ETV Bharat / bharat

पिता ने जिंदा बेटी की छपवाई शोक पत्रिका, मुंडन करवा किया मृत्यु भोज, ये है मामला - death feast of alive daughter

author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 23, 2024, 12:00 PM IST

Updated : May 23, 2024, 12:37 PM IST

उदयपुर के सोयरा कस्बे में एक पिता ने अपनी जिंदा बेटी की शोक पत्रिका छपवाकर मृत्यु भोज कर दिया. परिवार ने मुंडन भी करवाया. पिता का कहना है कि उसकी बेटी ने अंतरजातीय विवाह किया और थाने में मां-बाप को पहचानने से इनकार कर दिया. इसलिए ये कदम उठाना पड़ा.

death feast of alive daughter
पिता ने छपवाई जिंदा बेटी की शोक पत्रिका (ETV Bharat Rajasthan Udaipur)

इसलिए करवाया जिंदा बेटी का मृत्यु भोज (ETV Bharat Udaipur)

उदयपुर. दक्षिणी राजस्थान के सोयरा कस्बे में एक पिता ने अपनी जिंदा बेटी की शोक पत्रिका छपवा दी. इतना ही नहीं परिवार ने मुंडन करवा कर मृत्यु भोज तक कर दिया. बेटी के घर से भाग अंतरजातीय विवाह करने के बाद पिता ने यह कदम उठाया है.

दरअसल, सायरा पंचायत समिति में दो महीने पहले सुआवतों का गुड़ा गांव की एक लड़की ने गैर समाज के प्रेमी के साथ भाग कर शादी कर ली. जब पुलिस ने उसे पकड़ा और मां-बाप के सामने पेश की गई, तो उसने उन्हें पहचानने से ही इनकार कर दिया. इससे पिता इतना आहत हुआ कि बेटी को मरा हुआ मान लिया. पिता ने शोक पत्रिका छपवाई और उसमें बेटी के 22 मई को अंतरजातीय विवाह करने की वजह लिखते हुए लोगों को उठावने का निमंत्रण भेज दिया. इसी को लेकर बुधवार को पिता समेत परिजनों ने सिर भी मुंडवाए और मृत्युभोज किया. परिवार को सांत्वना देने के लिए कई रिश्तेदार भी जुटे थे.

पढ़ें: प्रेम विवाह करने से खफा पिता ने जीवित बेटी की कराई तेरहवीं, कार्ड पर लिखवाया- नरकगामी आत्मा को शांति मिले

परिजनों का दर्द: परिजनों का कहना है कि जिस बेटी को लाड प्यार से बड़ा किया. उसने हमें बिना बताए इतना बड़ा कदम उठाया. जब मिलने के बाद उसने हमें पहचान से इनकार कर दिया, तो हम इस बात को भूल नहीं पाए. इसलिए पूरे परिवार को यह कदम उठाना पड़ा. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. लड़की के माता-पिता का कहना है कि जब हमारी बेटी ने हमें पहचानने से इनकार कर दिया, तब से वह हमारे लिए मर चुकी है.

पढ़ें: भीलवाड़ा में जिंदा बेटी के लिए पिता ने छपवाई शोक पत्रिका, जानें पूरा मामला

दर्ज करवाई थी गुमशुदी की रिपोर्ट: सायरा थाने में मामले की जांच कर रहे जांच अधिकारी लक्ष्मण सिंह ने बताया कि गत 10 मार्च को लड़की अपने घर से लापता हुई थी. जिसे लेकर परिजनों ने दूसरे दिन 11 मार्च को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई थी. इसके बाद 14 अप्रैल को लड़का अपने जीजा के समझाने पर लड़की को लेकर सायरा थाने पहुंचा था. थाने में लड़का और लड़की दोनों के माता-पिता को बुलाया गया. जहां लड़की ने अपने माता-पिता को पहचानने से इंकार कर दिया.

Last Updated : May 23, 2024, 12:37 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.