट का प्रयास किया था. इसके लिए उन्होंने तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष परसराम मदेरणा से भी संपर्क किया था, लेकिन शेखावत के विदेश दौरे से बीच में ही लौट आने के कारण यह सब मुमकिन नहीं हो सका. इसके बाद राजस्थान की राजनीति में वसुंधरा राजे की एंट्री शेखावत के वारिस के रूप में हुई और फिर भाभड़ा भाजपा के गलियारों में हाशिए पर खड़े दिखने लगे.

Tribute to Harishankar Bhabhada
भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं ने दी श्रद्धांजलि

भाभड़ा का पार्थिव देह लाया गया बीजेपी मुख्यालय, भाजपा नेताओं ने दी श्रद्धांजलि : अंतिम संस्कार से पहले भाभड़ा का पार्थिव देह अंतिम दर्शनों के लिए भाजपा मुख्यालय लाया गया. भाभड़ा के पार्थिव देह को भारतीय जनता पार्टी का झंडा ओढ़ाया गया. इस मौके पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी, सांसद रामचरण बोहरा, विधायक अजय सिंह किलक, विधायक गोपाल शर्मा, सहित बीजेपी नेता और कार्यकर्ता पुष्प अर्पित कर भाभड़ा को श्रद्धांजलि दी. भाभड़ा के अंतिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं ने पार्टी मुख्यालय पहुंच श्रद्धांजलि दी.

Last Updated : Jan 25, 2024, 12:56 PM IST
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