बेंगलुरु : कर्नाटक विधानसभा के बाहर कथित 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे को लेकर चल रहे विवाद के बीच, भाजपा विधायकों ने घटना पर कार्रवाई की मांग करते हुए गुरुवार सुबह विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन किया. भाजपा विधायकों ने विधानसभा के बाहर कथित तौर पर पाकिस्तान समर्थक नारे लगाने वालों को गिरफ्तार नहीं करने पर राज्य सरकार के खिलाफ नारे लगाए.
विधानसभा में भाजपा विधायकों द्वारा 'देश का निर्णय लेने वाली कांग्रेस सरकार मुर्दाबाद, रीढ़विहीन सरकार कार्रवाई करने में सक्षम नहीं है, हमें न्याय चाहिए, अपराधी को गिरफ्तार करो, सरकार मुर्दाबाद' सहित नारे लगाए गए. विपक्ष के नेता आर अशोक ने विधानसभा में कहा कि 24 घंटे हो गये, सरकार की ओर से कोई कार्रवाई शुरू नहीं की गयी. हम उनसे क्या उम्मीद कर सकते हैं.
विधानसभा के गेट के पास सरकार के इस्तीफे की मांग को लेकर भाजपा सदस्यों ने आज भी विधानसभा में धरना जारी रखा. बीजेपी विधायकों ने कागजात फाड़ते हुए कुछ देर तक सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और सत्र से बाहर चले गए. विपक्ष के नेता आर अशोक ने कहा, 'पूरी दुनिया हमारी ओर देख रही है. हालांकि, गद्दारों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. सरकार चुप है. इससे राज्य के लोगों को क्या संदेश जाता है? उन्होंने कांग्रेस सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया.
स्पीकर यूटी खादर ने कहा कि इस मुद्दे पर कल चर्चा हुई थी. सरकार ने जवाब दिया है. कहा है कि घटना की जांच शुरू कर दी है. मुख्यमंत्री बजट पर चर्चा का जवाब देंगे.
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने क्या कहा ?
भाजपा के इस विरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि सरकार ने वॉइस रिपोर्ट एफएसएल को भेज दी है और रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा, 'जैसा कि मैंने आपको पहले ही बताया है कि सरकार प्रतिबद्ध है, रिपोर्ट आने के बाद हम किसी भी व्यक्ति को नहीं छोड़ेंगे. हमने इसे एफएसएल के लिए दे दिया है. रिपोर्ट आने के बाद हम कार्रवाई करेंगे.'
उन्होंने संविधान बदलने पर अपने कथित बयान के लिए पार्टी सांसद अनंत कुमार हेगड़े के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना की. सिद्धारमैया ने कहा कि हम वो लोग हैं जिन्होंने आजादी की लड़ाई लड़ी, बीजेपी और आरएसएस ने नहीं, क्या उन्होंने कभी आजादी की लड़ाई लड़ी? क्या गोलवलकर ने भाग लिया और वे हमें देशभक्ति सिखा रहे हैं जो लोकतंत्र और संविधान का सम्मान नहीं करते.
उन्होंने कहा कि ये वे लोग हैं जिन्होंने कहा था कि हम संविधान बदलने के लिए सत्ता में आए हैं, बीजेपी सांसद ने यह बयान दिया था, तब अनंत कुमार हेगड़े के खिलाफ पीएम या बीजेपी ने कोई कार्रवाई नहीं की थी. बाद में भाजपा विधायक विरोध में विधानसभा के वेल में आ गए और नारेबाजी की.
गृह मंत्री ने कहा-नारे लगाने वालों पर सख्त कार्रवाई करेंगे
वहीं, इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने कहा कि विपक्षी नेताओं द्वारा उठाए गए मुद्दे को लेकर कल जवाब दिया गया था. उस घटना के संबंध में सात लोगों को बुलाया गया था और उनके बयान लिए गए थे. जांच चल रही है. हर मीडिया ने अलग-अलग बातें कही हैं. घटना की तकनीकी सच्चाई जानने के लिए फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट मांगी गई है. सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लिया है. हम नारे लगाने वालों पर सख्त कार्रवाई करेंगे.
बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ राज्यपाल से की शिकायत
इस मामले पर पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई ने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार संवैधानिक रूप से काम नहीं कर रही है. वह राष्ट्र विरोधियों को बचा रही है. इसलिए हम राज्यपाल से सरकार को बर्खास्त करने का अनुरोध करते हैं. राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के बाद राज्यपाल से गुहार लगाने जाते समय उन्होंने मीडिया से बात की. बोम्मई ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने राज्य को आर्थिक रूप से दिवालिया बना दिया है. मुख्यमंत्री द्वारा पेश किया गया बजट सच्चाई से बहुत दूर है. अब वे पाकिस्तान समर्थक नारे लगाने वालों को बचाकर नैतिक रूप से दिवालिया हो गए हैं. वे इस तरह से काम कर रहे हैं जिससे लोकतंत्र को खतरा है.
ये भी पढ़ें-